2 Kings 20:6
और मैं तेरी आयु पन्द्रह वर्ष और बढ़ा दूंगा। और अश्शूर के राजा के हाथ से तुझे और इस नगर को बचाऊंगा, और मैं अपने निमित्त और अपने दास दाऊद के निमित्त इस नगर की रक्षा करूंगा।
And I will add | וְהֹֽסַפְתִּ֣י | wĕhōsaptî | veh-hoh-sahf-TEE |
unto | עַל | ʿal | al |
days thy | יָמֶ֗יךָ | yāmêkā | ya-MAY-ha |
fifteen | חֲמֵ֤שׁ | ḥămēš | huh-MAYSH |
עֶשְׂרֵה֙ | ʿeśrēh | es-RAY | |
years; | שָׁנָ֔ה | šānâ | sha-NA |
deliver will I and | וּמִכַּ֤ף | ûmikkap | oo-mee-KAHF |
thee and this | מֶֽלֶךְ | melek | MEH-lek |
city | אַשּׁוּר֙ | ʾaššûr | ah-SHOOR |
out of the hand | אַצִּ֣ילְךָ֔ | ʾaṣṣîlĕkā | ah-TSEE-leh-HA |
king the of | וְאֵ֖ת | wĕʾēt | veh-ATE |
of Assyria; | הָעִ֣יר | hāʿîr | ha-EER |
defend will I and | הַזֹּ֑את | hazzōt | ha-ZOTE |
וְגַנּוֹתִי֙ | wĕgannôtiy | veh-ɡa-noh-TEE | |
this | עַל | ʿal | al |
city | הָעִ֣יר | hāʿîr | ha-EER |
sake, own mine for | הַזֹּ֔את | hazzōt | ha-ZOTE |
and for my servant | לְמַֽעֲנִ֔י | lĕmaʿănî | leh-ma-uh-NEE |
David's | וּלְמַ֖עַן | ûlĕmaʿan | oo-leh-MA-an |
sake. | דָּוִ֥ד | dāwid | da-VEED |
עַבְדִּֽי׃ | ʿabdî | av-DEE |