Psalm 24:2 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 24 Psalm 24:2

Psalm 24:2
क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर दृढ़ करके रखी, और महानदों के ऊपर स्थिर किया है॥

Psalm 24:1Psalm 24Psalm 24:3

Psalm 24:2 in Other Translations

King James Version (KJV)
For he hath founded it upon the seas, and established it upon the floods.

American Standard Version (ASV)
For he hath founded it upon the seas, And established it upon the floods.

Bible in Basic English (BBE)
For by him it was based on the seas, and made strong on the deep rivers.

Darby English Bible (DBY)
For it was he that founded it upon seas, and established it upon floods.

Webster's Bible (WBT)
For he hath founded it upon the seas, and established it upon the floods.

World English Bible (WEB)
For he has founded it on the seas, And established it on the floods.

Young's Literal Translation (YLT)
For He on the seas hath founded it, And on the floods He doth establish it.

For
כִּיkee
he
ה֭וּאhûʾhoo
hath
founded
עַלʿalal
it
upon
יַמִּ֣יםyammîmya-MEEM
seas,
the
יְסָדָ֑הּyĕsādāhyeh-sa-DA
and
established
וְעַלwĕʿalveh-AL
it
upon
נְ֝הָר֗וֹתnĕhārôtNEH-ha-ROTE
the
floods.
יְכוֹנְנֶֽהָ׃yĕkônĕnehāyeh-hoh-neh-NEH-ha

Cross Reference

भजन संहिता 136:6
उसने पृथ्वी को जल के ऊपर फैलाया है, उसकी करूणा सदा की है।

भजन संहिता 104:5
तू ने पृथ्वी को उसकी नीव पर स्थिर किया है, ताकि वह कभी न डगमगाए।

उत्पत्ति 1:9
फिर परमेश्वर ने कहा, आकाश के नीचे का जल एक स्थान में इकट्ठा हो जाए और सूखी भूमि दिखाई दे; और वैसा ही हो गया।

यिर्मयाह 5:22
यहोवा की यह वाणी है, क्या तुम लोग मेरा भय नहीं मानते? क्या तुम मेरे सम्मुख नहीं थरथराते? मैं ने बालू को समुद्र का सिवाना ठहराकर युग युग का ऐसा बान्ध ठहराया कि वह उसे लांघ न सके; और चाहे उसकी लहरें भी उठें, तौभी वे प्रबल न हो सकें, था जब वे गरजें तौभी उसको न लांघ सकें।

भजन संहिता 96:10
जाति जाति में कहो, यहोवा राजा हुआ है! और जगत ऐसा स्थिर है, कि वह टलने का नहीं; वह देश देश के लोगों का न्याय सीधाई से करेगा॥

2 पतरस 3:5
वे तो जान बूझ कर यह भूल गए, कि परमेश्वर के वचन के द्वारा से आकाश प्राचीन काल से वर्तमान है और पृथ्वी भी जल में से बनी और जल में स्थिर है।

यिर्मयाह 10:11
तुम उन से यह कहना, ये देवता जिन्होंने आकाश और पृथ्वी को नहीं बनाया वे पृथ्वी के ऊपर से और आकाश के नीचे से नष्ट हो जाएंगे।

भजन संहिता 95:4
पृथ्वी के गहिरे स्थान उसी के हाथ में हैं; और पहाड़ों की चोटियां भी उसी की हैं।

भजन संहिता 93:1
यहोवा राजा है; उसने माहात्म्य का पहिरावा पहिना है; यहोवा पहिरावा पहिने हुए, और सामर्थ्य का फेटा बान्धे है। इस कारण जगत स्थिर है, वह नहीं टलने का।

भजन संहिता 33:6
आकाशमण्डल यहोवा के वचन से, और उसके सारे गण उसके मुंह ही श्वास से बने।

अय्यूब 38:8
फिर जब समुद्र ऐसा फूट निकला मानो वह गर्भ से फूट निकला, तब किस ने द्वार मूंदकर उसको रोक दिया;

अय्यूब 38:4
जब मैं ने पृथ्वी की नेव डाली, तब तू कहां था? यदि तू समझदार हो तो उत्तर दे।

उत्पत्ति 8:22
अब से जब तक पृथ्वी बनी रहेगी, तब तक बोने और काटने के समय, ठण्ड और तपन, धूपकाल और शीतकाल, दिन और रात, निरन्तर होते चले जाएंगे॥