Ezekiel 20:8
परन्तु वे मुझ से बिगड़ गए और मेरी सुननी न चाही; जिन घिनौनी वस्तुओं पर उनकी आंखें लगी थीं, उनकी किसी ने फेंका नहीं, और न मिस्र की मूरतों को छोड़ा। तब मैं ने कहा, मैं यहीं, मिस्र देश के बीच मुम पर अपनी जलजलाहट भड़काऊंगा। और पूरा कोप दिखाऊंगा।
But they rebelled | וַיַּמְרוּ | wayyamrû | va-yahm-ROO |
against me, and would | בִ֗י | bî | vee |
not | וְלֹ֤א | wĕlōʾ | veh-LOH |
hearken | אָבוּ֙ | ʾābû | ah-VOO |
unto | לִּשְׁמֹ֣עַ | lišmōaʿ | leesh-MOH-ah |
me: they did not | אֵלַ֔י | ʾēlay | ay-LAI |
man every | אִ֣ישׁ | ʾîš | eesh |
cast away | אֶת | ʾet | et |
שִׁקּוּצֵ֤י | šiqqûṣê | shee-koo-TSAY | |
the abominations | עֵֽינֵיהֶם֙ | ʿênêhem | ay-nay-HEM |
eyes, their of | לֹ֣א | lōʾ | loh |
neither | הִשְׁלִ֔יכוּ | hišlîkû | heesh-LEE-hoo |
did they forsake | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
idols the | גִּלּוּלֵ֥י | gillûlê | ɡee-loo-LAY |
of Egypt: | מִצְרַ֖יִם | miṣrayim | meets-RA-yeem |
then I said, | לֹ֣א | lōʾ | loh |
out pour will I | עָזָ֑בוּ | ʿāzābû | ah-ZA-voo |
my fury | וָאֹמַ֞ר | wāʾōmar | va-oh-MAHR |
upon | לִשְׁפֹּ֧ךְ | lišpōk | leesh-POKE |
accomplish to them, | חֲמָתִ֣י | ḥămātî | huh-ma-TEE |
my anger | עֲלֵיהֶ֗ם | ʿălêhem | uh-lay-HEM |
midst the in them against | לְכַלּ֤וֹת | lĕkallôt | leh-HA-lote |
of the land | אַפִּי֙ | ʾappiy | ah-PEE |
of Egypt. | בָּהֶ֔ם | bāhem | ba-HEM |
בְּת֖וֹךְ | bĕtôk | beh-TOKE | |
אֶ֥רֶץ | ʾereṣ | EH-rets | |
מִצְרָֽיִם׃ | miṣrāyim | meets-RA-yeem |