Jonah 1:6
तब मांझी उसके निकट आकर कहने लगा, तू भारी नींद में पड़ा हुआ क्या करता है? उठ, अपने देवता की दोहाई दे! सम्भव है कि परमेश्वर हमारी चिन्ता करे, और हमारा नाश न हो॥
Jonah 1:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
So the shipmaster came to him, and said unto him, What meanest thou, O sleeper? arise, call upon thy God, if so be that God will think upon us, that we perish not.
American Standard Version (ASV)
So the shipmaster came to him, and said unto him, What meanest thou, O sleeper? arise, call upon thy God, if so be that God will think upon us, that we perish not.
Bible in Basic English (BBE)
And the ship's captain came to him and said to him, What are you doing sleeping? Up! say a prayer to your God, if by chance God will give a thought to us, so that we may not come to destruction.
Darby English Bible (DBY)
And the shipmaster came to him, and said unto him, What meanest thou, sleeper? arise, call upon thy God; perhaps God will think upon us, that we perish not.
World English Bible (WEB)
So the shipmaster came to him, and said to him, "What do you mean, sleeper? Arise, call on your gods! Maybe the gods will notice us, so that we won't perish."
Young's Literal Translation (YLT)
And the chief of the company draweth near to him, and saith to him, `What -- to thee, O sleeper? rise, call unto thy God, it may be God doth bethink himself of us, and we do not perish.'
| So the shipmaster | וַיִּקְרַ֤ב | wayyiqrab | va-yeek-RAHV |
| אֵלָיו֙ | ʾēlāyw | ay-lav | |
| came | רַ֣ב | rab | rahv |
| to | הַחֹבֵ֔ל | haḥōbēl | ha-hoh-VALE |
| said and him, | וַיֹּ֥אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
| unto him, What | ל֖וֹ | lô | loh |
| meanest thou, O sleeper? | מַה | ma | ma |
| arise, | לְּךָ֣ | lĕkā | leh-HA |
| call | נִרְדָּ֑ם | nirdām | neer-DAHM |
| upon | ק֚וּם | qûm | koom |
| thy God, | קְרָ֣א | qĕrāʾ | keh-RA |
| if so be | אֶל | ʾel | el |
| that God | אֱלֹהֶ֔יךָ | ʾĕlōhêkā | ay-loh-HAY-ha |
| think will | אוּלַ֞י | ʾûlay | oo-LAI |
| upon us, that we perish | יִתְעַשֵּׁ֧ת | yitʿaššēt | yeet-ah-SHATE |
| not. | הָאֱלֹהִ֛ים | hāʾĕlōhîm | ha-ay-loh-HEEM |
| לָ֖נוּ | lānû | LA-noo | |
| וְלֹ֥א | wĕlōʾ | veh-LOH | |
| נֹאבֵֽד׃ | nōʾbēd | noh-VADE |
Cross Reference
Jonah 3:9
सम्भव है, परमेश्वर दया करे और अपनी इच्छा बदल दे, और उसका भड़का हुआ कोप शान्त हो जाए और हम नाश होने से बच जाएं॥
Amos 5:15
बुराई से बैर और भलाई से प्रीति रखो, और फाटक में न्याय को स्थिर करो; क्या जाने सेनाओं का परमेश्वर यहोवा यूसुफ से बचे हुओं पर अनुग्रह करे॥
2 Samuel 12:22
उसने उत्तर दिया, कि जब तक बच्चा जीवित रहा तब तक तो मैं यह सोचकर उपवास करता और रोता रहा, कि क्या जाने यहोवा मुझ पर ऐसा अनुग्रह करे कि बच्चा जीवित रहे।
Ephesians 5:14
इस कारण वह कहता है, हे सोने वाले जाग और मुर्दों में से जी उठ; तो मसीह की ज्योति तुझ पर चमकेगी॥
Romans 13:11
और समय को पहिचान कर ऐसा ही करो, इसलिये कि अब तुम्हारे लिये नींद से जाग उठने की घड़ी आ पहुंची है, क्योंकि जिस समय हम ने विश्वास किया था, उस समय के विचार से अब हमारा उद्धार निकट है।
Acts 21:13
परन्तु पौलुस ने उत्तर दिया, कि तुम क्या करते हो, कि रो रोकर मेरा मन तोड़ते हो, मैं तो प्रभु यीशु के नाम के लिये यरूशलेम में न केवल बान्धे जाने ही के लिये वरन मरने के लिये भी तैयार हूं।
Mark 4:37
तब बड़ी आन्धी आई, और लहरें नाव पर यहां तक लगीं, कि वह अब पानी से भरी जाती थी।
Joel 2:11
यहोवा अपने उस दल के आगे अपना शब्द सुनाता है, क्योंकि उसकी सेना बहुत ही बड़ी है; जो अपना वचन पूरा करने वाला है, वह सामर्थी है। क्योंकि यहोवा का दिन बड़ा और अति भयानक है; उसको कौन सह सकेगा?
Ezekiel 18:2
तुम लोग जो इस्राएल के देश के विषय में यह कहावत कहते हो, कि जंगली अंगूर तो पुरखा लोग खाते, परन्तु दांत खट्टे होते हैं लड़के-बालों के। इसका क्या अर्थ है?
Jeremiah 2:27
वे काठ से कहते हैं, तू मेरा बाप है, और पत्थर से कहते हैं, तू ने मुझे जन्म दिया है। इस प्रकार उन्होंने मेरी ओर मुंह नहीं पीठ ही फेरी है; परन्तु विपत्ति के समय वे कहते हैं, उठ कर हमें बचा!
Isaiah 3:15
सेनाओं के प्रभु यहोवा की यह वाणी है, तुम क्यों मेरी प्रजा को दलते, और दीन लोगों को पीस डालते हो!
Psalm 107:28
तब वे संकट में यहोवा की दोहाई देते हैं, और वह उन को सकेती से निकालता है।
Psalm 107:18
उनका जी सब भांति के भोजन से मिचलाता है, और वे मृत्यु के फाटक तक पहुंचते हैं।
Psalm 107:12
तब उसने उन को कष्ट के द्वारा दबाया; वे ठोकर खाकर गिर पड़े, और उन को कोई सहायक न मिला।
Psalm 107:6
तब उन्होंने संकट में यहोवा की दोहाई दी, और उसने उन को सकेती से छुड़ाया;
Psalm 78:34
जब जब वह उन्हे घात करने लगता, तब तब वे उसको पूछते थे; और फिरकर ईश्वर को यत्न से खोजते थे।
Esther 4:16
कि तू जा कर शूशन के सब यहूदियों को इकट्ठा कर, और तुम सब मिलकर मेरे निमित्त उपवास करो, तीन दिन रात न तो कुछ खाओ, और न कुछ पीओ। और मैं भी अपनी सहेलियों सहित उसी रीति उपवास करूंगी। और ऐसी ही दशा में मैं नियम के विरुद्ध राजा के पास भीतर जाऊंगी; और यदि नाश हो गई तो हो गई।