Matthew 5:34
परन्तु मैं तुम से यह कहता हूं, कि कभी शपथ न खाना; न तो स्वर्ग की, क्योंकि वह परमेश्वर का सिंहासन है।
Matthew 5:34 in Other Translations
King James Version (KJV)
But I say unto you, Swear not at all; neither by heaven; for it is God's throne:
American Standard Version (ASV)
but I say unto you, swear not at all; neither by the heaven, for it is the throne of God;
Bible in Basic English (BBE)
But I say to you, Take no oaths at all: not by the heaven, because it is the seat of God;
Darby English Bible (DBY)
But *I* say unto you, Do not swear at all; neither by the heaven, because it is [the] throne of God;
World English Bible (WEB)
but I tell you, don't swear at all: neither by heaven, for it is the throne of God;
Young's Literal Translation (YLT)
but I -- I say to you, not to swear at all; neither by the heaven, because it is the throne of God,
| But | ἐγὼ | egō | ay-GOH |
| I | δὲ | de | thay |
| say | λέγω | legō | LAY-goh |
| unto you, | ὑμῖν | hymin | yoo-MEEN |
| Swear | μὴ | mē | may |
| not | ὀμόσαι | omosai | oh-MOH-say |
| at all; | ὅλως· | holōs | OH-lose |
| neither | μήτε | mēte | MAY-tay |
| by | ἐν | en | ane |
| τῷ | tō | toh | |
| heaven; | οὐρανῷ | ouranō | oo-ra-NOH |
| for | ὅτι | hoti | OH-tee |
| it is | θρόνος | thronos | THROH-nose |
| ἐστὶν | estin | ay-STEEN | |
| God's | τοῦ | tou | too |
| throne: | Θεοῦ | theou | thay-OO |
Cross Reference
याकूब 5:12
पर हे मेरे भाइयों, सब से श्रेष्ठ बात यह है, कि शपथ न खाना; न स्वर्ग की न पृथ्वी की, न किसी और वस्तु की, पर तुम्हारी बातचीत हां की हां, और नहीं की नहीं हो, कि तुम दण्ड के योग्य न ठहरो॥
यशायाह 66:1
यहोवा यों कहता है, आकाश मेरा सिंहासन और पृथ्वी मेरे चरणों की चौकी है; तुम मेरे लिये कैसा भवन बनाओगे, और मेरे विश्राम का कौन सा स्थान होगा?
व्यवस्थाविवरण 23:21
जब तू अपने परमेश्वर यहोवा के लिये मन्नत माने, तो उसके पूरी करने में विलम्ब न करना; क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा उसे निश्चय तुझ से ले लेगा, और विलम्ब करने से तू पापी ठहरेगा।
मत्ती 23:16
हे अन्धे अगुवों, तुम पर हाय, जो कहते हो कि यदि कोई मन्दिर की शपथ खाए तो कुछ नहीं, परन्तु यदि कोई मन्दिर के सोने की सौगन्ध खाए तो उस से बन्ध जाएगा।
यशायाह 57:15
क्योंकि जो महान और उत्तम और सदैव स्थिर रहता, और जिसका नाम पवित्र है, वह यों कहता है, मैं ऊंचे पर और पवित्र स्थान में निवास करता हूं, और उसके संग भी रहता हूं, जो खेदित और नम्र हैं, कि, नम्र लोगों के हृदय और खेदित लोगों के मन को हषिर्त करूं।
सभोपदेशक 9:2
सब बातें सभों को एक समान होती है, धर्मी हो या दुष्ट, भले, शुद्ध या अशुद्ध, यज्ञ करने और न करने वाले, सभों की दशा एक ही सी होती है। जैसी भले मनुष्य की दशा, वैसी ही पापी की दशा; जैसी शपथ खाने वाले की दशा, वैसी ही उसकी जो शपथ खाने से डरता है।