Job 6:26 in Hindi

Hindi Hindi Bible Job Job 6 Job 6:26

Job 6:26
क्या तुम बातें पकड़ने की कल्पना करते हो? निराश जन की बातें तो वायु की सी हैं।

Job 6:25Job 6Job 6:27

Job 6:26 in Other Translations

King James Version (KJV)
Do ye imagine to reprove words, and the speeches of one that is desperate, which are as wind?

American Standard Version (ASV)
Do ye think to reprove words, Seeing that the speeches of one that is desperate are as wind?

Bible in Basic English (BBE)
My words may seem wrong to you, but the words of him who has no hope are for the wind.

Darby English Bible (DBY)
Do ye imagine to reprove words? The speeches of one that is desperate are indeed for the wind.

Webster's Bible (WBT)
Do ye imagine to reprove words, and the speeches of one that is desperate, which are as wind?

World English Bible (WEB)
Do you intend to reprove words, Seeing that the speeches of one who is desperate are as wind?

Young's Literal Translation (YLT)
For reproof -- do you reckon words? And for wind -- sayings of the desperate.

Do
ye
imagine
הַלְהוֹכַ֣חhalhôkaḥhahl-hoh-HAHK
to
reprove
מִלִּ֣יםmillîmmee-LEEM
words,
תַּחְשֹׁ֑בוּtaḥšōbûtahk-SHOH-voo
and
the
speeches
וּ֝לְר֗וּחַûlĕrûaḥOO-leh-ROO-ak
desperate,
is
that
one
of
אִמְרֵ֥יʾimrêeem-RAY
which
are
as
wind?
נֹאָֽשׁ׃nōʾāšnoh-ASH

Cross Reference

अय्यूब 8:2
तू कब तक ऐसी ऐसी बातें करता रहेगा? और तेरे मुंह की बातें कब तक प्रचण्ड वायु सी रहेंगी?

इफिसियों 4:14
ताकि हम आगे को बालक न रहें, जो मनुष्यों की ठग-विद्या और चतुराई से उन के भ्रम की युक्तियों की, और उपदेश की, हर एक बयार से उछाले, और इधर-उधर घुमाए जाते हों।

मत्ती 12:37
क्योंकि तू अपनी बातों के कारण निर्दोष और अपनी बातों ही के कारण दोषी ठहराया जाएगा॥

होशे 12:1
एप्रैम पानी पीटता और पुरवाई का पीछा करता रहता है; वह लगातार झूठ और उत्पात को बढ़ाता रहता है; वे अश्शूर के साथ वाचा बान्धते और मिस्र में तेल भेजते हैं।

अय्यूब 42:7
और ऐसा हुआ कि जब यहोवा ये बातें अय्यूब से कह चुका, तब उसने तेमानी एलीपज से कहा, मेरा क्रोध तेरे और तेरे दोनों मित्रों पर भड़का है, क्योंकि जैसी ठीक बात मेरे दास अय्यूब ने मेरे विषय कही है, वैसी तुम लोगों ने नहीं कही।

अय्यूब 42:3
तू कौन है जो ज्ञान रहित हो कर युक्ति पर परदा डालता है? परन्तु मैं ने तो जो नहीं समझता था वही कहा, अर्थात जो बातें मेरे लिये अधिक कठिन और मेरी समझ से बाहर थीं जिन को मैं जानता भी नहीं था।

अय्यूब 40:8
क्या तू मेरा न्याय भी व्यर्थ ठहराएगा? क्या तू आप निर्दोष ठहरने की मनसा से मुझ को दोषी ठहराएगा?

अय्यूब 40:5
एक बार तो मैं कह चुका, परन्तु और कुछ न कहूंगा: हां दो बार भी मैं कह चुका, परन्तु अब कुछ और आगे न बढ़ूंगा।

अय्यूब 38:2
यह कौन है जो अज्ञानता की बातें कहकर युक्ति को बिगाड़ना चाहता है?

अय्यूब 34:3
क्योंकि जैसे जीभ से चखा जाता है, वैसे ही वचन कान से परखे जाते हैं।

अय्यूब 10:1
मेरा प्राण जीवित रहने से उकताता है; मैं स्वतंत्रता पूर्वक कुड़कुड़ाऊंगा; और मैं अपने मन की कड़वाहट के मारे बातें करूंगा।

अय्यूब 6:9
कि ईश्वर प्रसन्न हो कर मुझे कुचल डालता, और हाथ बढ़ा कर मुझे काट डालता!

अय्यूब 6:4
क्योंकि सर्वशक्तिमान के तीर मेरे अन्दर चुभे हैं; और उनका विष मेरी आत्मा में पैठ गया है; ईश्वर की भयंकर बात मेरे विरुद्ध पांति बान्धे है।

अय्यूब 4:3
सुन, तू ने बहुतों को शिक्षा दी है, और निर्बल लोगों को बलवन्त किया है।

अय्यूब 3:3
वह दिन जल जाए जिस में मैं उत्पन्न हुआ, और वह रात भी जिस में कहा गया, कि बेटे का गर्भ रहा।

अय्यूब 2:10
उसने उस से कहा, तू एक मूढ़ स्त्री की सी बातें करती है, क्या हम जो परमेश्वर के हाथ से सुख लेते हैं, दु:ख न लें? इन सब बातों में भी अय्यूब ने अपने मुंह से कोई पाप नहीं किया।