1 शमूएल 30:6
और दाऊद बड़े संकट में पड़ा; क्योंकि लोग अपने बेटे-बेटियों के कारण बहुत शोकित हो कर उस पर पत्थरवाह करने की चर्चा कर रहे थे। परन्तु दाऊद ने अपने परमेश्वर यहोवा को स्मरण करके हियाव बान्धा॥
And David | וַתֵּ֨צֶר | wattēṣer | va-TAY-tser |
was greatly | לְדָוִ֜ד | lĕdāwid | leh-da-VEED |
distressed; | מְאֹ֗ד | mĕʾōd | meh-ODE |
for | כִּֽי | kî | kee |
the people | אָמְר֤וּ | ʾomrû | ome-ROO |
spake | הָעָם֙ | hāʿām | ha-AM |
stoning of | לְסָקְל֔וֹ | lĕsoqlô | leh-soke-LOH |
him, because | כִּֽי | kî | kee |
the soul | מָ֙רָה֙ | mārāh | MA-RA |
all of | נֶ֣פֶשׁ | nepeš | NEH-fesh |
the people | כָּל | kāl | kahl |
grieved, was | הָעָ֔ם | hāʿām | ha-AM |
every man | אִ֖ישׁ | ʾîš | eesh |
for | עַל | ʿal | al |
his sons | בָּנָ֣ו | bānāw | ba-NAHV |
and for | וְעַל | wĕʿal | veh-AL |
daughters: his | בְּנֹתָ֑יו | bĕnōtāyw | beh-noh-TAV |
but David | וַיִּתְחַזֵּ֣ק | wayyitḥazzēq | va-yeet-ha-ZAKE |
encouraged himself | דָּוִ֔ד | dāwid | da-VEED |
Lord the in | בַּֽיהוָ֖ה | bayhwâ | bai-VA |
his God. | אֱלֹהָֽיו׃ | ʾĕlōhāyw | ay-loh-HAIV |