Luke 12:57
और तुम आप ही निर्णय क्यों नहीं कर लेते, कि उचित क्या है?
Luke 12:57 in Other Translations
King James Version (KJV)
Yea, and why even of yourselves judge ye not what is right?
American Standard Version (ASV)
And why even of yourselves judge ye not what is right?
Bible in Basic English (BBE)
And why are you, in your hearts, unable to be judges of what is right?
Darby English Bible (DBY)
And why even of yourselves judge ye not what is right?
World English Bible (WEB)
Why don't you judge for yourselves what is right?
Young's Literal Translation (YLT)
`And why, also, of yourselves, judge ye not what is righteous?
| Yea, and | Τί | ti | tee |
| why | δὲ | de | thay |
| even | καὶ | kai | kay |
| of | ἀφ' | aph | af |
| yourselves | ἑαυτῶν | heautōn | ay-af-TONE |
| ye judge | οὐ | ou | oo |
| not | κρίνετε | krinete | KREE-nay-tay |
| what | τὸ | to | toh |
| is right? | δίκαιον | dikaion | THEE-kay-one |
Cross Reference
Deuteronomy 32:29
भला होता कि ये बुद्धिमान होते, कि इस को समझ लेते, और अपने अन्त का विचार करते!
Matthew 15:10
और उस ने लोगों को अपने पास बुलाकर उन से कहा, सुनो; और समझो।
Matthew 21:21
यीशु ने उन को उत्तर दिया, कि मैं तुम से सच कहता हूं; यदि तुम विश्वास रखो, और सन्देह न करो; तो न केवल यह करोगे, जो इस अंजीर के पेड़ से किया गया है; परन्तु यदि इस पहाड़ से भी कहोगे, कि उखड़ जो; और समुद्र में जा पड़, तो यह हो जाएगा।
Matthew 21:32
क्योंकि यूहन्ना धर्म के मार्ग से तुम्हारे पास आया, और तुम ने उस की प्रतीति न की: पर महसूल लेने वालों और वेश्याओं ने उस की प्रतीति की: और तुम यह देखकर पीछे भी न पछताए कि उस की प्रतीति कर लेते॥
Luke 21:30
ज्योंहि उन की कोंपलें निकलती हैं, तो तुम देखकर आप ही जान लेते हो, कि ग्रीष्म काल निकट है।
John 7:24
मुंह देखकर न्याय न चुकाओ, परन्तु ठीक ठीक न्याय चुकाओ॥
Acts 2:40
उस ने बहुत ओर बातों में भी गवाही दे देकर समझाया कि अपने आप को इस टेढ़ी जाति से बचाओ।
Acts 13:26
हे भाइयो, तुम जो इब्राहीम की सन्तान हो; और तुम जो परमेश्वर से डरते हो, तुम्हारे पास इस उद्धार का वचन भेजा गया है।
1 Corinthians 11:14
क्या स्वाभाविक रीति से भी तुम नहीं जानते, कि यदि पुरूष लम्बे बाल रखे, तो उसके लिये अपमान है।