Jeremiah 6:7
जैसा कूएं में से नित्य नया जल निकला करता है, वैसा ही इस नगर में से नित्य नई बुराई निकलती है; इस में उत्पात और उपद्रव का कोलाहल मचा रहता है; चोट और मारपीट मेरे देखने में निरन्तर आती है।
Jeremiah 6:7 in Other Translations
King James Version (KJV)
As a fountain casteth out her waters, so she casteth out her wickedness: violence and spoil is heard in her; before me continually is grief and wounds.
American Standard Version (ASV)
As a well casteth forth its waters, so she casteth forth her wickedness: violence and destruction is heard in her; before me continually is sickness and wounds.
Bible in Basic English (BBE)
As the spring keeps its waters cold, so she keeps her evil in her: the sound of cruel and violent behaviour is in her; before me at all times are disease and wounds.
Darby English Bible (DBY)
As a well poureth forth her waters, so she poureth forth her wickedness: violence and destruction are heard in her; before me continually are grief and wounds.
World English Bible (WEB)
As a well casts forth its waters, so she casts forth her wickedness: violence and destruction is heard in her; before me continually is sickness and wounds.
Young's Literal Translation (YLT)
As the digging of a well, is `for' its waters, So she hath digged `for' her wickedness, Violence and spoil is heard in her, Before My face continually `are' sickness and smiting.
| fountain | כְּהָקִ֥יר | kĕhāqîr | keh-ha-KEER |
| As a casteth out her | בַּ֙וִר֙ | bawir | BA-VEER |
| waters, | מֵימֶ֔יהָ | mêmêhā | may-MAY-ha |
| so | כֵּ֖ן | kēn | kane |
| she casteth out | הֵקֵ֣רָה | hēqērâ | hay-KAY-ra |
| her wickedness: | רָעָתָ֑הּ | rāʿātāh | ra-ah-TA |
| violence | חָמָ֣ס | ḥāmās | ha-MAHS |
| and spoil | וָ֠שֹׁד | wāšōd | VA-shode |
| is heard | יִשָּׁ֨מַע | yiššāmaʿ | yee-SHA-ma |
| before her; in | בָּ֧הּ | bāh | ba |
| me | עַל | ʿal | al |
| continually | פָּנַ֛י | pānay | pa-NAI |
| is grief | תָּמִ֖יד | tāmîd | ta-MEED |
| and wounds. | חֳלִ֥י | ḥŏlî | hoh-LEE |
| וּמַכָּֽה׃ | ûmakkâ | oo-ma-KA |
Cross Reference
यहेजकेल 7:23
एक सांकल बना दे, क्योंकि देश अन्याय की हत्या से, और नगर उपद्रव से भरा हुआ है।
यहेजकेल 7:11
उपद्रव बढ़ते बढ़ते दुष्टता का दण्ड बन गया; उन में से कोई न बचेगा, और न उनकी भीड़-भाड़, न उनके धन में से कुछ रहेगा; और न उन में से किसी के लिये विलाप सुन पड़ेगा।
यिर्मयाह 20:8
क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ, तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ कि उपद्रव और उत्पात हुआ, हां उत्पात! क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है।
यशायाह 57:20
परन्तु दुष्ट तो लहराते समुद्र के समान है जो स्थिर नहीं रह सकता; और उसका जल मैल और कीच उछालता है।
याकूब 3:10
एक ही मुंह से धन्यवाद और श्राप दोनों निकलते हैं।
मीका 7:2
भक्त लोग पृथ्वी पर से नाश हो गए हैं, और मनुष्यों में एक भी सीधा नहीं जन नहीं रहा; वे सब के सब हत्या के लिये घात लगाते, और जाल लगा कर अपने अपने भाई का आहेर करते हैं।
मीका 3:9
हे याकूब के घराने के प्रधानों, हे इस्राएल के घराने के न्यायियो, हे न्याय से घृणा करने वालो और सब सीधी बातों की टेढ़ी-मेढ़ी करने वालो, यह बात सुनो।
मीका 3:1
और मैं ने कहा, हे याकूब के प्रधानों, हे इस्राएल के घराने के न्याइयों, सुनो! क्या न्याय का भेद जानना तुम्हारा काम नहीं?
मीका 2:8
परन्तु कल की बात है कि मेरी प्रजा शत्रु बन कर मेरे विरुद्ध उठी है; तुम शान्त और भोले-भाले राहियों के तन पर से चादर छीन लेते हो जो लड़ाई का विचार न कर के निधड़क चले जाते हैं।
मीका 2:1
हाय उन पर, जो बिछौनों पर पड़े हुए बुराइयों की कल्पना करते और दुष्ट कर्म की इच्छा करते हैं, और बलवन्त होने के कारण भोर को दिन निकलते ही वे उसको पूरा करते हैं।
यहेजकेल 24:7
क्योंकि उस नगरी में किया हुआ खून उस में है; उसने उसे भूमि पर डाल कर धूलि से नहीं ढांपा, परन्तु नंगी चट्टान पर रख दिया।
यहेजकेल 22:3
और कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, हे नगर तू अपने बीच में हत्या करता है जिस से तेरा समय आए, और अपनी ही हानि करने और अशुद्ध होने के लिये मूरतें बनाता है।
नीतिवचन 4:23
सब से अधिक अपने मन की रक्षा कर; क्योंकि जीवन का मूल स्रोत वही है।
भजन संहिता 55:9
हे प्रभु, उन को सत्यानाश कर, और उनकी भाषा में गड़बड़ी डाल दे; क्योंकि मैं ने नगर में उपद्रव और झगड़ा देखा है।