1 Peter 2:6 in Hindi

Hindi Hindi Bible 1 Peter 1 Peter 2 1 Peter 2:6

1 Peter 2:6
इस कारण पवित्र शास्त्र में भी आया है, कि देखो, मैं सिय्योन में कोने के सिरे का चुना हुआ और बहुमूल्य पत्थर धरता हूं: और जो कोई उस पर विश्वास करेगा, वह किसी रीति से लज्ज़ित नहीं होगा।

1 Peter 2:51 Peter 21 Peter 2:7

1 Peter 2:6 in Other Translations

King James Version (KJV)
Wherefore also it is contained in the scripture, Behold, I lay in Sion a chief corner stone, elect, precious: and he that believeth on him shall not be confounded.

American Standard Version (ASV)
Because it is contained in scripture, Behold, I lay in Zion a chief corner stone, elect, precious: And he that believeth on him shall not be put to shame.

Bible in Basic English (BBE)
Because it is said in the Writings, See, I am placing a keystone in Zion, of great and special value; and the man who has faith in him will not be put to shame.

Darby English Bible (DBY)
Because it is contained in the scripture: Behold, I lay in Zion a corner stone, elect, precious: and he that believes on him shall not be put to shame.

World English Bible (WEB)
Because it is contained in Scripture, "Behold, I lay in Zion a chief cornerstone, chosen, and precious: He who believes in him will not be disappointed."

Young's Literal Translation (YLT)
Wherefore, also, it is contained in the Writing: `Lo, I lay in Zion a chief corner-stone, choice, precious, and he who is believing on him may not be put to shame;'

Wherefore
διὸdiothee-OH
also
καὶkaikay
it
is
contained
περιέχειperiecheipay-ree-A-hee
in
ἐνenane
the
τῇtay
scripture,
γραφῇgraphēgra-FAY
Behold,
Ἰδού,idouee-THOO
I
lay
τίθημιtithēmiTEE-thay-mee
in
ἐνenane
Sion
Σιὼνsiōnsee-ONE
corner
chief
a
λίθονlithonLEE-thone
stone,
ἀκρογωνιαῖονakrogōniaionah-kroh-goh-nee-A-one
elect,
ἐκλεκτὸνeklektonake-lake-TONE
precious:
ἔντιμονentimonANE-tee-mone
and
καὶkaikay
he
hooh
believeth
that
πιστεύωνpisteuōnpee-STAVE-one
on
ἐπ'epape
him
αὐτῷautōaf-TOH

οὐouoo
shall
not
be
μὴmay
confounded.
καταισχυνθῇkataischynthēka-tay-skyoon-THAY

Cross Reference

Isaiah 28:16
इसलिये प्रभु यहोवा यों कहता है, देखो, मैं ने सिय्योन में नेव का पत्थर रखा है, एक परखा हुआ पत्थर, कोने का अनमोल और अति दृढ़ नेव के योग्य पत्थर: और जो कोई विश्वास रखे वह उतावली न करेगा।

Ephesians 2:20
और प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की नेव पर जिसके कोने का पत्थर मसीह यीशु आप ही है, बनाए गए हो।

1 Peter 2:4
उसके पास आकर, जिसे मनुष्यों ने तो निकम्मा ठहराया, परन्तु परमेश्वर के निकट चुना हुआ, और बहुमूल्य जीवता पत्थर है।

Romans 9:32
किस लिये? इसलिये कि वे विश्वास से नहीं, परन्तु मानो कर्मों से उस की खोज करते थे: उन्होंने उस ठोकर के पत्थर पर ठोकर खाई।

Zechariah 10:4
उसी में से कोने का पत्थर, उसी में से खूंटी, उसी में से युद्ध का धनुष, उसी में से सब प्रधान प्रगट होंगे।

Isaiah 45:16
मूर्तियों के गढ़ने वाले सब के सब लज्जित और चकित होंगे, वे सब के सब व्याकुल होंगे।

Mark 12:10
क्या तुम ने पवित्र शास्त्र में यह वचन नहीं पढ़ा, कि जिस पत्थर को राजमिस्त्रयों ने निकम्मा ठहराया था, वही को ने का सिरा हो गया?

John 7:38
जो मुझ पर विश्वास करेगा, जैसा पवित्र शास्त्र में आया है उसके ह्रृदय में से जीवन के जल की नदियां बह निकलेंगी।

Romans 10:11
क्योंकि पवित्र शास्त्र यह कहता है कि जो कोई उस पर विश्वास करेगा, वह लज्जित न होगा।

Ephesians 1:4
जैसा उस ने हमें जगत की उत्पति से पहिले उस में चुन लिया, कि हम उसके निकट प्रेम में पवित्र और निर्दोष हों।

2 Timothy 3:16
हर एक पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धर्म की शिक्षा के लिये लाभदायक है।

Matthew 12:18
कि देखो, यह मेरा सेवक है, जिसे मैं ने चुना है; मेरा प्रिय, जिस से मेरा मन प्रसन्न है: मैं अपना आत्मा उस पर डालूंगा; और वह अन्यजातियों को न्याय का समाचार देगा।

Daniel 10:21
और जो कुछ सच्ची बातों से भरी हुई पुस्तक में लिखा हुआ है, वह मैं तुझे बताता हूं; उन प्रधानों के विरुद्ध, तुम्हारे प्रधान मीकाएल को छोड़, मेरे संग स्थिर रहने वाला और कोई भी नहीं है॥

Isaiah 50:7
क्योंकि प्रभु यहोवा मेरी सहायता करता है, इस कारण मैं ने संकोच नहीं किया; वरन अपना माथा चकमक की नाईं कड़ा किया क्योंकि मुझे निश्चय था कि मुझे लज्जित होना न पड़ेगा।

2 Peter 3:16
वैसे ही उस ने अपनी सब पत्रियों में भी इन बातों की चर्चा की है जिन में कितनी बातें ऐसी है, जिनका समझना कठिन है, और अनपढ़ और चंचल लोग उन के अर्थों को भी पवित्र शास्त्र की और बातों की नाईं खींच तान कर अपने ही नाश का कारण बनाते हैं।

Acts 1:16
हे भाइयों, अवश्य था कि पवित्र शास्त्र का वह लेख पूरा हो, जो पवित्र आत्मा ने दाऊद के मुख से यहूदा के विषय में जो यीशु के पकड़ने वालों का अगुवा था, पहिले से कही थीं।

Luke 23:35
लोग खड़े खड़े देख रहे थे, और सरदार भी ठट्ठा कर करके कहते थे, कि इस ने औरों को बचाया, यदि यह परमेश्वर का मसीह है, और उसका चुना हुआ है, तो अपने आप को बचा ले।

Isaiah 54:4
मत डर, क्योंकि तेरी आशा फिर नहीं टूटेगी; मत घबरा, क्योंकि तू फिर लज्जित न होगी और तुझ पर सियाही न छाएगी; क्योंकि तू अपनी जवानी की लज्जा भूल जाएगी, और, अपने विधवापन की नामधराई को फिर स्मरण न करेगी।

Psalm 89:19
एक समय तू ने अपने भक्त को दर्शन देकर बातें की; और कहा, मैं ने सहायता करने का भार एक वीर पर रखा है, और प्रजा में से एक को चुन कर बढ़ाया है।

Isaiah 42:1
मेरे दास को देखो जिसे मैं संभाले हूं, मेरे चुने हुए को, जिस से मेरा जी प्रसन्न है; मैं ने उस पर अपना आत्मा रखा है, वह अन्यजातियों के लिये न्याय प्रगट करेगा।

Isaiah 41:11
देख, जो तुझ से क्रोधित हैं, वे सब लज्जित होंगे; जो तुझ से झगड़ते हैं उनके मुंह काले होंगे और वे नाश हो कर मिट जाएंगे।

Psalm 40:14
जो मेरे प्राण की खोज में हैं, वे सब लज्जित हों; और उनके मुंह काले हों और वे पीछे हटाए और निरादर किए जाएं जो मेरी हानि से प्रसन्न होते हैं।

2 Peter 1:20
पर पहिले यह जान लो कि पवित्र शास्त्र की कोई भी भविष्यद्वाणी किसी के अपने ही विचारधारा के आधार पर पूर्ण नहीं होती।