Psalm 31:7 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 31 Psalm 31:7

Psalm 31:7
मैं तेरी करूणा से मगन और आनन्दित हूं, क्योंकि तू ने मेरे दु:ख पर दृष्टि की है, मेरे कष्ट के समय तू ने मेरी सुधि ली है,

Psalm 31:6Psalm 31Psalm 31:8

Psalm 31:7 in Other Translations

King James Version (KJV)
I will be glad and rejoice in thy mercy: for thou hast considered my trouble; thou hast known my soul in adversities;

American Standard Version (ASV)
I will be glad and rejoice in thy lovingkindness; For thou hast seen my affliction: Thou hast known my soul in adversities;

Bible in Basic English (BBE)
I will be glad and have delight in your mercy; because you have seen my trouble; you have had pity on my soul in its sorrows;

Darby English Bible (DBY)
I will be glad and rejoice in thy loving-kindness, for thou hast seen mine affliction; thou hast known the troubles of my soul,

Webster's Bible (WBT)
I have hated them that regard lying vanities: but I trust in the LORD.

World English Bible (WEB)
I will be glad and rejoice in your loving kindness, For you have seen my affliction. You have known my soul in adversities.

Young's Literal Translation (YLT)
I rejoice, and am glad in Thy kindness, In that Thou hast seen mine affliction, Thou hast known in adversities my soul.

I
will
be
glad
אָגִ֥ילָהʾāgîlâah-ɡEE-la
rejoice
and
וְאֶשְׂמְחָ֗הwĕʾeśmĕḥâveh-es-meh-HA
in
thy
mercy:
בְּחַ֫סְדֶּ֥ךָbĕḥasdekābeh-HAHS-DEH-ha
for
אֲשֶׁ֣רʾăšeruh-SHER
considered
hast
thou
רָ֭אִיתָrāʾîtāRA-ee-ta

אֶתʾetet
my
trouble;
עָנְיִ֑יʿonyîone-YEE
known
hast
thou
יָ֝דַ֗עְתָּyādaʿtāYA-DA-ta
my
soul
בְּצָר֥וֹתbĕṣārôtbeh-tsa-ROTE
in
adversities;
נַפְשִֽׁי׃napšînahf-SHEE

Cross Reference

यशायाह 63:9
उनके सारे संकट में उसने भी कष्ट उठाया, और उसके सम्मुख रहने वाले दूत ने उनका उद्धार किया; प्रेम और कोमलता से उसने आप ही उन को छुड़ाया; उसने उन्हें उठाया और प्राचीनकाल से सदा उन्हें लिए फिरा।

यशायाह 49:13
हे आकाश, जयजयकार कर, हे पृथ्वी, मगन हो; हे पहाड़ों, गला खोल कर जयजयकार करो! क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है और अपने दीन लोगों पर दया की है॥

भजन संहिता 119:153
मेरे दु:ख को देख कर मुझे छुड़ा ले, क्योंकि मैं तेरी व्यवस्था को भूल नहीं गया।

भजन संहिता 1:6
क्योंकि यहोवा धर्मियों का मार्ग जानता है, परन्तु दुष्टों का मार्ग नाश हो जाएगा॥

विलापगीत 3:50
जब तक यहोवा स्वर्ग से मेरी ओर न देखे;

विलापगीत 5:1
हे यहोवा, स्मरण कर कि हम पर क्या क्या बीता है; हमारी ओर दृष्टि कर के हमारी नामधराई को देख!

यूहन्ना 10:27
मेरी भेड़ें मेरा शब्द सुनती हैं, और मैं उन्हें जानता हूं, और वे मेरे पीछे पीछे चलती हैं।

1 कुरिन्थियों 8:3
परन्तु यदि कोई परमेश्वर से प्रेम रखता है, तो उसे परमेश्वर पहिचानता है।

गलातियों 4:9
पर अब जो तुम ने परमेश्वर को पहचान लिया वरन परमेश्वर ने तुम को पहचाना, तो उन निर्बल और निकम्मी आदि-शिक्षा की बातों की ओर क्यों फिरते हो, जिन के तुम दोबारा दास होना चाहते हो?

2 तीमुथियुस 2:19
तौभी परमेश्वर की पड़ी नेव बनी रहती है, और उस पर यह छाप लगी है, कि प्रभु अपनों को पहिचानता है; और जो कोई प्रभु का नाम लेता है, वह अधर्म से बचा रहे।

यिर्मयाह 33:11
इन्हीं में हर्ष और आनन्द का शब्द, दुल्हे-दुल्हिन का शब्द, और इस बात के कहने वालों का शब्द फिर सुनाईं पड़ेगा कि सेनाओं के यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि यहोवा भला है, और उसकी करुणा सदा की है। और यहोवा के भवन में धन्यवादबलि लाने वालों का भी शब्द सुनाईं देगा; क्योंकि मैं इस देश की दशा पहिले की नाईं ज्यों की त्यों कर दूंगा, यहोवा का यही वचन है।

यशायाह 63:16
निश्चय तू हमारा पिता है, यद्यपि इब्राहीम हमें नहीं पहिचानता, और इस्राएल हमें ग्रहण नहीं करता; तौभी, हे यहोवा, तू हमारा पिता और हमारा छुड़ाने वाला है; प्राचीनकाल से यही तेरा नाम है।

यशायाह 43:2
जब तू जल में हो कर जाए, मैं तेरे संग संग रहूंगा और जब तू नदियों में हो कर चले, तब वे तुझे न डुबा सकेंगी; जब तू आग में चले तब तुझे आंच न लगेगी, और उसकी लौ तुझे न जला सकेगी।

अय्यूब 10:9
स्मरण कर, कि तू ने मुझ को गून्धी हुई मिट्टी की नाईं बनाया, क्या तू मुझे फिर धूल में मिलाएगा?

अय्यूब 23:10
परन्तु वह जानता है, कि मैं कैसी चाल चला हूँ; और जब वह मुझे ता लेगा तब मैं सोने के समान निकलूंगा।

भजन संहिता 9:13
हे यहोवा, मुझ पर अनुग्रह कर। तू जो मुझे मृत्यु के फाटकों के पास से उठाता है, मेरे दु:ख को देख जो मेरे बैरी मुझे दे रहे हैं;

भजन संहिता 10:14
तू ने देख लिया है, क्योंकि तू उत्पात और कलपाने पर दुष्टि रखता है, ताकि उसका पलटा अपने हाथ में रखे; लाचार अपने को तेरे हाथ में सौंपता है; अनाथों का तू ही सहायक रहा है।

भजन संहिता 13:5
परन्तु मैं ने तो तेरी करूणा पर भरोसा रखा है; मेरा हृदय तेरे उद्धार से मगन होगा।

भजन संहिता 25:18
तू मेरे दु:ख और कष्ट पर दृष्टि कर, और मेरे सब पापों को क्षमा कर॥

भजन संहिता 71:20
तू ने तो हम को बहुत से कठिन कष्ट दिखाए हैं परन्तु अब तू फिर से हम को जिलाएगा; और पृथ्वी के गहिरे गड़हे में से उबार लेगा।

भजन संहिता 90:14
भोर को हमें अपनी करूणा से तृप्त कर, कि हम जीवन भर जयजयकार और आनन्द करते रहें।

भजन संहिता 142:3
जब मेरी आत्मा मेरे भीतर से व्याकुल हो रही थी, तब तू मेरी दशा को जानता था! जिस रास्ते से मैं जाने वाला था, उसी में उन्होंने मेरे लिये फन्दा लगाया।

नहेमायाह 9:32
अब तो हे हमारे परमेश्वर! हे महान पराक्रमी और भययोग्य ईश्वर! जो अपनी वाचा पालता और करुणा करता रहा है, जो बड़ा कष्ट, अश्शूर के राजाओं के दिनों से ले आज के दिन तक हमें और हमारे राजाओं, हाकिमों, याजकों, नबियों, पुरखाओं, वरन तेरी समस्त प्रजा को भोगना पड़ा है, वह तेरी दृष्टि में थोड़ा न ठहरे।