1 Samuel 30:17
इसलिये दाऊद उन्हें रात के पहिले पहर से ले कर दूसरे दिन की सांझ तक मारता रहा; यहां तक कि चार सौ जवान को छोड़, जो ऊंटों पर चढ़कर भाग गए, उन में से एक भी मनुष्य न बचा।
And David | וַיַּכֵּ֥ם | wayyakkēm | va-ya-KAME |
smote | דָּוִ֛ד | dāwid | da-VEED |
them from the twilight | מֵֽהַנֶּ֥שֶׁף | mēhannešep | may-ha-NEH-shef |
unto even | וְעַד | wĕʿad | veh-AD |
the evening | הָעֶ֖רֶב | hāʿereb | ha-EH-rev |
of the next day: | לְמָֽחֳרָתָ֑ם | lĕmāḥŏrātām | leh-ma-hoh-ra-TAHM |
escaped there and | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
not | נִמְלַ֤ט | nimlaṭ | neem-LAHT |
a man | מֵהֶם֙ | mēhem | may-HEM |
of them, save | אִ֔ישׁ | ʾîš | eesh |
כִּי֩ | kiy | kee | |
four | אִם | ʾim | eem |
hundred | אַרְבַּ֨ע | ʾarbaʿ | ar-BA |
young | מֵא֧וֹת | mēʾôt | may-OTE |
men, | אִֽישׁ | ʾîš | eesh |
which | נַ֛עַר | naʿar | NA-ar |
rode | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
upon | רָֽכְב֥וּ | rākĕbû | ra-heh-VOO |
camels, | עַל | ʿal | al |
and fled. | הַגְּמַלִּ֖ים | haggĕmallîm | ha-ɡeh-ma-LEEM |
וַיָּנֻֽסוּ׃ | wayyānusû | va-ya-noo-SOO |