1 Corinthians 13:1 in Hindi

Hindi Hindi Bible 1 Corinthians 1 Corinthians 13 1 Corinthians 13:1

1 Corinthians 13:1
यदि मैं मनुष्यों, और सवर्गदूतों की बोलियां बोलूं, और प्रेम न रखूं, तो मैं ठनठनाता हुआ पीतल, और झंझनाती हुई झांझ हूं।

1 Corinthians 131 Corinthians 13:2

1 Corinthians 13:1 in Other Translations

King James Version (KJV)
Though I speak with the tongues of men and of angels, and have not charity, I am become as sounding brass, or a tinkling cymbal.

American Standard Version (ASV)
If I speak with the tongues of men and of angels, but have not love, I am become sounding brass, or a clanging cymbal.

Bible in Basic English (BBE)
If I make use of the tongues of men and of angels, and have not love, I am like sounding brass, or a loud-tongued bell.

Darby English Bible (DBY)
If I speak with the tongues of men and of angels, but have not love, I am become sounding brass or a clanging cymbal.

World English Bible (WEB)
If I speak with the languages of men and of angels, but don't have love, I have become sounding brass, or a clanging cymbal.

Young's Literal Translation (YLT)
If with the tongues of men and of messengers I speak, and have not love, I have become brass sounding, or a cymbal tinkling;

Though
Ἐὰνeanay-AN
I
speak
ταῖςtaistase
with
the
γλώσσαιςglōssaisGLOSE-sase
tongues
τῶνtōntone

of
ἀνθρώπωνanthrōpōnan-THROH-pone
men
λαλῶlalōla-LOH
and
καὶkaikay
of

τῶνtōntone
angels,
ἀγγέλωνangelōnang-GAY-lone
and
ἀγάπηνagapēnah-GA-pane
have
δὲdethay
not
μὴmay
charity,
ἔχωechōA-hoh
I
am
become
γέγοναgegonaGAY-goh-na
sounding
as
χαλκὸςchalkoshahl-KOSE
brass,
ἠχῶνēchōnay-HONE
or
ēay
a
tinkling
κύμβαλονkymbalonKYOOM-va-lone
cymbal.
ἀλαλάζονalalazonah-la-LA-zone

Cross Reference

1 Peter 4:8
और सब में श्रेष्ठ बात यह है कि एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो; क्योंकि प्रेम अनेक पापों को ढांप देता है।

1 Timothy 1:5
आज्ञा का सारांश यह है, कि शुद्ध मन और अच्छे विवेक, और कपट रहित विश्वास से प्रेम उत्पन्न हो।

2 Peter 2:18
वे व्यर्थ घमण्ड की बातें कर करके लुचपन के कामों के द्वारा, उन लोगों को शारीरिक अभिलाषाओं में फंसा लेते हैं, जो भटके हुओं में से अभी निकल ही रहे हैं।

Galatians 5:22
पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज,

Galatians 5:6
और मसीह यीशु में न खतना, न खतनारिहत कुछ काम का है, परन्तु केवल, जो प्रेम के द्वारा प्रभाव करता है।

1 Corinthians 13:8
प्रेम कभी टलता नहीं; भविष्यद्वाणियां हों, तो समाप्त हो जाएंगी, भाषाएं हो तो जाती रहेंगी; ज्ञान हो, तो मिट जाएगा।

1 Corinthians 13:2
और यदि मैं भविष्यद्वाणी कर सकूं, और सब भेदों और सब प्रकार के ज्ञान को समझूं, और मुझे यहां तक पूरा विश्वास हो, कि मैं पहाड़ों को हटा दूं, परन्तु प्रेम न रखूं, तो मैं कुछ भी नहीं।

2 Corinthians 12:4
कि स्वर्ग लोक पर उठा लिया गया, और एसी बातें सुनीं जो कहने की नहीं; और जिन का मुंह पर लाना मनुष्य को उचित नहीं।

1 Corinthians 14:6
इसलिये हे भाइयों, यदि मैं तुम्हारे पास आकर अन्य अन्य भाषा में बातें करूं, और प्रकाश, या ज्ञान, या भविष्यद्वाणी, या उपदेश की बातें तुम से न कहूं, तो मुझ से तुम्हें क्या लाभ होगा?

1 Corinthians 12:29
क्या सब प्रेरित हैं? क्या सब भविष्यद्वक्ता हैं? क्या सब उपदेशक हैं? क्या सब सामर्थ के काम करने वाले हैं?

1 Corinthians 12:16
और यदि कान कहे; कि मैं आंख नहीं, इसलिये देह का नहीं, तो क्या वह इस कारण देह का नहीं?

1 Corinthians 8:1
अब मूरतों के साम्हने बलि की हुई वस्तुओं के विषय में हम जानते हैं, कि हम सब को ज्ञान है: ज्ञान घमण्ड उत्पन्न करता है, परन्तु प्रेम से उन्नति होती है।

Romans 14:15
यदि तेरा भाई तेरे भोजन के कारण उदास होता है, तो फिर तू प्रेम की रीति से नहीं चलता: जिस के लिये मसीह मरा उस को तू अपने भोजन के द्वारा नाश न कर।

1 Corinthians 12:8
क्योंकि एक को आत्मा के द्वारा बुद्धि की बातें दी जाती हैं; और दूसरे को उसी आत्मा के अनुसार ज्ञान की बातें।

Matthew 25:45
तब वह उन्हें उत्तर देगा, मैं तुम से सच कहता हूं कि तुम ने जो इन छोटे से छोटों में से किसी एक के साथ नहीं किया, वह मेरे साथ भी नहीं किया।