Psalm 95:8 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 95 Psalm 95:8

Psalm 95:8
अपना अपना हृदय ऐसा कठोर मत करो, जैसा मरीबा में, वा मस्सा के दिन जंगल में हुआ था,

Psalm 95:7Psalm 95Psalm 95:9

Psalm 95:8 in Other Translations

King James Version (KJV)
Harden not your heart, as in the provocation, and as in the day of temptation in the wilderness:

American Standard Version (ASV)
Harden not your heart, as at Meribah, As in the day of Massah in the wilderness;

Bible in Basic English (BBE)
Let not your hearts be hard, as at Meribah, as in the day of Massah in the waste land;

Darby English Bible (DBY)
Harden not your heart, as at Meribah, as [in] the day of Massah, in the wilderness;

World English Bible (WEB)
Don't harden your heart, as at Meribah, As in the day of Massah in the wilderness,

Young's Literal Translation (YLT)
Harden not your heart as `in' Meribah, As `in' the day of Massah in the wilderness,

Harden
אַלʾalal
not
תַּקְשׁ֣וּtaqšûtahk-SHOO
your
heart,
לְ֭בַבְכֶםlĕbabkemLEH-vahv-hem
provocation,
the
in
as
כִּמְרִיבָ֑הkimrîbâkeem-ree-VA
day
the
in
as
and
כְּי֥וֹםkĕyômkeh-YOME
of
temptation
מַ֝סָּ֗הmassâMA-SA
in
the
wilderness:
בַּמִּדְבָּֽר׃bammidbārba-meed-BAHR

Cross Reference

निर्गमन 17:7
और मूसा ने उस स्थान का नाम मस्सा और मरीबा रखा, क्योंकि इस्राएलियों ने वहां वादविवाद किया था, और यहोवा की परीक्षा यह कहकर की, कि क्या यहोवा हमारे बीच है वा नहीं?

व्यवस्थाविवरण 6:16
तुम अपने परमेश्वर यहोवा की परीक्षा न करना, जैसे कि तुम ने मस्सा में उसकी परीक्षा की थी।

गिनती 20:13
उस सोते का नाम मरीबा पड़ा, क्योंकि इस्त्राएलियों ने यहोवा से झगड़ा किया था, और वह उनके बीच पवित्र ठहराया गया॥

1 शमूएल 6:6
तुम अपने मन क्यों ऐसे हठीले करते हो जैसे मिस्रियों और फिरौन ने अपने मन हठीले कर दिए थे? जब उसने उनके मध्य में अचम्भित काम किए, तब क्या उन्होंने उन लोगों को जाने न दिया, और क्या वे चले न गए?

निर्गमन 17:2
इसलिये वे मूसा से वादविवाद करके कहने लगे, कि हमें पीने का पानी दे। मूसा ने उन से कहा, तुम मुझ से क्यों वादविवाद करते हो? और यहोवा की परीक्षा क्यों करते हो?

यहूदा 1:5
पर यद्यपि तुम सब बात एक बार जान चुके हो, तौभी मैं तुम्हें इस बात की सुधि दिलाना चाहता हूं, कि प्रभु ने एक कुल को मिस्र देश से छुड़ाने के बाद विश्वास न लाने वालों को नाश कर दिया।

इब्रानियों 12:25
सावधान रहो, और उस कहने वाले से मुंह न फेरो, क्योंकि वे लोग जब पृथ्वी पर के चितावनी देने वाले से मुंह मोड़ कर न बच सके, तो हम स्वर्ग पर से चितावनी करने वाले से मुंह मोड़ कर क्योंकर बच सकेंगे?

इब्रानियों 3:15
जैसा कहा जाता है, कि यदि आज तुम उसका शब्द सुनो, तो अपने मनों को कठोर न करो, जैसा कि क्रोध दिलाने के समय किया था।

इब्रानियों 3:13
वरन जिस दिन तक आज का दिन कहा जाता है, हर दिन एक दूसरे को समझाते रहो, ऐसा न हो, कि तुम में से कोई जन पाप के छल में आकर कठोर हो जाए।

इब्रानियों 3:8
तो अपने मन को कठोर न करो, जैसा कि क्रोध दिलाने के समय और परीक्षा के दिन जंगल में किया था।

रोमियो 2:5
पर अपनी कठोरता और हठीले मन के अनुसार उसके क्रोध के दिन के लिये, जिस में परमेश्वर का सच्चा न्याय प्रगट होगा, अपने निमित क्रोध कमा रहा है।

दानिय्येल 5:20
परन्तु जब उसका मन फूल उठा, और उसकी आत्मा कठोर हो गई, यहां तक कि वह अभिमान करने लगा, तब वह अपने राजसिंहासन पर से उतारा गया, और उसकी प्रतिष्ठा भंग की गई;

व्यवस्थाविवरण 1:34
परन्तु तुम्हारी वे बातें सुनकर यहोवा का कोप भड़क उठा, और उसने यह शपथ खाई,

गिनती 14:27
यह बुरी मण्डली मुझ पर बुड़बुड़ाती रहती है, उसको मैं कब तक सहता रहूं? इस्त्राएली जो मुझ पर बुड़बुड़ाते रहते हैं, उनका यह बुड़बुड़ाना मैं ने तो सुना है।

गिनती 14:22
उन सब लोगों ने जिन्होंने मेरी महिमा मिस्र देश में और जंगल में देखी, और मेरे किए हुए आश्चर्यकर्मों को देखने पर भी दस बार मेरी परीक्षा की, और मेरी बातें नहीं मानी,

गिनती 14:11
तब यहोवा ने मूसा से कहा, वे लोग कब तक मेरा तिरस्कार करते रहेंगे? और मेरे सब आश्चर्यकर्म देखने पर भी कब तक मुझ पर विश्वास न करेंगे?

निर्गमन 8:15
परन्तु जब फिरोन ने देखा कि अब आराम मिला है तक यहोवा के कहने के अनुसार उसने फिर अपने मन को कठोर किया, और उनकी न सुनी॥

प्रेरितों के काम 19:9
परन्तु जब कितनों ने कठोर होकर उस की नहीं मानी वरन लोगों के साम्हने इस मार्ग को बुरा कहने लगे, तो उस ने उन को छोड़ कर चेलों को अलग कर लिया, और प्रति दिन तुरन्नुस की पाठशाला में विवाद किया करता था।