Jonah 2:7
जब मैं मूर्छा खाने लगा, तब मैं ने यहोवा को स्मरण किया; और मेरी प्रार्थना तेरे पास वरन तेरे पवित्र मन्दिर में पहुंच गई।
Jonah 2:7 in Other Translations
King James Version (KJV)
When my soul fainted within me I remembered the LORD: and my prayer came in unto thee, into thine holy temple.
American Standard Version (ASV)
When my soul fainted within me, I remembered Jehovah; And my prayer came in unto thee, into thy holy temple.
Bible in Basic English (BBE)
I went down to the bases of the mountains; as for the earth, her walls were about me for ever: but you have taken up my life from the underworld, O Lord my God.
Darby English Bible (DBY)
When my soul fainted within me, I remembered Jehovah; And my prayer came in unto thee, Into thy holy temple.
World English Bible (WEB)
"When my soul fainted within me, I remembered Yahweh. My prayer came in to you, into your holy temple.
Young's Literal Translation (YLT)
In the feebleness within me of my soul Jehovah I have remembered, And come in unto Thee doth my prayer, Unto Thy holy temple.
| When my soul | בְּהִתְעַטֵּ֤ף | bĕhitʿaṭṭēp | beh-heet-ah-TAFE |
| fainted | עָלַי֙ | ʿālay | ah-LA |
| within | נַפְשִׁ֔י | napšî | nahf-SHEE |
| remembered I me | אֶת | ʾet | et |
| יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA | |
| the Lord: | זָכָ֑רְתִּי | zākārĕttî | za-HA-reh-tee |
| prayer my and | וַתָּב֤וֹא | wattābôʾ | va-ta-VOH |
| came in | אֵלֶ֙יךָ֙ | ʾēlêkā | ay-LAY-HA |
| unto | תְּפִלָּתִ֔י | tĕpillātî | teh-fee-la-TEE |
| thee, into | אֶל | ʾel | el |
| thine holy | הֵיכַ֖ל | hêkal | hay-HAHL |
| temple. | קָדְשֶֽׁךָ׃ | qodšekā | kode-SHEH-ha |
Cross Reference
Psalm 18:6
अपने संकट में मैं ने यहोवा परमेश्वर को पुकारा; मैं ने अपने परमेश्वर की दोहाई दी। और उसने अपने मन्दिर में से मेरी बातें सुनी। और मेरी दोहाई उसके पास पहुंचकर उसके कानों में पड़ी॥
Psalm 11:4
परमेश्वर अपने पवित्र भवन में है; परमेश्वर का सिंहासन स्वर्ग में है; उसकी आंखें मनुष्य की सन्तान को नित देखती रहती हैं और उसकी पलकें उन को जांचती हैं।
2 Chronicles 30:27
अन्त में लेवीय याजकों ने खड़े हो कर प्रजा को आशीर्वाद दिया, और उनकी सुनी गई, और उनकी प्रार्थना उसके पपित्र धाम तक अर्थात स्वर्ग तक पहुंची।
Psalm 65:4
क्या ही धन्य है वह; जिस को तू चुनकर अपने समीप आने देता है, कि वह तेरे आंगनों में बास करे! हम तेरे भवन के, अर्थात तेरे पवित्र मन्दिर के उत्तम उत्तम पदार्थों से तृप्त होंगे॥
Psalm 77:10
मैने कहा यह तो मेरी दुर्बलता ही है, परन्तु मैं परमप्रधान के दाहिने हाथ के वर्षों को विचारता हूं॥
Psalm 143:5
मुझे प्राचीन काल के दिन स्मरण आते हैं, मैं तेरे सब अद्भुत कामों पर ध्यान करता हूं, और तेरे काम को सोचता हूं।
Jonah 2:4
तब मैं ने कहा, मैं तेरे साम्हने से निकाल दिया गया हूं; तौभी तेरे पवित्र मन्दिर की ओर फिर ताकूंगा।
Micah 1:2
हे जाति-जाति के सब लोगों, सुनो! हे पृथ्वी तू उस सब समेत जो तुझ में है, ध्यान दे! और प्रभु यहोवा तुम्हारे विरुद्ध, वरन परमेश्वर अपने पवित्र मन्दिर में से तुम पर साक्षी दे।
Habakkuk 2:20
परन्तु यहोवा अपने पवित्र मन्दिर में है; समस्त पृथ्वी उसके साम्हने शान्त रहे॥
Hebrews 12:3
इसलिये उस पर ध्यान करो, जिस ने अपने विरोध में पापियों का इतना वाद-विवाद सह लिया कि तुम निराश होकर हियाव न छोड़ दो।
2 Corinthians 1:9
वरन हम ने अपने मन में समझ लिया था, कि हम पर मृत्यु की आज्ञा हो चुकी है कि हम अपना भरोसा न रखें, वरन परमेश्वर का जो मरे हुओं को जिलाता है।
Lamentations 3:21
परन्तु मैं यह स्मरण करता हूँ, इसीलिये मुझे आाशा है:
Psalm 20:7
किसी को रथों को, और किसी को घोड़ों का भरोसा है, परन्तु हम तो अपने परमेश्वर यहोवा ही का नाम लेंगे।
Psalm 22:14
मैं जल की नाईं बह गया, और मेरी सब हडि्डयों के जोड़ उखड़ गए: मेरा हृदय मोम हो गया, वह मेरी देह के भीतर पिघल गया।
Psalm 27:13
यदि मुझे विश्वास न होता कि जीवितों की पृथ्वी पर यहोवा की भलाई को देखूंगा, तो मैं मूर्च्छित हो जाता।
Psalm 42:5
हे मेरे प्राण, तू क्यों गिरा जाता है? और तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है? परमेश्वर पर आशा लगाए रह; क्योंकि मैं उसके दर्शन से उद्धार पाकर फिर उसका धन्यवाद करूंगा॥
Psalm 42:11
हे मेरे प्राण तू क्यों गिरा जाता है? तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है? परमेश्वर पर भरोसा रख; क्योंकि वह मेरे मुख की चमक और मेरा परमेश्वर है, मैं फिर उसका धन्यवाद करूंगा॥
Psalm 43:5
हे मेरे प्राण तू क्यों गिरा जाता है? तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है? परमेश्वर पर भरोसा रख, क्योंकि वह मेरे मुख की चमक और मेरा परमेश्वर है; मैं फिर उसका धन्यवाद करूंगा॥
Psalm 119:81
मेरा प्राण तेरे उद्धार के लिये बैचेन है; परन्तु मुझे तेरे वचन पर आशा रहती है।
Isaiah 50:10
तुम में से कौन है जो यहोवा का भय मानता और उसके दास की बातें सुनता है, जो अन्धियारे में चलता हो और उसके पास ज्योति न हो? वह यहोवा के नाम का भरोसा रखे, और अपने परमेश्वर पर आशा लगाए रहे।
1 Samuel 30:6
और दाऊद बड़े संकट में पड़ा; क्योंकि लोग अपने बेटे-बेटियों के कारण बहुत शोकित हो कर उस पर पत्थरवाह करने की चर्चा कर रहे थे। परन्तु दाऊद ने अपने परमेश्वर यहोवा को स्मरण करके हियाव बान्धा॥