Ephesians 5:10
और यह परखो, कि प्रभु को क्या भाता है
Ephesians 5:10 in Other Translations
King James Version (KJV)
Proving what is acceptable unto the Lord.
American Standard Version (ASV)
proving what is well-pleasing unto the Lord;
Bible in Basic English (BBE)
Testing by experience what is well-pleasing to the Lord;
Darby English Bible (DBY)
proving what is agreeable to the Lord;
World English Bible (WEB)
proving what is well-pleasing to the Lord.
Young's Literal Translation (YLT)
proving what is well-pleasing to the Lord,
| Proving | δοκιμάζοντες | dokimazontes | thoh-kee-MA-zone-tase |
| what | τί | ti | tee |
| is | ἐστιν | estin | ay-steen |
| acceptable | εὐάρεστον | euareston | ave-AH-ray-stone |
| unto the | τῷ | tō | toh |
| Lord. | κυρίῳ | kyriō | kyoo-REE-oh |
Cross Reference
Romans 12:1
इसलिये हे भाइयों, मैं तुम से परमेश्वर की दया स्मरण दिला कर बिनती करता हूं, कि अपने शरीरों को जीवित, और पवित्र, और परमेश्वर को भावता हुआ बलिदान करके चढ़ाओ: यही तुम्हारी आत्मिक सेवा है।
Hebrews 12:28
इस कारण हम इस राज्य को पाकर जो हिलने का नहीं, उस अनुग्रह को हाथ से न जाने दें, जिस के द्वारा हम भक्ति, और भय सहित, परमेश्वर की ऐसी आराधना कर सकते हैं जिस से वह प्रसन्न होता है।
1 Peter 2:20
क्योंकि यदि तुम ने अपराध करके घूंसे खाए और धीरज धरा, तो उस में क्या बड़ाई की बात है? पर यदि भला काम करके दुख उठाते हो और धीरज धरते हो, तो यह परमेश्वर को भाता है।
1 Peter 2:5
तुम भी आप जीवते पत्थरों की नाईं आत्मिक घर बनते जाते हो, जिस से याजकों का पवित्र समाज बन कर, ऐसे आत्मिक बलिदान चढ़ाओ, जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्राह्य हों।
1 Timothy 5:4
और यदि किसी विधवा के लड़के बाले या नाती पोते हों, तो वे पहिले अपने ही घराने के साथ भक्ति का बर्ताव करना, और अपने माता-पिता आदि को उन का हक देना सीखें, क्योंकि यह परमेश्वर को भाता है।
1 Timothy 2:3
यह हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर को अच्छा लगता, और भाता भी है।
1 Thessalonians 5:21
सब बातों को परखो: जो अच्छी है उसे पकड़े रहो।
Philippians 4:18
मेरे पास सब कुछ है, वरन बहुतायत से भी है: जो वस्तुएं तुम ने इपफ्रुदीतुस के हाथ से भेजी थीं उन्हें पाकर मैं तृप्त हो गया हूं, वह तो सुगन्ध और ग्रहण करने के योग्य बलिदान है, जो परमेश्वर को भाता है।
Philippians 1:10
यहां तक कि तुम उत्तम से उत्तम बातों को प्रिय जानो, और मसीह के दिन तक सच्चे बने रहो; और ठोकर न खाओ।
Romans 14:18
जो पवित्र आत्मा से होता है और जो कोई इस रीति से मसीह की सेवा करता है, वह परमेश्वर को भाता है और मनुष्यों में ग्रहण योग्य ठहरता है।
Jeremiah 6:20
मेरे लिये जो लोबान शबा से, और सुगन्धित नरकट जो दूर देश से आता है, इसका क्या प्रयोजन है? तुम्हारे होमबलियों से मैं प्रसन्न नहीं हूँ, और न तुम्हारे मेलबलि मुझे मीठे लगते हैं।
Isaiah 58:5
जिस उपवास से मैं प्रसन्न होता हूं अर्थात जिस में मनुष्य स्वयं को दीन करे, क्या तुम इस प्रकार करते हो? क्या सिर को झाऊ की नाईं झुकाना, अपने नीचे टाट बिछाना, और राख फैलाने ही को तुम उपवास और यहोवा को प्रसन्न करने का दिन कहते हो?
Proverbs 21:3
धर्म और न्याय करना, यहोवा को बलिदान से अधिक अच्छा लगता है।
Psalm 19:14
मेरे मुंह के वचन और मेरे हृदय का ध्यान तेरे सम्मुख ग्रहण योग्य हों, हे यहोवा परमेश्वर, मेरी चट्टान और मेरे उद्धार करने वाले!
1 Samuel 17:39
और दाऊद ने उसकी तलवार वस्त्र के ऊपर कसी, और चलने का यत्न किया; उसने तो उन को न परखा था। इसलिये दाऊद ने शाऊल से कहा, इन्हें पहिने हुए मुझ से चला नहीं जाता, क्योंकि मैं ने नहीं परखा। और दाऊद ने उन्हें उतार दिया।