2 इतिहास 28:5
इसलिये उसके परमेश्वर यहोवा ने उसको अरामियों के राजा के हाथ कर दिया, और वे उसको जीत कर, उसके बहुत से लोगों को बन्धुआ बना के दमिश्क को ले गए। और वह इस्राएल के राजा के वश में कर दिया गया, जिसने उसे बड़ी मार से मारा।
Wherefore the Lord | וַֽיִּתְּנֵ֜הוּ | wayyittĕnēhû | va-yee-teh-NAY-hoo |
his God | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
delivered | אֱלֹהָיו֮ | ʾĕlōhāyw | ay-loh-hav |
hand the into him | בְּיַ֣ד | bĕyad | beh-YAHD |
of the king | מֶ֣לֶךְ | melek | MEH-lek |
Syria; of | אֲרָם֒ | ʾărām | uh-RAHM |
and they smote | וַיַּ֨כּוּ | wayyakkû | va-YA-koo |
away carried and him, | ב֔וֹ | bô | voh |
a great multitude | וַיִּשְׁבּ֤וּ | wayyišbû | va-yeesh-BOO |
of | מִמֶּ֙נּוּ֙ | mimmennû | mee-MEH-NOO |
captives, them | שִׁבְיָ֣ה | šibyâ | sheev-YA |
and brought | גְדוֹלָ֔ה | gĕdôlâ | ɡeh-doh-LA |
them to Damascus. | וַיָּבִ֖יאוּ | wayyābîʾû | va-ya-VEE-oo |
also was he And | דַּרְמָ֑שֶׂק | darmāśeq | dahr-MA-sek |
delivered | וְ֠גַם | wĕgam | VEH-ɡahm |
hand the into | בְּיַד | bĕyad | beh-YAHD |
of the king | מֶ֤לֶךְ | melek | MEH-lek |
of Israel, | יִשְׂרָאֵל֙ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
smote who | נִתָּ֔ן | nittān | nee-TAHN |
him with a great | וַיַּךְ | wayyak | va-YAHK |
slaughter. | בּ֖וֹ | bô | boh |
מַכָּ֥ה | makkâ | ma-KA | |
גְדוֹלָֽה׃ | gĕdôlâ | ɡeh-doh-LA |