1 कुरिन्थियों 8:10
क्योंकि यदि कोई तुझ ज्ञानी को मूरत के मन्दिर में भोजन करते देखे, और वह निर्बल जन हो, तो क्या उसके विवेक में मूरत के साम्हने बलि की हुई वस्तु के खाने का हियाव न हो जाएगा।
For | ἐὰν | ean | ay-AN |
if | γάρ | gar | gahr |
any man | τις | tis | tees |
see | ἴδῃ | idē | EE-thay |
thee | σὲ | se | say |
τὸν | ton | tone | |
which hast | ἔχοντα | echonta | A-hone-ta |
knowledge | γνῶσιν | gnōsin | GNOH-seen |
meat at sit | ἐν | en | ane |
in | εἰδωλείῳ | eidōleiō | ee-thoh-LEE-oh |
the idol's temple, | κατακείμενον | katakeimenon | ka-ta-KEE-may-none |
shall not be | οὐχὶ | ouchi | oo-HEE |
the | ἡ | hē | ay |
conscience | συνείδησις | syneidēsis | syoon-EE-thay-sees |
of him | αὐτοῦ | autou | af-TOO |
which is | ἀσθενοῦς | asthenous | ah-sthay-NOOS |
weak | ὄντος | ontos | ONE-tose |
emboldened | οἰκοδομηθήσεται | oikodomēthēsetai | oo-koh-thoh-may-THAY-say-tay |
eat to | εἰς | eis | ees |
τὸ | to | toh | |
those things which are offered to idols; | τὰ | ta | ta |
εἰδωλόθυτα | eidōlothyta | ee-thoh-LOH-thyoo-ta | |
ἐσθίειν | esthiein | ay-STHEE-een |