1 यूहन्ना 5:14 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल 1 यूहन्ना 1 यूहन्ना 5 1 यूहन्ना 5:14

1 John 5:14
और हमें उसके साम्हने जो हियाव होता है, वह यह है; कि यदि हम उस की इच्छा के अनुसार कुछ मांगते हैं, तो हमारी सुनता है।

1 John 5:131 John 51 John 5:15

1 John 5:14 in Other Translations

King James Version (KJV)
And this is the confidence that we have in him, that, if we ask any thing according to his will, he heareth us:

American Standard Version (ASV)
And this is the boldness which we have toward him, that, if we ask anything according to his will, he heareth us:

Bible in Basic English (BBE)
And we are certain that if we make any request to him which is right in his eyes, he will give ear to us:

Darby English Bible (DBY)
And this is the boldness which we have towards him, that if we ask him anything according to his will he hears us.

World English Bible (WEB)
This is the boldness which we have toward him, that, if we ask anything according to his will, he listens to us.

Young's Literal Translation (YLT)
And this is the boldness that we have toward Him, that if anything we may ask according to his will, He doth hear us,

And
καὶkaikay
this
αὕτηhautēAF-tay
is
ἐστὶνestinay-STEEN
the
ay
confidence
παῤῥησίαparrhēsiapahr-ray-SEE-ah
that
ἣνhēnane
have
we
ἔχομενechomenA-hoh-mane
in
πρὸςprosprose
him,
αὐτόν,autonaf-TONE
that,
ὅτιhotiOH-tee
if
ἐάνeanay-AN
ask
we
τιtitee
any
thing
αἰτώμεθαaitōmethaay-TOH-may-tha
according
to
κατὰkataka-TA
his
τὸtotoh

θέλημαthelēmaTHAY-lay-ma
will,
αὐτοῦautouaf-TOO
he
heareth
ἀκούειakoueiah-KOO-ee
us:
ἡμῶνhēmōnay-MONE

Cross Reference

1 यूहन्ना 3:21
हे प्रियो, यदि हमारा मन हमें दोष न दे, तो हमें परमेश्वर के साम्हने हियाव होता है।

यूहन्ना 14:13
और जो कुछ तुम मेरे नाम से मांगोगे, वही मैं करूंगा कि पुत्र के द्वारा पिता की महिमा हो।

यूहन्ना 16:24
अब तक तुम ने मेरे नाम से कुछ नहीं मांगा; मांगो तो पाओगे ताकि तुम्हारा आनन्द पूरा हो जाए॥

याकूब 4:3
तुम मांगते हो और पाते नहीं, इसलिये कि बुरी इच्छा से मांगते हो, ताकि अपने भोग विलास में उड़ा दो।

इफिसियों 3:12
जिस में हम को उस पर विश्वास रखने से हियाव और भरोसे से निकट आने का अधिकार है।

यूहन्ना 15:7
यदि तुम मुझ में बने रहो, और मेरी बातें तुम में बनी रहें तो जो चाहो मांगो और वह तुम्हारे लिये हो जाएगा।

यिर्मयाह 33:3
मुझ से प्रार्थना कर और मैं तेरी सुन कर तुझे बढ़ी-बड़ी और कठिन बातें बताऊंगा जिन्हें तू अभी नहीं समझता।

याकूब 1:5
पर यदि तुम में से किसी को बुद्धि की घटी हो, तो परमेश्वर से मांगे, जो बिना उलाहना दिए सब को उदारता से देता है; और उस को दी जाएगी।

नीतिवचन 15:29
यहोवा दुष्टों से दूर रहता है, परन्तु धर्मियों की प्रार्थना सुनता है।

भजन संहिता 34:17
धर्मी दोहाई देते हैं और यहोवा सुनता है, और उन को सब विपत्तियों से छुड़ाता है।

यूहन्ना 9:31
हम जानते हैं कि परमेश्वर पापियों की नहीं सुनता परन्तु यदि कोई परमेश्वर का भक्त हो, और उस की इच्छा पर चलता है, तो वह उस की सुनता है।

अय्यूब 34:28
यहां तक कि उनके कारण कंगालों की दोहाई उस तक पहुंची और उसने दीन लोगों की दोहाई सुनी।

मत्ती 21:22
और जो कुछ तुम प्रार्थना में विश्वास से मांगोगे वह सब तुम को मिलेगा॥

इब्रानियों 10:35
सो अपना हियाव न छोड़ो क्योंकि उसका प्रतिफल बड़ा है।

यिर्मयाह 29:12
तब उस समय तुम मुझ को पुकारोगे और आकर मुझ से प्रार्थना करोगे और मैं तुम्हारी सुनूंगा।

भजन संहिता 69:33
क्योंकि यहोवा दरिद्रों की ओर कान लगाता है, और अपने लोगों को जो बन्धुए हैं तुच्छ नहीं जानता॥

भजन संहिता 31:22
मैं ने तो घबराकर कहा था कि मैं यहोवा की दृष्टि से दूर हो गया। तौभी जब मैं ने तेरी दोहाई दी, तब तू ने मेरी गिड़गिड़ाहट को सुन लिया॥

यूहन्ना 11:42
और मै जानता था, कि तू सदा मेरी सुनता है, परन्तु जो भीड़ आस पास खड़ी है, उन के कारण मैं ने यह कहा, जिस से कि वे विश्वास करें, कि तू ने मुझे भेजा है।

इब्रानियों 3:6
पर मसीह पुत्र की नाईं उसके घर का अधिकारी है, और उसका घर हम हैं, यदि हम साहस पर, और अपनी आशा के घमण्ड पर अन्त तक दृढ़ता से स्थिर रहें।

इब्रानियों 3:14
क्योंकि हम मसीह के भागी हुए हैं, यदि हम अपने प्रथम भरोसे पर अन्त तक दृढ़ता से स्थिर रहें।

1 यूहन्ना 2:28
निदान, हे बालकों, उस में बने रहो; कि जब वह प्रगट हो, तो हमें हियाव हो, और हम उसके आने पर उसके साम्हने लज्ज़ित न हों।

मत्ती 7:7
मांगो, तो तुम्हें दिया जाएगा; ढूंढ़ो, तो तुम पाओगे; खटखटाओ, तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा।

याकूब 5:16
इसलिये तुम आपस में एक दूसरे के साम्हने अपने अपने पापों को मान लो; और एक दूसरे के लिये प्रार्थना करो, जिस से चंगे हो जाओ; धर्मी जन की प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है।