Psalm 75:4
मैं ने घमंडियों से कहा, घमंड मत करो, और दुष्टों से, कि सींग ऊंचा मत करो;
Psalm 75:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
I said unto the fools, Deal not foolishly: and to the wicked, Lift not up the horn:
American Standard Version (ASV)
I said unto the arrogant, Deal not arrogantly; And to the wicked, Lift not up the horn:
Bible in Basic English (BBE)
I say to the men of pride, Let your pride be gone: and to the sinners, Let not your horn be lifted up.
Darby English Bible (DBY)
I said unto the boastful, Boast not; and to the wicked, Lift not up the horn:
Webster's Bible (WBT)
The earth and all its inhabitants are dissolved: I bear up the pillars of it. Selah.
World English Bible (WEB)
I said to the arrogant, "Don't boast;" To the wicked, "Don't lift up the horn.
Young's Literal Translation (YLT)
I have said to the boastful, `Be not boastful,' And to the wicked, `Raise not up a horn.'
| I said | אָמַ֣רְתִּי | ʾāmartî | ah-MAHR-tee |
| unto the fools, | לַֽ֭הוֹלְלִים | lahôlĕlîm | LA-hoh-leh-leem |
| foolishly: not Deal | אַל | ʾal | al |
| תָּהֹ֑לּוּ | tāhōllû | ta-HOH-loo | |
| wicked, the to and | וְ֝לָרְשָׁעִ֗ים | wĕloršāʿîm | VEH-lore-sha-EEM |
| Lift not up | אַל | ʾal | al |
| תָּרִ֥ימוּ | tārîmû | ta-REE-moo | |
| the horn: | קָֽרֶן׃ | qāren | KA-ren |
Cross Reference
जकर्याह 1:21
तब मैं ने पूछा, ये क्या करने को आए हैं? उसने कहा, ये वे ही सींग हैं, जिन्होंने यहूदा को ऐसा तितर-बितर किया कि कोई सिर न उठा सका; परन्तु ये लोग उन्हें भगाने के लिये और उन जातियों के सींगों को काट डालने के लिये आए हैं जिन्होंने यहूदा के देश को तितर-बितर करने के लिये उनके विरुद्ध अपने अपने सींग उठाए थे॥
भजन संहिता 82:2
तुम लोग कब तक टेढ़ा न्याय करते और दुष्टों का पक्ष लेते रहोगे?
भजन संहिता 89:17
क्योंकि तू उनके बल की शोभा है, और अपनी प्रसन्नता से हमारे सींग को ऊंचा करेगा।
भजन संहिता 94:8
तुम जो प्रजा में पशु सरीखे हो, विचार करो; और हे मूर्खों तुम कब तक बुद्धिमान हो जाओगे?
भजन संहिता 148:14
और उसने अपनी प्रजा के लिये एक सींग ऊंचा किया है; यह उसके सब भक्तों के लिये अर्थात इस्राएलियों के लिये और उसके समीप रहने वाली प्रजा के लिये स्तुति करने का विषय है। याह की स्तुति करो।
नीतिवचन 1:22
हे भोले लोगो, तुम कब तक भोलेपन से प्रीति रखोगे? और हे ठट्ठा करने वालो, तुम कब तक ठट्ठा करने से प्रसन्न रहोगे? और हे मूर्खों, तुम कब तक ज्ञान से बैर रखोगे?
नीतिवचन 8:5
हे भोलो, चतुराई सीखो; और हे मूर्खों, अपने मन में समझ लो
नीतिवचन 9:6
भोलों का संग छोड़ो, और जीवित रहो, समझ के मार्ग में सीधे चलो।
दानिय्येल 7:20
फिर उसके सिर में के दस सींगों का भेद, और जिस नये सींग के निकलने से तीन सींग गिर गए, अर्थात जिस सींग की आंखें और बड़ा बोल बोलने वाला मुंह और सब और सींगों से अधिक भयंकर था, उसका भी भेद जानने की मुझे इच्छा हुई।