Ephesians 5:20 in Hindi

Hindi Hindi Bible Ephesians Ephesians 5 Ephesians 5:20

Ephesians 5:20
और सदा सब बातों के लिये हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम से परमेश्वर पिता का धन्यवाद करते रहो।

Ephesians 5:19Ephesians 5Ephesians 5:21

Ephesians 5:20 in Other Translations

King James Version (KJV)
Giving thanks always for all things unto God and the Father in the name of our Lord Jesus Christ;

American Standard Version (ASV)
giving thanks always for all things in the name of our Lord Jesus Christ to God, even the Father;

Bible in Basic English (BBE)
Giving praise at all times for all things in the name of our Lord Jesus Christ, to God, even the Father;

Darby English Bible (DBY)
giving thanks at all times for all things to him [who is] God and [the] Father in the name of our Lord Jesus Christ,

World English Bible (WEB)
giving thanks always concerning all things in the name of our Lord Jesus Christ, to God, even the Father;

Young's Literal Translation (YLT)
giving thanks always for all things, in the name of our Lord Jesus Christ, to the God and Father;

Giving
thanks
εὐχαριστοῦντεςeucharistountesafe-ha-ree-STOON-tase
always
πάντοτεpantotePAHN-toh-tay
for
ὑπὲρhyperyoo-PARE
things
all
πάντωνpantōnPAHN-tone
unto

ἐνenane
God
ὀνόματιonomatioh-NOH-ma-tee
and
τοῦtoutoo
Father
the
κυρίουkyrioukyoo-REE-oo
in
ἡμῶνhēmōnay-MONE
the
name
Ἰησοῦiēsouee-ay-SOO
our
of
Χριστοῦchristouhree-STOO

τῷtoh
Lord
θεῷtheōthay-OH
Jesus
καὶkaikay
Christ;
πατρίpatripa-TREE

Cross Reference

Colossians 3:17
और वचन से या काम से जो कुछ भी करो सब प्रभु यीशु के नाम से करो, और उसके द्वारा परमेश्वर पिता का धन्यवाद करो॥

1 Thessalonians 5:18
हर बात में धन्यवाद करो: क्योंकि तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्वर की यही इच्छा है।

2 Thessalonians 1:3
हे भाइयो, तुम्हारे विषय में हमें हर समय परमेश्वर का धन्यवाद करना चाहिए, और यह उचित भी है इसलिये कि तुम्हारा विश्वास बहुत बढ़ता जाता है, और तुम सब का प्रेम आपस में बहुत ही होता जाता है।

Ephesians 5:4
और न निर्लज्ज़ता, न मूढ़ता की बातचीत की, न ठट्ठे की, क्योंकि ये बातें सोहती नहीं, वरन धन्यवाद ही सुना जाएं।

Hebrews 13:15
इसलिये हम उसके द्वारा स्तुति रूपी बलिदान, अर्थात उन होठों का फल जो उसके नाम का अंगीकार करते हैं, परमेश्वर के लिये सर्वदा चढ़ाया करें।

Psalm 34:1
मैं हर समय यहोवा को धन्य कहा करूंगा; उसकी स्तुति निरन्तर मेरे मुख से होती रहेगी।

1 Peter 4:11
यदि कोई बोले, तो ऐसा बोले, मानों परमेश्वर का वचन है; यदि कोई सेवा करे; तो उस शक्ति से करे जो परमेश्वर देता है; जिस से सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा, परमेश्वर की महिमा प्रगट हो: महिमा और साम्राज्य युगानुयुग उसी की है। आमीन॥

John 15:16
तुम ने मुझे नहीं चुना परन्तु मैं ने तुम्हें चुना है और तुम्हें ठहराया ताकि तुम जाकर फल लाओ; और तुम्हारा फल बना रहे, कि तुम मेरे नाम से जो कुछ पिता से मांगो, वह तुम्हें दे।

John 14:13
और जो कुछ तुम मेरे नाम से मांगोगे, वही मैं करूंगा कि पुत्र के द्वारा पिता की महिमा हो।

Job 1:21
मैं अपनी मां के पेट से नंगा निकला और वहीं नंगा लौट जाऊंगा; यहोवा ने दिया और यहोवा ही ने लिया; यहोवा का नाम धन्य है।

John 16:23
उस दिन तुम मुझ से कुछ न पूछोगे: मैं तुम से सच सच कहता हूं, यदि पिता से कुछ मांगोगे, तो वह मेरे नाम से तुम्हें देगा।

1 Peter 2:5
तुम भी आप जीवते पत्थरों की नाईं आत्मिक घर बनते जाते हो, जिस से याजकों का पवित्र समाज बन कर, ऐसे आत्मिक बलिदान चढ़ाओ, जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्राह्य हों।

Isaiah 63:7
जितना उपकार यहोवा ने हम लोगों का किया अर्थात इस्राएल के घराने पर दया और अत्यन्त करूणा कर के उसने हम से जितनी भलाई, कि उस सब के अनुसार मैं यहोवा के करूणामय कामों का वर्णन और उसका गुणानुवाद करूंगा।

1 Thessalonians 3:9
और जैसा आनन्द हमें तुम्हारे कारण अपने परमेश्वर के साम्हने है, उसके बदले तुम्हारे विषय में हम किस रीति से परमेश्वर का धन्यवाद करें?

Colossians 1:11
और उस की महिमा की शक्ति के अनुसार सब प्रकार की सामर्थ से बलवन्त होते जाओ, यहां तक कि आनन्द के साथ हर प्रकार से धीरज और सहनशीलता दिखा सको।

Philippians 4:6
किसी भी बात की चिन्ता मत करो: परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और बिनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सम्मुख अपस्थित किए जाएं।

Philippians 1:3
मैं जब जब तुम्हें स्मरण करता हूं, तब तब अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूं।

1 Corinthians 1:4
मैं तुम्हारे विषय में अपने परमेश्वर का धन्यवाद सदा करता हूं, इसलिये कि परमेश्वर का यह अनुग्रह तुम पर मसीह यीशु में हुआ।

Acts 5:41
वे इस बात से आनन्दित होकर महासभा के साम्हने से चले गए, कि हम उसके नाम के लिये निरादर होने के योग्य तो ठहरे।

2 Thessalonians 2:13
पर हे भाइयो, और प्रभु के प्रिय लोगो चाहिये कि हम तुम्हारे विषय में सदा परमेश्वर का धन्यवाद करते रहें, कि परमेश्वर ने आदि से तुम्हें चुन लिया; कि आत्मा के द्वारा पवित्र बन कर, और सत्य की प्रतीति करके उद्धार पाओ।