Psalm 46:6 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 46 Psalm 46:6

Psalm 46:6
जाति जाति के लोग झल्ला उठे, राज्य राज्य के लोग डगमगाने लगे; वह बोल उठा, और पृथ्वी पिघल गई।

Psalm 46:5Psalm 46Psalm 46:7

Psalm 46:6 in Other Translations

King James Version (KJV)
The heathen raged, the kingdoms were moved: he uttered his voice, the earth melted.

American Standard Version (ASV)
The nations raged, the kingdoms were moved: He uttered his voice, the earth melted.

Bible in Basic English (BBE)
The nations were angry, the kingdoms were moved; at the sound of his voice the earth became like wax.

Darby English Bible (DBY)
The nations raged, the kingdoms were moved; he uttered his voice, the earth melted.

Webster's Bible (WBT)
God is in the midst of her; she shall not be moved: God shall help her, and that right early.

World English Bible (WEB)
The nations raged. The kingdoms were moved. He lifted his voice, and the earth melted.

Young's Literal Translation (YLT)
Troubled have been nations, Moved have been kingdoms, He hath given forth with His voice, earth melteth.

The
heathen
הָמ֣וּhāmûha-MOO
raged,
ג֭וֹיִםgôyimɡOH-yeem
the
kingdoms
מָ֣טוּmāṭûMA-too
were
moved:
מַמְלָכ֑וֹתmamlākôtmahm-la-HOTE
uttered
he
נָתַ֥ןnātanna-TAHN
his
voice,
בְּ֝קוֹל֗וֹbĕqôlôBEH-koh-LOH
the
earth
תָּמ֥וּגtāmûgta-MOOɡ
melted.
אָֽרֶץ׃ʾāreṣAH-rets

Cross Reference

आमोस 9:5
सेनाओं के परमेश्वर यहोवा के स्पर्श करने से पृथ्वी पिघलती है, और उसके सारे रहने वाले विलाप करते हैं; और वह सब की सब मिस्र की नदी के समान जो जाती है, जो बढ़ती है फिर लहरें मारती, और घट जाती है।

नहूम 1:5
उसके स्पर्श से पहाड़ कांप उठते हैं और पहाडिय़ां गल जाती हैं; उसके प्रताप से पृथ्वी वरन सारा संसार अपने सब रहने वालों समेत थरथरा उठता है॥

भजन संहिता 18:13
तब यहोवा आकाश में गरजा, और परमप्रधान ने अपनी वाणी सुनाई, ओले ओर अंगारे॥

यहोशू 2:24
और उन्होंने यहोशू से कहा, निसन्देह यहोवा ने वह सारा देश हमारे हाथ में कर दिया है; फिर इसके सिवाय उसके सारे निवासी हमारे कारण घबरा रहे हैं॥

यहोशू 2:9
इन पुरूषों से कहने लगी, मुझे तो निश्चय है कि यहोवा ने तुम लोगों को यह देश दिया है, और तुम्हारा भय हम लोगों के मन में समाया है, और इस देश के सब निवासी तुम्हारे कारण घबरा रहे हैं।

आमोस 1:2
यहोवा सिय्योन से गरजेगा और यरूशलेम से अपना शब्द सुनाएगा; तब चरवाहों की चराइयां विलाप करेंगी, और कर्म्मेल की चोटी झुलस जाएगी॥

आमोस 9:13
यहोवा की यह भी वाणी है, देखो, ऐसे दिन आते हैं, कि हल जोतने वाला लवने वाले को और दाख रौंदने वाला बीच बोने वाले को जा लेगा; और पहाड़ों से नया दाखमधु टपकने लगेगा, और सब पहाडिय़ों से बह निकलेगा।

मीका 1:4
और पहाड़ उसके नीचे गल जाएंगे, और तराई ऐसे फटेंगी, जैसे मोम आग की आंच से, और पानी जो घाट से नीचे बहता है।

हबक्कूक 3:5
उसके आगे आगे मरी फैलती गई, और उसके पांवों से महाज्वर निकलता गया।

हबक्कूक 3:10
पहाड़ तुझे देख कर कांप उठे; आंधी और जलप्रलय निकल गए; गहिरा सागर बोल उठा और अपने हाथों अर्थात लहरों को ऊपर उठाया।

2 पतरस 3:10
परन्तु प्रभु का दिन चोर की नाईं आ जाएगा, उस दिन आकाश बड़ी हड़हड़ाहट के शब्द से जाता रहेगा, और तत्व बहुत ही तप्त होकर पिघल जाएंगे, और पृथ्वी और उस पर के काम जल जाऐंगे।

प्रकाशित वाक्य 6:13
और आकाश के तारे पृथ्वी पर ऐसे गिर पड़े जैसे बड़ी आन्धी से हिल कर अंजीर के पेड़ में से कच्चे फल झड़ते हैं।

प्रकाशित वाक्य 20:11
फिर मैं ने एक बड़ा श्वेत सिंहासन और उस को जो उस पर बैठा हुआ है, देखा, जिस के साम्हने से पृथ्वी और आकाश भाग गए, और उन के लिये जगह न मिली।

योएल 2:11
यहोवा अपने उस दल के आगे अपना शब्द सुनाता है, क्योंकि उसकी सेना बहुत ही बड़ी है; जो अपना वचन पूरा करने वाला है, वह सामर्थी है। क्योंकि यहोवा का दिन बड़ा और अति भयानक है; उसको कौन सह सकेगा?

यिर्मयाह 25:30
इतनी बातें भविष्यद्वाणी की रीति पर उन से कहकर यह भी कहना, यहोवा ऊपर से गरजेगा, और अपने उसी पवित्र धाम में से अपना शब्द सुनाएगा; वह अपनी चराई के स्थान के विरुद्ध जोर से गरजेगा; वह पृथ्वी के सारे निवासियों के विरद्ध भी दाख लताड़ने वालों की नाईं ललकारेगा।

2 इतिहास 14:9
और उनके विरुद्ध दस लाख पुरुषों की सेना और तीन सौ रथ लिये हुए जेरह नाम एक कूशी निकला और मारेशा तक आ गया।

2 इतिहास 20:1
इसके बाद मोआबियों और अम्मोनियों ने और उनके साथ कई मूनियों ने युद्ध करने के लिये यहोशापात पर चढ़ाई की।

2 इतिहास 20:20
बिहान को वे सबेरे उठ कर तकोआ के जंगल की ओर निकल गए; और चलते समय यहोशापात ने खड़े हो कर कहा, हे यहूदियो, हे यरूशलेम के निवासियो, मेरी सुनो, अपने परमेश्वर यहोवा पर विश्वास रखो, तब तुम स्थिर रहोगे; उसके नबियों की प्रतीत करो, तब तुम कृतार्थ हो जाओगे।

भजन संहिता 2:1
जाति जाति के लोग क्यों हुल्लड़ मचाते हैं, और देश देश के लोग व्यर्थ बातें क्यों सोच रहे हैं?

भजन संहिता 68:8
तब पृथ्वी कांप उठी, और आकाश भी परमेश्वर के साम्हने टपकने लगा, उधर सीनै पर्वत परमेश्वर, हां इस्राएल के परमेश्वर के साम्हने कांप उठा।

भजन संहिता 68:33
जो सब से ऊंचे सनातन स्वर्ग में सवार होकर चलता है; देखो वह अपनी वाणी सुनाता है, वह गम्भीर वाणी शक्तिशाली है।

भजन संहिता 83:2
क्योंकि देख तेरे शत्रु धूम मचा रहे हैं; और तेरे बैरियों ने सिर उठाया है।

भजन संहिता 97:5
पहाड़ यहोवा के साम्हने, मोम की नाईं पिघल गए, अर्थात सारी पृथ्वी के परमेश्वर के साम्हने॥

यशायाह 8:9
हे लोगों, हल्ला करो तो करो, परन्तु तुम्हारा सत्यानाश हो जाएगा। हे पृथ्वी के दूर दूर देश के सब लोगों कान लगा कर सुनो, अपनी अपनी कमर कसो तो कसो, परन्तु तुम्हारे टुकड़े टुकड़े किए जाएंगे; अपनी कमर कसो तो कसो, परन्तु तुम्हारा सत्यानाश हो जाएगा।

यशायाह 14:12
हे भोर के चमकने वाले तारे तू क्योंकर आकाश से गिर पड़ा है? तू जो जाति जाति को हरा देता था, तू अब कैसे काट कर भूमि पर गिराया गया है?

यशायाह 37:21
तब आमोस के पुत्र यशायाह ने हिजकिय्याह के पास यह कहला भेजा, इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यों कहता है, तू ने जो अश्शूर के राजा सन्हेरीब के विषय में मुझ से प्रार्थना की है,

यशायाह 64:1
भला हो कि तू आकाश को फाड़कर उतर आए और पहाड़ तेरे साम्हने कांप उठे।

यहोशू 2:11
और यह सुनते ही हमारा मन पिघल गया, और तुम्हारे कारण किसी के जी में जी न रहा; क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा ऊपर के आकाश का और नीचे की पृथ्वी का परमेश्वर है।