2 इतिहास 30:18
बहुत से लोगों ने अर्थात एप्रैम, मनश्शे, इस्साकार और जबूलून में से बहुतों ने अपने को शुद्ध नहीं किया था, तौभी वे फसह के पशु का मांस लिखी हुई विधि के विरुद्ध खाते थे। क्योंकि हिजकिय्याह ने उनके लिये यह प्रार्थना की थी, कि यहोवा जो भला है, वह उन सभों के पाप ढांप दे;
For | כִּ֣י | kî | kee |
a multitude | מַרְבִּ֣ית | marbît | mahr-BEET |
people, the of | הָעָ֡ם | hāʿām | ha-AM |
even many | רַ֠בַּת | rabbat | RA-baht |
of Ephraim, | מֵֽאֶפְרַ֨יִם | mēʾeprayim | may-ef-RA-yeem |
Manasseh, and | וּמְנַשֶּׁ֜ה | ûmĕnašše | oo-meh-na-SHEH |
Issachar, | יִשָּׂשכָ֤ר | yiśśokār | yee-soh-HAHR |
and Zebulun, | וּזְבֻלוּן֙ | ûzĕbulûn | oo-zeh-voo-LOON |
not had | לֹ֣א | lōʾ | loh |
cleansed themselves, | הִטֶּהָ֔רוּ | hiṭṭehārû | hee-teh-HA-roo |
yet | כִּֽי | kî | kee |
eat they did | אָכְל֥וּ | ʾoklû | oke-LOO |
אֶת | ʾet | et | |
the passover | הַפֶּ֖סַח | happesaḥ | ha-PEH-sahk |
otherwise | בְּלֹ֣א | bĕlōʾ | beh-LOH |
written. was it than | כַכָּת֑וּב | kakkātûb | ha-ka-TOOV |
But | כִּי֩ | kiy | kee |
Hezekiah | הִתְפַּלֵּ֨ל | hitpallēl | heet-pa-LALE |
prayed | יְחִזְקִיָּ֤הוּ | yĕḥizqiyyāhû | yeh-heez-kee-YA-hoo |
for | עֲלֵיהֶם֙ | ʿălêhem | uh-lay-HEM |
them, saying, | לֵאמֹ֔ר | lēʾmōr | lay-MORE |
good The | יְהוָ֥ה | yĕhwâ | yeh-VA |
Lord | הַטּ֖וֹב | haṭṭôb | HA-tove |
pardon | יְכַפֵּ֥ר | yĕkappēr | yeh-ha-PARE |
every one | בְּעַֽד׃ | bĕʿad | beh-AD |