Job 21:4
क्या मैं किसी मनुष्य की दोहाई देता हूँ? फिर मैं अधीर क्यों न होऊं?
Job 21:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
As for me, is my complaint to man? and if it were so, why should not my spirit be troubled?
American Standard Version (ASV)
As for me, is my complaint to man? And why should I not be impatient?
Bible in Basic English (BBE)
As for me, is my outcry against man? is it then to be wondered at if my spirit is troubled?
Darby English Bible (DBY)
As for me, is my complaint to a man? or wherefore should not my spirit be impatient?
Webster's Bible (WBT)
As for me, is my complaint to man? and if it were so, why should not my spirit be troubled?
World English Bible (WEB)
As for me, is my complaint to man? Why shouldn't I be impatient?
Young's Literal Translation (YLT)
I -- to man `is' my complaint? and if `so', wherefore May not my temper become short?
| As for me, | הֶ֭אָנֹכִי | heʾānōkî | HEH-ah-noh-hee |
| is my complaint | לְאָדָ֣ם | lĕʾādām | leh-ah-DAHM |
| man? to | שִׂיחִ֑י | śîḥî | see-HEE |
| and if | וְאִם | wĕʾim | veh-EEM |
| why so, were it | מַ֝דּ֗וּעַ | maddûaʿ | MA-doo-ah |
| should not | לֹא | lōʾ | loh |
| my spirit | תִקְצַ֥ר | tiqṣar | teek-TSAHR |
| be troubled? | רוּחִֽי׃ | rûḥî | roo-HEE |
Cross Reference
Exodus 6:9
और ये बातें मूसा ने इस्राएलियों को सुनाईं; परन्तु उन्होंने मन की बेचैनी और दासत्व की क्रूरता के कारण उसकी न सुनी॥
Psalm 142:2
मैं अपने शोक की बातें उस से खोलकर कहता, मैं अपना संकट उस के आगे प्रगट करता हूं।
Psalm 102:1
हे यहोवा, मेरी प्रार्थना सुन; मेरी दोहाई तुझ तक पहुंचे!
Psalm 77:3
मैं परमेश्वर का स्मरण कर करके करहाता हूं; मैं चिन्ता करते करते मूर्छित हो चला हूं। (सेला)
Psalm 42:11
हे मेरे प्राण तू क्यों गिरा जाता है? तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है? परमेश्वर पर भरोसा रख; क्योंकि वह मेरे मुख की चमक और मेरा परमेश्वर है, मैं फिर उसका धन्यवाद करूंगा॥
Psalm 22:1
हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी पुकार से और मेरी सहायता करने से क्यों दूर रहता है? मेरा उद्धार कहां है?
Job 10:1
मेरा प्राण जीवित रहने से उकताता है; मैं स्वतंत्रता पूर्वक कुड़कुड़ाऊंगा; और मैं अपने मन की कड़वाहट के मारे बातें करूंगा।
Job 7:11
इसलिये मैं अपना मुंह बन्द न रखूंगा; अपने मन का खेद खोल कर कहूंगा; और अपने जीव की कड़ुवाहट के कारण कुड़कुड़ाता रहूंगा।
Job 6:11
मुझ में बल ही क्या है कि मैं आशा रखूं? और मेरा अन्त ही क्या होगा, कि मैं धीरज धरूं?
2 Kings 6:26
और इस्राएल का राजा शहरपनाह पर टहल रहा था, कि एक स्त्री ने पुकार के उस से कहा, हे प्रभु, हे राजा, बचा।
1 Samuel 1:16
अपनी दासी को ओछी स्त्री न जान जो कुछ मैं ने अब तक कहा है, वह बहुत ही शोकित होने और चिढ़ाई जाने के कारण कहा है।
Matthew 26:38
तब उस ने उन से कहा; मेरा जी बहुत उदास है, यहां तक कि मेरे प्राण निकला चाहते: तुम यहीं ठहरो, और मेरे साथ जागते रहो।