Habakkuk 1:13
तेरी आंखें ऐसी शुद्ध हैं कि तू बुराई को देख ही नहीं सकता, और उत्पात को देखकर चुप नहीं रह सकता; फिर तू विश्वासघातियों को क्यों देखता रहता, और जब दुष्ट निर्दोष को निगल जाता है, तब तू क्यों चुप रहता है?
Thou art of purer | טְה֤וֹר | ṭĕhôr | teh-HORE |
eyes | עֵינַ֙יִם֙ | ʿênayim | ay-NA-YEEM |
behold to than | מֵרְא֣וֹת | mērĕʾôt | may-reh-OTE |
evil, | רָ֔ע | rāʿ | ra |
canst and | וְהַבִּ֥יט | wĕhabbîṭ | veh-ha-BEET |
not | אֶל | ʾel | el |
look | עָמָ֖ל | ʿāmāl | ah-MAHL |
on | לֹ֣א | lōʾ | loh |
iniquity: | תוּכָ֑ל | tûkāl | too-HAHL |
wherefore | לָ֤מָּה | lāmmâ | LA-ma |
lookest | תַבִּיט֙ | tabbîṭ | ta-BEET |
treacherously, deal that them upon thou | בּֽוֹגְדִ֔ים | bôgĕdîm | boh-ɡeh-DEEM |
and holdest thy tongue | תַּחֲרִ֕ישׁ | taḥărîš | ta-huh-REESH |
wicked the when | בְּבַלַּ֥ע | bĕballaʿ | beh-va-LA |
devoureth | רָשָׁ֖ע | rāšāʿ | ra-SHA |
righteous more is that man the | צַדִּ֥יק | ṣaddîq | tsa-DEEK |
than | מִמֶּֽנּוּ׃ | mimmennû | mee-MEH-noo |