Matthew 2:4
और उस ने लोगों के सब महायाजकों और शास्त्रियों को इकट्ठे करके उन से पूछा, कि मसीह का जन्म कहाँ होना चाहिए?
Matthew 2:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
And when he had gathered all the chief priests and scribes of the people together, he demanded of them where Christ should be born.
American Standard Version (ASV)
And gathering together all the chief priests and scribes of the people, he inquired of them where the Christ should be born.
Bible in Basic English (BBE)
And he got together all the chief priests and scribes of the people, questioning them as to where the birth-place of the Christ would be.
Darby English Bible (DBY)
and, assembling all the chief priests and scribes of the people, he inquired of them where the Christ should be born.
World English Bible (WEB)
Gathering together all the chief priests and scribes of the people, he asked them where the Christ would be born.
Young's Literal Translation (YLT)
and having gathered all the chief priests and scribes of the people, he was inquiring from them where the Christ is born.
| And when | καὶ | kai | kay |
| together, gathered had he | συναγαγὼν | synagagōn | syoon-ah-ga-GONE |
| all | πάντας | pantas | PAHN-tahs |
| the | τοὺς | tous | toos |
| chief priests | ἀρχιερεῖς | archiereis | ar-hee-ay-REES |
| and | καὶ | kai | kay |
| scribes | γραμματεῖς | grammateis | grahm-ma-TEES |
| the of | τοῦ | tou | too |
| people | λαοῦ | laou | la-OO |
| he demanded | ἐπυνθάνετο | epynthaneto | ay-pyoon-THA-nay-toh |
| of | παρ' | par | pahr |
| them | αὐτῶν | autōn | af-TONE |
| where | ποῦ | pou | poo |
| ὁ | ho | oh | |
| Christ | Χριστὸς | christos | hree-STOSE |
| should be born. | γεννᾶται | gennatai | gane-NA-tay |
Cross Reference
Acts 23:9
तब बड़ा हल्ला मचा और कितने शास्त्री जो फरीसियों के दल के थे, उठकर यों कह कर झगड़ने लगे, कि हम इस मनुष्य में कुछ बुराई नहीं पाते; और यदि कोई आत्मा या स्वर्गदूत उस से बोला है तो फिर क्या?
Matthew 26:3
तब महायाजक और प्रजा के पुरिनए काइफा नाम महायाजक के आंगन में इकट्ठे हुए।
Matthew 26:47
वह यह कह ही रहा था, कि देखो यहूदा जो बारहों में से एक था, आया, और उसके साथ महायाजकों और लोगों के पुरनियों की ओर से बड़ी भीड़, तलवारें और लाठियां लिए हुए आई।
Matthew 27:1
जब भोर हुई, तो सब महायाजकों और लोगों के पुरनियों ने यीशु के मार डालने की सम्मति की।
Mark 8:31
और वह उन्हें सिखाने लगा, कि मनुष्य के पुत्र के लिये अवश्य है, कि वह बहुत दुख उठाए, और पुरिनए और महायाजक और शास्त्री उसे तुच्छ समझकर मार डालें और वह तीन दिन के बाद जी उठे।
Luke 20:19
उसी घड़ी शास्त्रियों और महायाजकों ने उसे पकड़ना चाहा, क्योंकि समझ गए, कि उस ने हम पर यह दृष्टान्त कहा, परन्तु वे लोगों से डरे।
Luke 23:10
और महायाजक और शास्त्री खड़े हुए तन मन से उस पर दोष लगाते रहे।
John 3:10
यह सुनकर यीशु ने उस से कहा; तू इस्त्राएलियों का गुरू हो कर भी क्या इन बातों को नहीं समझता?
John 7:32
फरीसियों ने लोगों को उसके विषय में ये बातें चुपके चुपके करते सुना; और महायाजकों और फरीसियों ने उसके पकड़ने को सिपाही भेजे।
John 8:3
तब शास्त्री और फरीसी एक स्त्री को लाए, जो व्यभिचार में पकड़ी गई थी, और उस को बीच में खड़ी करके यीशु से कहा।
John 18:3
तब यहूदा पलटन को और महायाजकों और फरीसियों की ओर से प्यादों को लेकर दीपकों और मशालों और हथियारों को लिए हुए वहां आया।
Acts 4:5
दूसरे दिन ऐसा हुआ कि उन के सरदार और पुरिनये और शास्त्री।
Acts 6:12
और लोगों और प्राचीनोंऔर शास्त्रियों को भड़काकर चढ़ आए और उसे पकड़कर महासभा में ले आए।
Matthew 21:23
वह मन्दिर में जाकर उपदेश कर रहा था, कि महायाजकों और लोगों के पुरनियों ने उसके पास आकर पूछा, तू ये काम किस के अधिकार से करता है? और तुझे यह अधिकार किस ने दिया है?
Matthew 21:15
परन्तु जब महायाजकों और शास्त्रियों ने इन अद्भुत कामों को, जो उस ने किए, और लड़कों को मन्दिर में दाऊद की सन्तान को होशाना पुकारते हुए देखा, तो क्रोधित होकर उस से कहने लगे, क्या तू सुनता है कि ये क्या कहते हैं?
2 Chronicles 34:13
फिर वे बोझियों के अधिकारी थे और भांति भांति की सेवकाई और काम चलाने वाले थे, और कुछ लेवीय मुंशी सरदार और दरबान थे।
2 Chronicles 34:15
तब हिल्किय्याह ने शापान मंत्री से कहा, मुझे यहोवा के भवन में व्यवस्था की पुस्तक मिली है; तब हिल्किय्याह ने शापान को वह पुस्तक दी।
2 Chronicles 36:14
वरन सब प्रधान याजकों ने और लोगों ने भी अन्य जातियों के से घिनौने काम कर के बहुत बड़ा विश्वासघात किया, और यहोवा के भवन को जो उसने यरूशलेम में पवित्र किया था, अशुद्ध कर डाला।
Ezra 7:6
यही एज्रा मूसा की व्यवस्था के विष्य जिसे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने दी थी, निपुण शास्त्री था। और उसके परमेश्वर यहोवा की कृपादृष्टि जो उस पर रही, इसके कारण राजा ने उसका मुंह मांगा वर दे दिया।
Ezra 7:11
जो चिट्ठी राजा अर्तक्षत्र ने एज्रा याजक और शास्त्री को दी थी जो यहोवा की आज्ञाओं के वचनों का, और उसकी इस्राएलियों में चलाई हुई विधियों का शास्त्री था, उसकी नकल यह है;
Ezra 10:5
तब एज्रा उठा, और याजकों, लेवियों और सब इस्राएलियों के प्रधानों को यह शपथ खिलाई कि हम इसी वचन के अनुसार करेंगे; और उन्होंने वैसी ही शपथ खाई।
Nehemiah 12:7
सल्लू, आमोक, हिल्किय्याह और यदायाह। येशू के दिनों में याजकों और उनके भाइयों के मुख्य मुख्य पुरुष, ये ही थे।
Psalm 2:2
यहोवा के और उसके अभिषिक्त के विरूद्ध पृथ्वी के राजा मिलकर, और हाकिम आपस में सम्मति करके कहते हैं, कि
Jeremiah 8:8
तुम क्योंकर कह सकते हो कि हम बुद्धिमान हैं, और यहोवा की दी हुई व्यवस्था हमारे साथ है? परन्तु उनके शास्त्रियों ने उसका झूठा विवरण लिख कर उसको झूठ बना दिया है।
Malachi 2:7
क्योंकि याजक को चाहिये कि वह अपने ओंठों से ज्ञान की रक्षा करे, और लोग उसके मुंह से व्यवस्था पूछें, क्योंकि वह सेनाओं के यहोवा का दूत है।
Matthew 7:29
क्योंकि वह उन के शास्त्रियों के समान नहीं परन्तु अधिकारी की नाईं उन्हें उपदेश देता था॥
Matthew 13:52
उन्होंने उस से कहा, हां; उस ने उन से कहा, इसलिये हर एक शास्त्री जो स्वर्ग के राज्य का चेला बना है, उस गृहस्थ के समान है जो अपने भण्डार से नई और पुरानी वस्तुएं निकालता है॥
1 Chronicles 24:4
और एलीआजर के वंश के मुख्य पुरुष, ईतामार के वंश के मुख्य पुरुषों से अधिक थे, और वे यों बांटे गए अर्थात एलीआजर के वंश के पितरों के घरानों के सोलह, और ईतामार के वंश के पितरों के घरानों के आठ मुख्य पुरुष थे।