Psalm 36:3 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 36 Psalm 36:3

Psalm 36:3
उसकी बातें अनर्थ और छल की हैं; उसने बुद्धि और भलाई के काम करने से हाथ उठाया है।

Psalm 36:2Psalm 36Psalm 36:4

Psalm 36:3 in Other Translations

King James Version (KJV)
The words of his mouth are iniquity and deceit: he hath left off to be wise, and to do good.

American Standard Version (ASV)
The words of his mouth are iniquity and deceit: He hath ceased to be wise `and' to do good.

Bible in Basic English (BBE)
In the words of his mouth are evil and deceit; he has given up being wise and doing good.

Darby English Bible (DBY)
The words of his mouth are wickedness and deceit: he hath left off to be wise, to do good.

Webster's Bible (WBT)
For he flattereth himself in his own eyes, until his iniquity is found to be hateful.

World English Bible (WEB)
The words of his mouth are iniquity and deceit. He has ceased to be wise and to do good.

Young's Literal Translation (YLT)
The words of his mouth `are' iniquity and deceit, He ceased to act prudently -- to do good.

The
words
דִּבְרֵיdibrêdeev-RAY
of
his
mouth
פִ֭יוpîwfeeoo
iniquity
are
אָ֣וֶןʾāwenAH-ven
and
deceit:
וּמִרְמָ֑הûmirmâoo-meer-MA
off
left
hath
he
חָדַ֖לḥādalha-DAHL
to
be
wise,
לְהַשְׂכִּ֣ילlĕhaśkîlleh-hahs-KEEL
and
to
do
good.
לְהֵיטִֽיב׃lĕhêṭîbleh-hay-TEEV

Cross Reference

Jeremiah 4:22
क्योंकि मेरी प्रजा मूढ़ है, वे मुझे नहीं जानते; वे ऐसे मूर्ख लड़के हैं जिन में कुछ भी समझ नहीं। बुराई करने को तो वे बुद्धिमान हैं, परन्तु भलाई करना वे नहीं जानते।

Psalm 55:21
उसके मुंह की बातें तो मक्खन सी चिकनी थी परन्तु उसके मन में लड़ाई की बातें थीं; उसके वचन तेल से अधिक नरम तो थे परन्तु नंगी तलवारें थीं॥

Psalm 10:7
उसका मुंह शाप और छल और अन्धेर से भरा है; उत्पात और अनर्थ की बातें उसके मुंह में हैं।

Psalm 140:3
उनका बोलना सांप का काटना सा है, उनके मुंह में नाग का सा विष रहता है॥

Zephaniah 1:6
और जो यहोवा के पीछे चलने से लौट गए हैं, और जिन्होंने न तो यहोवा को ढूंढ़ा, और न उसकी खोज में लगे, उन को भी मैं सत्यानाश कर डालूंगा॥

Matthew 22:15
तब फरीसियों ने जाकर आपस में विचार किया, कि उस को किस प्रकार बातों में फंसाएं।

Matthew 22:35
और उन में से एक व्यवस्थापक ने परखने के लिये, उस से पूछा।

Hebrews 10:39
पर हम हटने वाले नहीं, कि नाश हो जाएं पर विश्वास करने वाले हैं, कि प्राणों को बचाएं॥

1 John 2:19
वे निकले तो हम ही में से, पर हम में के थे नहीं; क्योंकि यदि हम में के होते, तो हमारे साथ रहते, पर निकल इसलिये गए कि यह प्रगट हो कि वे सब हम में के नहीं हैं।

Psalm 125:5
परन्तु जो मुड़ कर टेढ़े मार्गों में चलते हैं, उन को यहोवा अनर्थकारियों के संग निकाल देगा! इस्राएल को शान्ति मिले!

Psalm 94:8
तुम जो प्रजा में पशु सरीखे हो, विचार करो; और हे मूर्खों तुम कब तक बुद्धिमान हो जाओगे?

Psalm 58:3
दुष्ट लोग जन्मते ही पराए हो जाते हैं, वे पेट से निकलते ही झूठ बोलते हुए भटक जाते हैं।

1 Samuel 13:13
शमूएल ने शाऊल से कहा, तू ने मूर्खता का काम किया है; तू ने अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा को नहीं माना; नहीं तो यहोवा तेरा राज्य इस्राएलियों के ऊपर सदा स्थिर रखता।

1 Samuel 15:26
शमूएल ने शाऊल से कहा, मैं तेरे साथ न लौटूंगा; क्योंकि तू ने यहोवा की बात को तुच्छ जाना है, और यहोवा ने तुझे इस्राएल का राजा होने के लिये तुच्छ जाना है।

1 Samuel 16:14
और यहोवा का आत्मा शाऊल पर से उठ गया, और यहोवा की ओर से एक दुष्ट आत्मा उसे घबराने लगा।

1 Samuel 18:21
शाऊल तो सोचता था, कि वह उसके लिये फन्दा हो, और पलिश्तियों का हाथ उस पर पड़े। और शाऊल ने दाऊद से कहा, अब की बार तो तू अवश्य ही मेरा दामाद हो जाएगा।

1 Samuel 19:6
तब शाऊल ने योनातन की बात मानकर यह शपथ खाई, कि यहोवा के जीवन की शपथ, दाऊद मार डाला न जाएगा।

1 Samuel 26:21
शाऊल ने कहा, मैं ने पाप किया है, हे मेरे बेटे दाऊद लौट आ; मेरा प्राण आज के दिन तेरी दृष्टि में अनमोल ठहरा, इस कारण मैं फिर तेरी कुछ हानि न करूंगा; सुन, मैं ने मूर्खता की, और मुझ से बड़ी भूल हुई है।

Psalm 5:9
क्योंकि उनके मुंह में कोई सच्चाई नहीं; उनके मन में निरी दुष्टता है। उनका गला खुली हुई कब्र है, वे अपनी जीभ से चिकनी चुपड़ी बातें करते हैं।

Psalm 12:2
उन में से प्रत्येक अपने पड़ोसी से झूठी बातें कहता है; वे चापलूसी के ओठों से दो रंगी बातें करते हैं॥

1 Samuel 11:6
यह सन्देश सुनते ही शाऊल पर परमेश्वर का आत्मा बल से उतरा, और उसका कोप बहुत भड़क उठा।