Ephesians 6:6
और मनुष्यों को प्रसन्न करने वालों की नाईं दिखाने के लिये सेवा न करो, पर मसीह के दासों की नाईं मन से परमेश्वर की इच्छा पर चलो।
Ephesians 6:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
Not with eyeservice, as menpleasers; but as the servants of Christ, doing the will of God from the heart;
American Standard Version (ASV)
not in the way of eyeservice, as men-pleasers; but as servants of Christ, doing the will of God from the heart;
Bible in Basic English (BBE)
Not only under your master's eye, as pleasers of men; but as servants of Christ, doing the pleasure of God from the heart;
Darby English Bible (DBY)
not with eye-service as men-pleasers; but as bondmen of Christ, doing the will of God from [the] soul,
World English Bible (WEB)
not in the way of service only when eyes are on you, as men-pleasers; but as servants of Christ, doing the will of God from the heart;
Young's Literal Translation (YLT)
not with eye-service as men-pleasers, but as servants of the Christ, doing the will of God out of soul,
| Not | μὴ | mē | may |
| with | κατ' | kat | kaht |
| eyeservice, | ὀφθαλμοδουλείαν | ophthalmodouleian | oh-fthahl-moh-thoo-LEE-an |
| as | ὡς | hōs | ose |
| menpleasers; | ἀνθρωπάρεσκοι | anthrōpareskoi | an-throh-PA-ray-skoo |
| but | ἀλλ' | all | al |
| as | ὡς | hōs | ose |
| the servants | δοῦλοι | douloi | THOO-loo |
of | τοῦ | tou | too |
| Christ, | Χριστοῦ | christou | hree-STOO |
| doing | ποιοῦντες | poiountes | poo-OON-tase |
| the | τὸ | to | toh |
| will | θέλημα | thelēma | THAY-lay-ma |
of | τοῦ | tou | too |
| God | θεοῦ | theou | thay-OO |
| from | ἐκ | ek | ake |
| the heart; | ψυχῆς | psychēs | psyoo-HASE |
Cross Reference
Colossians 3:22
हे सेवकों, जो शरीर के अनुसार तुम्हारे स्वामी हैं, सब बातों में उन की आज्ञा का पालन करो, मनुष्यों को प्रसन्न करने वालों की नाईं दिखाने के लिये नहीं, परन्तु मन की सीधाई और परमेश्वर के भय से।
1 Thessalonians 2:4
पर जैसा परमेश्वर ने हमें योग्य ठहराकर सुसमाचार सौंपा, हम वैसा ही वर्णन करते हैं; और इस में मनुष्यों को नहीं, परन्तु परमेश्वर को, जो हमारे मनों को जांचता है, प्रसन्न करते हैं।
Galatians 1:10
यदि मैं अब तक मनुष्यों को ही प्रसन्न करता रहता, तो मसीह का दास न होता॥
Philippians 2:12
सो हे मेरे प्यारो, जिस प्रकार तुम सदा से आज्ञा मानते आए हो, वैसे ही अब भी न केवल मेरे साथ रहते हुए पर विशेष करके अब मेरे दूर रहने पर भी डरते और कांपते हुए अपने अपने उद्धार का कार्य पूरा करते जाओ।
Matthew 7:21
जो मुझ से, हे प्रभु, हे प्रभु कहता है, उन में से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है।
1 Peter 4:2
ताकि भविष्य में अपना शेष शारीरिक जीवन मनुष्यों की अभिलाषाओं के अनुसार नहीं वरन परमेश्वर की इच्छा के अनुसार व्यतीत करो।
Hebrews 13:21
तुम्हें हर एक भली बात में सिद्ध करे, जिस से तुम उस की इच्छा पूरी करो, और जो कुछ उस को भाता है, उसे यीशु मसीह के द्वारा हम में उत्पन्न करे, जिस की बड़ाई युगानुयुग होती रहे। आमीन॥
Matthew 12:50
क्योंकि जो कोई मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चले, वही मेरा भाई और बहिन और माता है॥
Colossians 1:9
इसी लिये जिस दिन से यह सुना है, हम भी तुम्हारे लिये यह प्रार्थना करने और बिनती करने से नहीं चूकते कि तुम सारे आत्मिक ज्ञान और समझ सहित परमेश्वर की इच्छा की पहिचान में परिपूर्ण हो जाओ।
Hebrews 10:36
क्योंकि तुम्हें धीरज धरना अवश्य है, ताकि परमेश्वर की इच्छा को पूरी करके तुम प्रतिज्ञा का फल पाओ।
Ephesians 5:17
इस कारण निर्बुद्धि न हो, पर ध्यान से समझो, कि प्रभु की इच्छा क्या है?
Romans 6:17
परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, कि तुम जो पाप के दास थे तौभी मन से उस उपदेश के मानने वाले हो गए, जिस के सांचे में ढाले गए थे।
Jeremiah 24:7
मैं उनका ऐसा मन कर दूंगा कि वे मुझे जानेंगे कि मैं यहोवा हूँ; और वे मेरी प्रजा ठहरेंगे और मैं उनका परमेश्वर ठहरूंगा, क्योंकि वे मेरी ओर सारे मन से फिरेंगे।
Jeremiah 3:10
इतने पर भी उसकी विश्वासघाती बहिन यहूदा पूर्ण मन से मेरी ओर नहीं फिरी, परन्तु कपट से, यहोवा की यही वाणी है।
1 John 2:17
और संसार और उस की अभिलाषाएं दोनों मिटते जाते हैं, पर जो परमेश्वर की इच्छा पर चलता है, वह सर्वदा बना रहेगा॥
1 Peter 2:15
क्योंकि परमेश्वर की इच्छा यह है, कि तुम भले काम करने से निर्बुद्धि लोगों की अज्ञानता की बातों को बन्द कर दो।
Colossians 4:12
इपफ्रास जो तुम में से है, और मसीह यीशु का दास है, तुम से नमस्कार कहता है और सदा तुम्हारे लिये प्रार्थनाओं में प्रयत्न करता है, ताकि तुम सिद्ध होकर पूर्ण विश्वास के साथ परमेश्वर की इच्छा पर स्थिर रहो।