2 Peter 1:7 in Hindi

Hindi Hindi Bible 2 Peter 2 Peter 1 2 Peter 1:7

2 Peter 1:7
और भक्ति पर भाईचारे की प्रीति, और भाईचारे की प्रीति पर प्रेम बढ़ाते जाओ।

2 Peter 1:62 Peter 12 Peter 1:8

2 Peter 1:7 in Other Translations

King James Version (KJV)
And to godliness brotherly kindness; and to brotherly kindness charity.

American Standard Version (ASV)
and in `your' godliness brotherly kindness; and in `your' brotherly kindness love.

Bible in Basic English (BBE)
And love of the brothers to fear of God, and to love of the brothers, love itself.

Darby English Bible (DBY)
in godliness brotherly love, in brotherly love love:

World English Bible (WEB)
and in godliness brotherly affection; and in brotherly affection, love.

Young's Literal Translation (YLT)
and in the piety the brotherly kindness, and in the brotherly kindness the love;

And
ἐνenane
to
δὲdethay

τῇtay
godliness
εὐσεβείᾳeusebeiaafe-say-VEE-ah
brotherly

τὴνtēntane
kindness;
φιλαδελφίανphiladelphianfeel-ah-thale-FEE-an
and
ἐνenane
to
δὲdethay
brotherly

τῇtay
kindness
φιλαδελφίᾳphiladelphiafeel-ah-thale-FEE-ah

τὴνtēntane
charity.
ἀγάπηνagapēnah-GA-pane

Cross Reference

Hebrews 13:1
भाईचारे की प्रीति बनी रहे।

Romans 12:10
भाईचारे के प्रेम से एक दूसरे पर दया रखो; परस्पर आदर करने में एक दूसरे से बढ़ चलो।

1 Thessalonians 3:12
और प्रभु ऐसा करे, कि जैसा हम तुम से प्रेम रखते हैं; वैसा ही तुम्हारा प्रेम भी आपस में, और सब मनुष्यों के साथ बढ़े, और उन्नति करता जाए।

1 Corinthians 13:1
यदि मैं मनुष्यों, और सवर्गदूतों की बोलियां बोलूं, और प्रेम न रखूं, तो मैं ठनठनाता हुआ पीतल, और झंझनाती हुई झांझ हूं।

John 13:34
मैं तुम्हें एक नई आज्ञा देता हूं, कि एक दूसरे से प्रेम रखो: जैसा मैं ने तुम से प्रेम रखा है, वैसा ही तुम भी एक दुसरे से प्रेम रखो।

1 John 4:21
और उस से हमें यह आज्ञा मिली है, कि जो कोई अपने परमेश्वर से प्रेम रखता है, वह अपने भाई से भी प्रेम रखे॥

1 Peter 2:17
सब का आदर करो, भाइयों से प्रेम रखो, परमेश्वर से डरो, राजा का सम्मान करो॥

1 Peter 1:22
सो जब कि तुम ने भाईचारे की निष्कपट प्रीति के निमित्त सत्य के मानने से अपने मनों को पवित्र किया है, तो तन मन लगा कर एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो।

1 Thessalonians 5:15
सावधान! कोई किसी से बुराई के बदले बुराई न करे; पर सदा भलाई करने पर तत्पर रहो आपस में और सब से भी भलाई ही की चेष्टा करो।

1 Thessalonians 4:9
किन्तु भाईचारे की प्रीति के विषय में यह अवश्य नहीं, कि मैं तुम्हारे पास कुछ लिखूं; क्योंकि आपस में प्रेम रखना तुम ने आप ही परमेश्वर से सीखा है।

Galatians 6:10
इसलिये जहां तक अवसर मिले हम सब के साथ भलाई करें; विशेष करके विश्वासी भाइयों के साथ॥

1 John 3:16
हम ने प्रेम इसी से जाना, कि उस ने हमारे लिये अपने प्राण दे दिए; और हमें भी भाइयों के लिये प्राण देना चाहिए।

1 John 3:14
हम जानते हैं, कि हम मृत्यु से पार होकर जीवन में पहुंचे हैं; क्योंकि हम भाइयों से प्रेम रखते हैं: जो प्रेम नहीं रखता, वह मृत्यु की दशा में रहता है।

1 Peter 3:8
निदान, सब के सब एक मन और कृपामय और भाईचारे की प्रीति रखने वाले, और करूणामय, और नम्र बनो।

Colossians 3:14
और इन सब के ऊपर प्रेम को जो सिद्धता का कटिबन्ध है बान्ध लो।