Deuteronomy 17:3
अर्थात मेरी आज्ञा का उल्लंघन करके पराए देवताओं की, वा सूर्य, वा चंद्रमा, वा आकाश के गण में से किसी की उपासना की हो, वा उसको दण्डवत किया हो,
And hath gone | וַיֵּ֗לֶךְ | wayyēlek | va-YAY-lek |
and served | וַֽיַּעֲבֹד֙ | wayyaʿăbōd | va-ya-uh-VODE |
other | אֱלֹהִ֣ים | ʾĕlōhîm | ay-loh-HEEM |
gods, | אֲחֵרִ֔ים | ʾăḥērîm | uh-hay-REEM |
and worshipped | וַיִּשְׁתַּ֖חוּ | wayyištaḥû | va-yeesh-TA-hoo |
them, either the sun, | לָהֶ֑ם | lāhem | la-HEM |
or | וְלַשֶּׁ֣מֶשׁ׀ | wĕlaššemeš | veh-la-SHEH-mesh |
moon, | א֣וֹ | ʾô | oh |
or | לַיָּרֵ֗חַ | layyārēaḥ | la-ya-RAY-ak |
any | א֛וֹ | ʾô | oh |
of the host | לְכָל | lĕkāl | leh-HAHL |
heaven, of | צְבָ֥א | ṣĕbāʾ | tseh-VA |
which | הַשָּׁמַ֖יִם | haššāmayim | ha-sha-MA-yeem |
I have not | אֲשֶׁ֥ר | ʾăšer | uh-SHER |
commanded; | לֹֽא | lōʾ | loh |
צִוִּֽיתִי׃ | ṣiwwîtî | tsee-WEE-tee |