1 John 3:22
और जो कुछ हम मांगते हैं, वह हमें उस से मिलता है; क्योंकि हम उस की आज्ञाओं को मानते हैं; और जो उसे भाता है वही करते हैं।
1 John 3:22 in Other Translations
King James Version (KJV)
And whatsoever we ask, we receive of him, because we keep his commandments, and do those things that are pleasing in his sight.
American Standard Version (ASV)
and whatsoever we ask we receive of him, because we keep his commandments and do the things that are pleasing in his sight.
Bible in Basic English (BBE)
And he gives us all our requests, because we keep his laws and do the things which are pleasing in his eyes.
Darby English Bible (DBY)
and whatsoever we ask we receive from him, because we keep his commandments, and practise the things which are pleasing in his sight.
World English Bible (WEB)
and whatever we ask, we receive from him, because we keep his commandments and do the things that are pleasing in his sight.
Young's Literal Translation (YLT)
and whatever we may ask, we receive from Him, because His commands we keep, and the things pleasing before Him we do,
| And | καὶ | kai | kay |
| whatsoever | ὃ | ho | oh |
| ἐὰν | ean | ay-AN | |
| we ask, | αἰτῶμεν | aitōmen | ay-TOH-mane |
| receive we | λαμβάνομεν | lambanomen | lahm-VA-noh-mane |
| of | παρ' | par | pahr |
| him, | αὐτοῦ | autou | af-TOO |
| because | ὅτι | hoti | OH-tee |
| we keep | τὰς | tas | tahs |
| his | ἐντολὰς | entolas | ane-toh-LAHS |
| αὐτοῦ | autou | af-TOO | |
| commandments, | τηροῦμεν | tēroumen | tay-ROO-mane |
| and | καὶ | kai | kay |
| do | τὰ | ta | ta |
| ἀρεστὰ | aresta | ah-ray-STA | |
| pleasing are that things those | ἐνώπιον | enōpion | ane-OH-pee-one |
| in his | αὐτοῦ | autou | af-TOO |
| sight. | ποιοῦμεν | poioumen | poo-OO-mane |
Cross Reference
Mark 11:24
इसलिये मैं तुम से कहता हूं, कि जो कुछ तुम प्रार्थना करके मांगो तो प्रतीति कर लो कि तुम्हें मिल गया, और तुम्हारे लिये हो जाएगा।
1 John 5:14
और हमें उसके साम्हने जो हियाव होता है, वह यह है; कि यदि हम उस की इच्छा के अनुसार कुछ मांगते हैं, तो हमारी सुनता है।
John 15:7
यदि तुम मुझ में बने रहो, और मेरी बातें तुम में बनी रहें तो जो चाहो मांगो और वह तुम्हारे लिये हो जाएगा।
John 9:31
हम जानते हैं कि परमेश्वर पापियों की नहीं सुनता परन्तु यदि कोई परमेश्वर का भक्त हो, और उस की इच्छा पर चलता है, तो वह उस की सुनता है।
Matthew 21:22
और जो कुछ तुम प्रार्थना में विश्वास से मांगोगे वह सब तुम को मिलेगा॥
Matthew 7:7
मांगो, तो तुम्हें दिया जाएगा; ढूंढ़ो, तो तुम पाओगे; खटखटाओ, तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा।
Luke 11:9
और मैं तुम से कहता हूं; कि मांगो, तो तुम्हें दिया जाएगा; ढूंढ़ों तो तुम पाओगे; खटखटाओ, तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा।
John 8:29
और मेरा भेजनेवाला मेरे साथ है; उस ने मुझे अकेला नहीं छोड़ा; क्योंकि मैं सर्वदा वही काम करता हूं, जिस से वह प्रसन्न होता है।
John 14:13
और जो कुछ तुम मेरे नाम से मांगोगे, वही मैं करूंगा कि पुत्र के द्वारा पिता की महिमा हो।
John 16:23
उस दिन तुम मुझ से कुछ न पूछोगे: मैं तुम से सच सच कहता हूं, यदि पिता से कुछ मांगोगे, तो वह मेरे नाम से तुम्हें देगा।
James 5:16
इसलिये तुम आपस में एक दूसरे के साम्हने अपने अपने पापों को मान लो; और एक दूसरे के लिये प्रार्थना करो, जिस से चंगे हो जाओ; धर्मी जन की प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है।
John 6:29
यीशु ने उन्हें उत्तर दिया; परमेश्वर का कार्य यह है, कि तुम उस पर, जिसे उस ने भेजा है, विश्वास करो।
Matthew 7:24
इसलिये जो कोई मेरी ये बातें सुनकर उन्हें मानता है वह उस बुद्धिमान मनुष्य की नाईं ठहरेगा जिस ने अपना घर चट्टान पर बनाया।
Jeremiah 29:12
तब उस समय तुम मुझ को पुकारोगे और आकर मुझ से प्रार्थना करोगे और मैं तुम्हारी सुनूंगा।
Isaiah 55:6
जब तक यहोवा मिल सकता है तब तक उसकी खोज में रहो, जब तक वह निकट है तब तक उसे पुकारो;
Proverbs 15:29
यहोवा दुष्टों से दूर रहता है, परन्तु धर्मियों की प्रार्थना सुनता है।
Psalm 34:15
यहोवा की आंखे धर्मियों पर लगी रहती हैं, और उसके कान भी उसकी दोहाई की ओर लगे रहते हैं।
Psalm 50:15
और संकट के दिन मुझे पुकार; मैं तुझे छुड़ाऊंगा, और तू मेरी महिमा करने पाएगा॥
Psalm 66:18
यदि मैं मन में अनर्थ बात सोचता तो प्रभु मेरी न सुनता।
Psalm 145:18
जितने यहोवा को पुकारते हैं, अर्थात जितने उसको सच्चाई से पुकारते हें; उन सभों के वह निकट रहता है।
Proverbs 28:9
जो अपना कान व्यवस्था सुनने से फेर लेता है, उसकी प्रार्थना घृणित ठहरती है।
Isaiah 1:15
जब तुम मेरी ओर हाथ फैलाओ, तब मैं तुम से मुंह फेर लूंगा; तुम कितनी ही प्रार्थना क्यों न करो, तौभी मैं तुम्हारी न सुनूंगा; क्योंकि तुम्हारे हाथ खून से भरे हैं।
Colossians 1:10
ताकि तुम्हारा चाल-चलन प्रभु के योग्य हो, और वह सब प्रकार से प्रसन्न हो, और तुम में हर प्रकार के भले कामों का फल लगे, और परमेश्वर की पहिचान में बढ़ते जाओ।
James 1:5
पर यदि तुम में से किसी को बुद्धि की घटी हो, तो परमेश्वर से मांगे, जो बिना उलाहना दिए सब को उदारता से देता है; और उस को दी जाएगी।
Psalm 34:4
मैं यहोवा के पास गया, तब उसने मेरी सुन ली, और मुझे पूरी रीति से निर्भय किया।