Ezra 9:4
तब जितने लोग इस्राएल के परमेश्वर के वचन सुनकर बन्धुआई से आए हुए लोगों के विश्वासघात के कारण थरथराते थे, सब मेरे पास इकट्ठे हुए, और मैं सांझ की भेंट के समय तक विस्मित हो कर बैठा रहा।
Then were assembled | וְאֵלַ֣י | wĕʾēlay | veh-ay-LAI |
unto | יֵאָֽסְפ֗וּ | yēʾāsĕpû | yay-ah-seh-FOO |
one every me | כֹּ֤ל | kōl | kole |
that trembled | חָרֵד֙ | ḥārēd | ha-RADE |
words the at | בְּדִבְרֵ֣י | bĕdibrê | beh-deev-RAY |
of the God | אֱלֹהֵֽי | ʾĕlōhê | ay-loh-HAY |
of Israel, | יִשְׂרָאֵ֔ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
because | עַ֖ל | ʿal | al |
transgression the of | מַ֣עַל | maʿal | MA-al |
of those that had been carried away; | הַגּוֹלָ֑ה | haggôlâ | ha-ɡoh-LA |
I and | וַֽאֲנִי֙ | waʾăniy | va-uh-NEE |
sat | יֹשֵׁ֣ב | yōšēb | yoh-SHAVE |
astonied | מְשׁוֹמֵ֔ם | mĕšômēm | meh-shoh-MAME |
until | עַ֖ד | ʿad | ad |
the evening | לְמִנְחַ֥ת | lĕminḥat | leh-meen-HAHT |
sacrifice. | הָעָֽרֶב׃ | hāʿāreb | ha-AH-rev |