2 इतिहास 32:12
क्या उसी हिजकिय्याह ने उसके ऊंचे स्थान और वेदियां दूर कर के यहूदा और यरूशलेम को आज्ञा नहीं दी, कि तुम एक ही वेदी के साम्हने दण्डवत करना और उसी पर धूप जलाना?
Hath not | הֲלֹא | hălōʾ | huh-LOH |
the same | הוּא֙ | hûʾ | hoo |
Hezekiah | יְחִזְקִיָּ֔הוּ | yĕḥizqiyyāhû | yeh-heez-kee-YA-hoo |
taken away | הֵסִ֥יר | hēsîr | hay-SEER |
אֶת | ʾet | et | |
his high places | בָּֽמֹתָ֖יו | bāmōtāyw | ba-moh-TAV |
and his altars, | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
commanded and | מִזְבְּחֹתָ֑יו | mizbĕḥōtāyw | meez-beh-hoh-TAV |
Judah | וַיֹּ֨אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
and Jerusalem, | לִֽיהוּדָ֤ה | lîhûdâ | lee-hoo-DA |
saying, | וְלִירֽוּשָׁלִַ֙ם֙ | wĕlîrûšālaim | veh-lee-roo-sha-la-EEM |
Ye shall worship | לֵאמֹ֔ר | lēʾmōr | lay-MORE |
before | לִפְנֵ֨י | lipnê | leef-NAY |
one | מִזְבֵּ֧חַ | mizbēaḥ | meez-BAY-ak |
altar, | אֶחָ֛ד | ʾeḥād | eh-HAHD |
and burn incense | תִּֽשְׁתַּחֲו֖וּ | tišĕttaḥăwû | tee-sheh-ta-huh-VOO |
upon | וְעָלָ֥יו | wĕʿālāyw | veh-ah-LAV |
it? | תַּקְטִֽירוּ׃ | taqṭîrû | tahk-TEE-roo |