Romans 9:13 in Hindi

Hindi Hindi Bible Romans Romans 9 Romans 9:13

Romans 9:13
जैसा लिखा है, कि मैं ने याकूब से प्रेम किया, परन्तु एसौ को अप्रिय जाना॥

Romans 9:12Romans 9Romans 9:14

Romans 9:13 in Other Translations

King James Version (KJV)
As it is written, Jacob have I loved, but Esau have I hated.

American Standard Version (ASV)
Even as it is written, Jacob I loved, but Esau I hated.

Bible in Basic English (BBE)
Even as it is said, I had love for Jacob, but for Esau I had hate.

Darby English Bible (DBY)
according as it is written, I have loved Jacob, and I have hated Esau.

World English Bible (WEB)
Even as it is written, "Jacob I loved, but Esau I hated."

Young's Literal Translation (YLT)
according as it hath been written, `Jacob I did love, and Esau I did hate.'

As
καθὼςkathōska-THOSE
it
is
written,
γέγραπταιgegraptaiGAY-gra-ptay

Τὸνtontone
Jacob
Ἰακὼβiakōbee-ah-KOVE
loved,
I
have
ἠγάπησαēgapēsaay-GA-pay-sa

τὸνtontone
but
δὲdethay
Esau
Ἠσαῦēsauay-SAF
have
I
hated.
ἐμίσησαemisēsaay-MEE-say-sa

Cross Reference

Malachi 1:2
यहोवा यह कहता है, मैं ने तुम से प्रेम किया है, परन्तु तुम पूछते हो, तू ने किस बात में हम से प्रेम किया है? यहोवा की यह वाणी है, क्या ऐसाव याकूब का भाई न था?

Genesis 29:31
जब यहोवा ने देखा, कि लिआ: अप्रिय हुई, तब उसने उसकी कोख खोली, पर राहेल बांझ रही।

Genesis 29:33
फिर वह गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ; और उसने यह कहा कि यह सुनके, कि मैं अप्रिय हूं यहोवा ने मुझे यह भी पुत्र दिया: इसलिये उसने उसका नाम शिमोन रखा।

Deuteronomy 21:15
यदि किसी पुरूष की दो पत्नियां हों, और उसे एक प्रिय और दूसरी अप्रिय हो, और प्रिया और अप्रिया दोनों स्त्रियां बेटे जने, परन्तु जेठा अप्रिया का हो,

Proverbs 13:24
जो बेटे पर छड़ी नहीं चलाता वह उसका बैरी है, परन्तु जो उस से प्रेम रखता, वह यत्न से उस को शिक्षा देता है।

Matthew 10:37
जो माता या पिता को मुझ से अधिक प्रिय जानता है, वह मेरे योग्य नहीं और जो बेटा या बेटी को मुझ से अधिक प्रिय जानता है, वह मेरे योग्य नहीं।

Luke 14:26
यदि कोई मेरे पास आए, और अपने पिता और माता और पत्नी और लड़के बालों और भाइयों और बहिनों बरन अपने प्राण को भी अप्रिय न जाने, तो वह मेरा चेला नहीं हो सकता।

John 12:25
जो अपने प्राण को प्रिय जानता है, वह उसे खो देता है; और जो इस जगत में अपने प्राण को अप्रिय जानता है; वह अनन्त जीवन के लिये उस की रक्षा करेगा।