Isaiah 9:17
इस कारण प्रभु न तो इनके जवानों से प्रसन्न होगा, और न इनके अनाथ बालकों और विधवाओं पर दया करेगा; क्योंकि हर एक भक्तिहीन और कुकर्मी है, और हर एक के मुख से मूर्खता की बातें निकलती हैं। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
Isaiah 9:17 in Other Translations
King James Version (KJV)
Therefore the LORD shall have no joy in their young men, neither shall have mercy on their fatherless and widows: for every one is an hypocrite and an evildoer, and every mouth speaketh folly. For all this his anger is not turned away, but his hand is stretched out still.
American Standard Version (ASV)
Therefore the Lord will not rejoice over their young men, neither will he have compassion on their fatherless and widows; for every one is profane and an evil-doer, and every mouth speaketh folly. For all this his anger is not turned away, but his hand is stretched out still.
Bible in Basic English (BBE)
For this cause the Lord will have no pleasure in their young men, and no pity on their widows and the children without fathers: for they are all haters of God and evil-doers, and foolish words come from every mouth. For all this his wrath is not turned away, but his hand is stretched out still.
Darby English Bible (DBY)
Therefore the Lord will not rejoice in their young men, neither will he have mercy on their fatherless and on their widows; for every one is a hypocrite and an evildoer, and every mouth speaketh folly. For all this his anger is not turned away, and his hand is stretched out still.
World English Bible (WEB)
Therefore the Lord will not rejoice over their young men, neither will he have compassion on their fatherless and widows; for everyone is profane and an evil-doer, and every mouth speaks folly. For all this his anger is not turned away, but his hand is stretched out still.
Young's Literal Translation (YLT)
Therefore, over its young men the Lord rejoiceth not, And its orphans, and its widows He pitieth not, For every one `is' profane, and an evil doer, And every mouth is speaking folly. With all this not turned back hath His anger, And still His hand is stretched out.
| Therefore | עַל | ʿal | al |
| כֵּ֨ן | kēn | kane | |
| the Lord | עַל | ʿal | al |
| no have shall | בַּחוּרָ֜יו | baḥûrāyw | ba-hoo-RAV |
| joy | לֹֽא | lōʾ | loh |
| in | יִשְׂמַ֣ח׀ | yiśmaḥ | yees-MAHK |
| their young men, | אֲדֹנָ֗י | ʾădōnāy | uh-doh-NAI |
| neither | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
| shall have mercy | יְתֹמָ֤יו | yĕtōmāyw | yeh-toh-MAV |
| on their fatherless | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
| widows: and | אַלְמְנוֹתָיו֙ | ʾalmĕnôtāyw | al-meh-noh-tav |
| for | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| every one | יְרַחֵ֔ם | yĕraḥēm | yeh-ra-HAME |
| hypocrite an is | כִּ֤י | kî | kee |
| and an evildoer, | כֻלּוֹ֙ | kullô | hoo-LOH |
| and every | חָנֵ֣ף | ḥānēp | ha-NAFE |
| mouth | וּמֵרַ֔ע | ûmēraʿ | oo-may-RA |
| speaketh | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
| folly. | פֶּ֖ה | pe | peh |
| For all | דֹּבֵ֣ר | dōbēr | doh-VARE |
| this | נְבָלָ֑ה | nĕbālâ | neh-va-LA |
| anger his | בְּכָל | bĕkāl | beh-HAHL |
| is not | זֹאת֙ | zōt | zote |
| turned away, | לֹא | lōʾ | loh |
| hand his but | שָׁ֣ב | šāb | shahv |
| is stretched out still. | אַפּ֔וֹ | ʾappô | AH-poh |
| וְע֖וֹד | wĕʿôd | veh-ODE | |
| יָד֥וֹ | yādô | ya-DOH | |
| נְטוּיָֽה׃ | nĕṭûyâ | neh-too-YA |
Cross Reference
Jeremiah 18:21
इसलिये उनके लड़के-बालों को भूख से मरने दे, वे तलवार से कट मरें, और उनकी स्त्रियां निर्वंश और विधवा हो जाएं। उनके पुरुष मरी से मरें, और उनके जवान लड़ाई में तलवार से मारे जाएं।
Isaiah 10:6
मैं उसको एक भक्तिहीन जाति के विरुद्ध भेजूंगा, और जिन लोगों पर मेरा रोष भड़का है उनके विरुद्ध उसको आज्ञा दूंगा कि छीन छान करे और लूट ले, और उन को सड़कों की कीच के समान लताड़े।
Matthew 12:34
हे सांप के बच्चों, तुम बुरे होकर क्योंकर अच्छी बातें कह सकते हो? क्योंकि जो मन में भरा है, वही मुंह पर आता है।
Isaiah 27:11
जब उसकी शाखाएं सूख जाएं तब तोड़ी जाएंगी; और स्त्रियां आकर उन को तोड़ कर जला देंगी। क्योंकि ये लोग निर्बुद्धि हैं; इसलिये उनका कर्ता उन पर दया न करेगा, और उनका रचने वाला उन पर अनुग्रह न करेगा॥
Isaiah 5:25
इस कारण यहोवा का क्रोध अपनी प्रजा पर भड़का है, और उसने उनके विरुद्ध हाथ बढ़ा कर उन को मारा है, और पहाड़ कांप उठे; और लोगों की लोथें सड़कों के बीच कूड़ा सी पड़ी हैं। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
Psalm 147:10
न तो वह घोड़े के बल को चाहता है, और न पुरूष के पैरों से प्रसन्न होता है;
Isaiah 9:12
और उनके शत्रुओं को अर्थात पहिले आराम को और तब पलिश्तियों को उभारेगा, और वे मुंह खोल कर इस्राएलियों को निगल लेंगे। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
Matthew 16:3
और भोर को कहते हो, कि आज आन्धी आएगी क्योंकि आकाश लाल और धुमला है; तुम आकाश का लक्षण देखकर भेद बता सकते हो पर समयों के चिन्हों का भेद नहीं बता सकते?
Zechariah 9:17
उसका क्या ही कुशल, और क्या ही शोभा उसकी होगी! उसके जवान लोग अन्न खाकर, और कुमारियां नया दाखमधु पीकर हृष्टपुष्ट हो जाएंगी॥
Micah 7:2
भक्त लोग पृथ्वी पर से नाश हो गए हैं, और मनुष्यों में एक भी सीधा नहीं जन नहीं रहा; वे सब के सब हत्या के लिये घात लगाते, और जाल लगा कर अपने अपने भाई का आहेर करते हैं।
Ezekiel 20:33
प्रभु यहोवा यों कहता है, मेरे जीवन की शपथ मैं निश्चय बली हाथ और बढ़ाई हुई भुजा से, और भड़काई इुई जलजलाहट के साथ तुम्हारे ऊपर राज्य करूंगा।
Jeremiah 5:1
यरूशलेम की सड़कों में इधर उधर दौड़कर देखो! उसके चौकों में ढूंढ़ो यदि कोई ऐसा मिल सके जो न्याय से काम करे और सच्चाई का खोजी हो; तो मैं उसका पाप क्षमा करूंगा।
Isaiah 1:4
हाय, यह जाति पाप से कैसी भरी है! यह समाज अधर्म से कैसा लदा हुआ है! इस वंश के लोग कैसे कुकर्मी हैं, ये लड़के-बाले कैसे बिगड़े हुए हैं! उन्होंने यहोवा को छोड़ दिया, उन्होंने इस्राएल के पवित्र को तुच्छ जाना है! वे पराए बनकर दूर हो गए हैं॥
Isaiah 9:21
मनश्शे एप्रैम को और एप्रैम मनश्शे को खाता है, और वे दोनों मिलकर यहूदा के विरुद्ध हैं इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ, और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
Isaiah 10:2
कि वे कंगालों का न्याय बिगाड़ें और मेरी प्रजा के दीन लोगों का हक मारें, कि वे विधवाओं को लूटें और अनाथों का माल अपना लें!
Isaiah 10:4
और तुम अपने वैभव को कहां रख छोड़ोगे? वे केवल बंधुओं के पैरों के पास गिर पड़ेंगे और मरे हुओं के नीचे दबे पड़े रहेंगे। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
Isaiah 13:18
वे तीरों से जवानों को मारेंगे, और बच्चों पर कुछ दया न करेंगे, वे लड़कों पर कुछ तरस न खाएंगे।
Isaiah 32:6
क्योंकि मूढ़ तो मूढ़ता ही की बातें बोलता और मन में अनर्थ ही गढ़ता रहता है कि वह बिन भक्ति के काम करे और यहोवा के विरुद्ध झूठ कहे, भूखे को भूखा ही रहने दे और प्यासे का जल रोक रखे।
Isaiah 62:5
क्योंकि जिस प्रकार जवान पुरूष एक कुमारी को ब्याह लाता है, वैसे ही तेरे पुत्र तुझे ब्याह लेंगे; और, जैसे दुल्हा अपनी दुल्हिन के कारण हषिर्त होता है, वैसे ही तेरा परमेश्वर तेरे कारण हषिर्त होगा॥
Isaiah 65:19
मैं आप यरूशलेम के कारण मगन, और अपनी प्रजा के हेतु हषिर्त हूंगा; उस में फिर रोने वा चिल्लाने का शब्द न सुनाई पड़ेगा।
Job 15:34
क्योंकि भक्तिहीन के परिवार से कुछ बन न पड़ेगा, और जो घूस लेते हैं, उनके तम्बू आग से जल जाएंगे।