2 Samuel 23:1
दाऊद के अन्तिम वचन ये हैं: यिशै के पुत्र की यह वाणी है, उस पुरुष की वाणी है जो ऊंचे पर खड़ा किया गया, और याकूब के परमेश्वर का अभिषिक्त, और इस्राएल का मधुर भजन गाने वाला है:
Now these | וְאֵ֛לֶּה | wĕʾēlle | veh-A-leh |
be the last | דִּבְרֵ֥י | dibrê | deev-RAY |
words | דָוִ֖ד | dāwid | da-VEED |
of David. | הָאַֽחֲרֹנִ֑ים | hāʾaḥărōnîm | ha-ah-huh-roh-NEEM |
David | נְאֻ֧ם | nĕʾum | neh-OOM |
son the | דָּוִ֣ד | dāwid | da-VEED |
of Jesse | בֶּן | ben | ben |
said, | יִשַׁ֗י | yišay | yee-SHAI |
and the man | וּנְאֻ֤ם | ûnĕʾum | oo-neh-OOM |
up raised was who | הַגֶּ֙בֶר֙ | haggeber | ha-ɡEH-VER |
on high, | הֻ֣קַם | huqam | HOO-kahm |
anointed the | עָ֔ל | ʿāl | al |
of the God | מְשִׁ֙יחַ֙ | mĕšîḥa | meh-SHEE-HA |
Jacob, of | אֱלֹהֵ֣י | ʾĕlōhê | ay-loh-HAY |
and the sweet | יַֽעֲקֹ֔ב | yaʿăqōb | ya-uh-KOVE |
psalmist | וּנְעִ֖ים | ûnĕʿîm | oo-neh-EEM |
of Israel, | זְמִר֥וֹת | zĕmirôt | zeh-mee-ROTE |
said, | יִשְׂרָאֵֽל׃ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |