Jeremiah 44:17 in Hindi

Hindi Hindi Bible Jeremiah Jeremiah 44 Jeremiah 44:17

Jeremiah 44:17
जो जो मन्नतें हम मान चुके हैं उन्हें हम निश्चय पूरी करेंगी, हम स्वर्ग की रानी के लिये धूप जलाएंगे और तपावन देंगे, जैसे कि हमारे पुरखा लोग और हम भी अपने राजाओं और और हाकिमों समेत यहूदा के नगरों में और यरूशलेम की सड़कों में करते थे; क्योंकि उस समय हम पेट भर के खाते और भले चंगे रहते और किसी विपत्ति में नहीं पड़ते थे।

Jeremiah 44:16Jeremiah 44Jeremiah 44:18

Jeremiah 44:17 in Other Translations

King James Version (KJV)
But we will certainly do whatsoever thing goeth forth out of our own mouth, to burn incense unto the queen of heaven, and to pour out drink offerings unto her, as we have done, we, and our fathers, our kings, and our princes, in the cities of Judah, and in the streets of Jerusalem: for then had we plenty of victuals, and were well, and saw no evil.

American Standard Version (ASV)
But we will certainly perform every word that is gone forth out of our mouth, to burn incense unto the queen of heaven, and to pour out drink-offerings unto her, as we have done, we and our fathers, our kings and our princes, in the cities of Judah, and in the streets of Jerusalem; for then had we plenty of victuals, and were well, and saw no evil.

Bible in Basic English (BBE)
But we will certainly do every word which has gone out of our mouths, burning perfumes to the queen of heaven and draining out drink offerings to her as we did, we and our fathers and our kings and our rulers, in the towns of Judah and in the streets of Jerusalem: for then we had food enough and did well and saw no evil.

Darby English Bible (DBY)
but we will certainly do every word that is gone forth out of our mouth, to burn incense to the queen of the heavens, and to pour out drink-offerings to her, as we have done, we and our fathers, our kings and our princes, in the cities of Judah and in the streets of Jerusalem; and we had plenty of bread, and were well, and saw no evil.

World English Bible (WEB)
But we will certainly perform every word that is gone forth out of our mouth, to burn incense to the queen of the sky, and to pour out drink-offerings to her, as we have done, we and our fathers, our kings and our princes, in the cities of Judah, and in the streets of Jerusalem; for then had we plenty of food, and were well, and saw no evil.

Young's Literal Translation (YLT)
for we certainly do everything that hath gone out of our mouth, to make perfume to the queen of the heavens, and to pour out to her libations, as we have done, we, and our fathers, our kings, and our heads, in cities of Judah, and in streets of Jerusalem, and -- we are satisfied with bread, and we are well, and evil we have not seen.

But
כִּי֩kiykee
we
will
certainly
עָשֹׂ֨הʿāśōah-SOH
do
נַעֲשֶׂ֜הnaʿăśena-uh-SEH

אֶֽתʾetet
whatsoever
כָּלkālkahl

הַדָּבָ֣ר׀haddābārha-da-VAHR
thing
אֲשֶׁרʾăšeruh-SHER
goeth
forth
יָצָ֣אyāṣāʾya-TSA
out
of
our
own
mouth,
מִפִּ֗ינוּmippînûmee-PEE-noo
incense
burn
to
לְקַטֵּ֞רlĕqaṭṭērleh-ka-TARE
unto
the
queen
לִמְלֶ֣כֶתlimleketleem-LEH-het
of
heaven,
הַשָּׁמַיִם֮haššāmayimha-sha-ma-YEEM
out
pour
to
and
וְהַסֵּֽיךְwĕhassêkveh-ha-SAKE
drink
offerings
לָ֣הּlāhla
unto
her,
as
נְסָכִים֒nĕsākîmneh-sa-HEEM
done,
have
we
כַּאֲשֶׁ֨רkaʾăšerka-uh-SHER
we,
עָשִׂ֜ינוּʿāśînûah-SEE-noo
and
our
fathers,
אֲנַ֤חְנוּʾănaḥnûuh-NAHK-noo
our
kings,
וַאֲבֹתֵ֙ינוּ֙waʾăbōtênûva-uh-voh-TAY-NOO
princes,
our
and
מְלָכֵ֣ינוּmĕlākênûmeh-la-HAY-noo
in
the
cities
וְשָׂרֵ֔ינוּwĕśārênûveh-sa-RAY-noo
of
Judah,
בְּעָרֵ֣יbĕʿārêbeh-ah-RAY
streets
the
in
and
יְהוּדָ֔הyĕhûdâyeh-hoo-DA
of
Jerusalem:
וּבְחֻצ֖וֹתûbĕḥuṣôtoo-veh-hoo-TSOTE
plenty
we
had
then
for
יְרוּשָׁלִָ֑םyĕrûšālāimyeh-roo-sha-la-EEM
victuals,
of
וַנִּֽשְׂבַּֽעwanniśĕbbaʿva-NEE-seh-BA
and
were
לֶ֙חֶם֙leḥemLEH-HEM
well,
וַנִּֽהְיֶ֣הwannihĕyeva-nee-heh-YEH
and
saw
טוֹבִ֔יםṭôbîmtoh-VEEM
no
וְרָעָ֖הwĕrāʿâveh-ra-AH
evil.
לֹ֥אlōʾloh
רָאִֽינוּ׃rāʾînûra-EE-noo

Cross Reference

Jeremiah 7:18
देख, लड़के बाले तो ईधन बटोरते, बाप आग सुलगाते और स्त्रियां आटा गूंधती हैं, कि स्वर्ग की रानी के लिये रोटियां चढ़ाएं; और मुझे क्रोधित करने के लिये दूसरे देवताओं के लिये तपावन दें।

Nehemiah 9:34
और हमारे राजाओं और हाकिमों, याजकों और पुरखाओं ने, न तो तेरी व्यवस्था को माना है और न तेरी आज्ञाओं और चितौनियों की ओर ध्यान दिया है जिन से तू ने उन को चिताया था।

Hosea 2:5
उनकी माता ने छिनाला किया है; जिसके गर्भ में वे पड़े, उसने लज्जा के योग्य काम किया है। उसने कहा, मेरे यार जो मुझे रोटी-पानी, ऊन, सन, तेल और मद्य देते हैं, मैं उन्हीं के पीछे चलूंगी।

Deuteronomy 23:23
जो कुछ तेरे मुंह से निकले उसके पूरा करने में चौकसी करना; तू अपने मुंह से वचन देकर अपनी इच्छा से अपने परमेश्वर यहोवा की जैसी मन्नत माने, वैसा ही स्वतंत्रता पूर्वक उसे पूरा करना।

Judges 11:36
उसने उस से कहा, हे मेरे पिता, तू ने जो यहोवा को वचन दिया है, तो जो बात तेरे मुंह से निकली है उसी के अनुसार मुझ से बर्ताव कर, क्योंकि यहोवा ने तेरे अम्मोनी शत्रुओं से तेरा पलटा लिया है।

2 Kings 17:16
वरन उन्होंने अपने परमेश्वर यहोवा की सब आज्ञाओं को त्याग दिया, और दो बछड़ों की मूरतें ढाल कर बनाईं, और अशेरा भी बनाईं; और आकाश के सारे गणों को दण्डवत की, और बाल की उपासना की।

Jeremiah 19:13
और यरूशलेम के घर और यहूदा के राजाओं के भवन, जिनकी छतों पर आकाश की सारी सेना के लिये धूप जलाया गया, और अन्य देवताओं के लिये तपावन दिया गया है, वे सब तोपेत के समान अशुद्ध हो जाएंगे।

Jeremiah 44:21
तुम्हारे पुरखा और तुम जो अपने राजाओं और हाकिमों और लोगों समेत यहूदा देश के नगरों और यरूशलेम की सड़कों में धूप जलाते थे, क्या वह यहोवा के ध्यान में नहीं आया?

Jeremiah 44:25
इस्राएल का परमेश्वर, सेनाओं का यहोवा, यों कहता है, कि तुम ने और तुम्हारी स्त्रियों ने मन्नतें मानी और यह कह कर उन्हें पूरी करते हो कि हम ने स्वर्ग की रानी के लिये धूप जलाने और तपावन देने की जो जो मन्नतें मानी हैं उन्हें हम अवश्य ही पूरी करेंगे; और तुम ने अपने हाथों से ऐसा ही किया। सो अब तुम अपनी अपनी मन्नतों को मान कर पूरी करो!

Philippians 3:19
उन का अन्त विनाश है, उन का ईश्वर पेट है, वे अपनी लज्ज़ा की बातों पर घमण्ड करते हैं, और पृथ्वी की वस्तुओं पर मन लगाए रहते हैं।

Numbers 30:12
परन्तु यदि उसका पति उसकी मन्नत आदि सुनकर उसी दिन पूरी रीति से तोड़ दे, तो उसकी मन्नतें आदि, जो कुछ उसके मुंह से अपने बन्धन के विषय निकला हो, उस में से एक बात भी स्थिर न रहे; उसके पति ने सब तोड़ दिया है; इसलिये यहोवा उस स्त्री का वह पाप क्षमा करेगा।

Exodus 16:3
और इस्राएली उन से कहने लगे, कि जब हम मिस्र देश में मांस की हांडियों के पास बैठकर मनमाना भोजन खाते थे, तब यदि हम यहोवा के हाथ से मार डाले भी जाते तो उत्तम वही था; पर तुम हम को इस जंगल में इसलिये निकाल ले आए हो कि इस सारे समाज को भूखों मार डालो।

1 Peter 1:18
क्योंकि तुम जानते हो, कि तुम्हारा निकम्मा चाल-चलन जो बाप दादों से चला आता है उस से तुम्हारा छुटकारा चान्दी सोने अर्थात नाशमान वस्तुओं के द्वारा नहीं हुआ।

2 Kings 22:17
उन लोगों ने मुझे त्याग कर पराये देवताओं के लिये धूप जलाया और अपनी बनाई हुई सब वस्तुओं के द्वारा मुझे क्रोध दिलाया है, इस कारण मेरी जलजलाहट इस स्थान पर भड़केगी और फिर शांत न होगी।

Psalm 12:4
वे कहते हैं कि हम अपनी जीभ ही से जीतेंगे, हमारे ओंठ हमारे ही वश में हैं; हमारा प्रभु कौन है?

Psalm 106:6
हम ने तो अपने पुरखाओं की नाईं पाप किया है; हम ने कुटिलता की, हम ने दुष्टता की है!

Isaiah 48:5
इस कारण मैं ने इन बातों को प्राचीनकाल ही से तुझे बताया उनके होने से पहिले ही मैं ने तुझे बता दिया, ऐसा न हो कि तू यह कह पाए कि यह मेरे देवता का काम है, मेरी खोदी और ढली हुई मूर्तियों की आज्ञा से यह हुआ॥

Jeremiah 32:29
जो कसदी इस नगर से युद्ध कर रहे हैं, वे आकर इस में आग लगाकर फूंक देंगे, और जिन घरों की छतों पर उन्होंने बाल के लिये धूप जलाकर और दूसरे देवताओं को तपावन देकर मुझे रिस दिलाई है, वे घर जला दिए जाएंगे।

Jeremiah 44:9
जो जो बुराइयां तुम्हारे पुरखा, यहूदा के राजा और उनकी स्त्रियां, और तुम्हारी स्त्रियां, वरन तुम आप यहूदा देश और यरूशलेम की सड़कों में करते थे, क्या उसे तुम भूल गए हो?

Ezekiel 20:8
परन्तु वे मुझ से बिगड़ गए और मेरी सुननी न चाही; जिन घिनौनी वस्तुओं पर उनकी आंखें लगी थीं, उनकी किसी ने फेंका नहीं, और न मिस्र की मूरतों को छोड़ा। तब मैं ने कहा, मैं यहीं, मिस्र देश के बीच मुम पर अपनी जलजलाहट भड़काऊंगा। और पूरा कोप दिखाऊंगा।

Daniel 9:5
हम लोगों ने तो पाप, कुटिलता, दुष्टता और बलवा किया है, और तेरी आज्ञाओं और नियमों को तोड़ दिया है।

Mark 6:26
तब राजा बहुत उदास हुआ, परन्तु अपनी शपथ के कारण और साथ बैठने वालों के कारण उसे टालना न चाहा।

Numbers 30:2
कि जब कोई पुरूष यहोवा की मन्नत माने, वा अपने आप को वाचा से बान्धने के लिये शपथ खाए, तो वह अपना वचन न टाले; जो कुछ उसके मुंह से निकला हो उसके अनुसार वह करे।