Deuteronomy 28:33
तेरी भूमि की उपज और तेरी सारी कमाई एक अनजाने देश के लोगे खा जाएंगे; और सर्वदा तू केवल अन्धेर सहता और पीसा जाता रहेगा;
The fruit | פְּרִ֤י | pĕrî | peh-REE |
of thy land, | אַדְמָֽתְךָ֙ | ʾadmātĕkā | ad-ma-teh-HA |
and all | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
labours, thy | יְגִ֣יעֲךָ֔ | yĕgîʿăkā | yeh-ɡEE-uh-HA |
shall a nation | יֹאכַ֥ל | yōʾkal | yoh-HAHL |
which | עַ֖ם | ʿam | am |
knowest thou | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
not | לֹֽא | lōʾ | loh |
eat up; | יָדָ֑עְתָּ | yādāʿĕttā | ya-DA-eh-ta |
be shalt thou and | וְהָיִ֗יתָ | wĕhāyîtā | veh-ha-YEE-ta |
only | רַ֛ק | raq | rahk |
oppressed | עָשׁ֥וּק | ʿāšûq | ah-SHOOK |
and crushed | וְרָצ֖וּץ | wĕrāṣûṣ | veh-ra-TSOOTS |
alway: | כָּל | kāl | kahl |
הַיָּמִֽים׃ | hayyāmîm | ha-ya-MEEM |