Isaiah 42:19
मेरे दास के सिवाय कौन अन्धा है? और मेरे भेजे हुए दूत के तुल्य कौन बहिरा है? मेरे मित्र के समान कौन अन्धा था यहोवा के दास के तुल्य अन्धा कौन है?
Isaiah 42:19 in Other Translations
King James Version (KJV)
Who is blind, but my servant? or deaf, as my messenger that I sent? who is blind as he that is perfect, and blind as the LORD's servant?
American Standard Version (ASV)
Who is blind, but my servant? or deaf, as my messenger that I send? who is blind as he that is at peace `with me', and blind as Jehovah's servant?
Bible in Basic English (BBE)
Who is blind, but my servant? who has his ears stopped, but he whom I send? who is blind as my true one, or who has his ears shut like the Lord's servant?
Darby English Bible (DBY)
Who is blind, but my servant? and deaf, as my messenger whom I sent? Who is blind as he in whom I have trusted, and blind as Jehovah's servant,
World English Bible (WEB)
Who is blind, but my servant? or deaf, as my messenger whom I send? Who is blind as he who is at peace, and blind as Yahweh's servant?
Young's Literal Translation (YLT)
Who `is' blind but My servant? And deaf as My messenger I send? Who `is' blind as he who is at peace, Yea, blind, as the servant of Jehovah?
| Who | מִ֤י | mî | mee |
| is blind, | עִוֵּר֙ | ʿiwwēr | ee-WARE |
| but | כִּ֣י | kî | kee |
| אִם | ʾim | eem | |
| servant? my | עַבְדִּ֔י | ʿabdî | av-DEE |
| or deaf, | וְחֵרֵ֖שׁ | wĕḥērēš | veh-hay-RAYSH |
| as my messenger | כְּמַלְאָכִ֣י | kĕmalʾākî | keh-mahl-ah-HEE |
| sent? I that | אֶשְׁלָ֑ח | ʾešlāḥ | esh-LAHK |
| who | מִ֤י | mî | mee |
| is blind | עִוֵּר֙ | ʿiwwēr | ee-WARE |
| perfect, is that he as | כִּמְשֻׁלָּ֔ם | kimšullām | keem-shoo-LAHM |
| and blind | וְעִוֵּ֖ר | wĕʿiwwēr | veh-ee-WARE |
| as the Lord's | כְּעֶ֥בֶד | kĕʿebed | keh-EH-ved |
| servant? | יְהוָֽה׃ | yĕhwâ | yeh-VA |
Cross Reference
2 कुरिन्थियों 4:4
और उन अविश्वासियों के लिये, जिन की बुद्धि को इस संसार के ईश्वर ने अन्धी कर दी है, ताकि मसीह जो परमेश्वर का प्रतिरूप है, उसके तेजोमय सुसमाचार का प्रकाश उन पर न चमके।
यहेजकेल 12:2
हे मनुष्य के सन्तान, तू बलवा करने वाले घराने के बीच में रहता है, जिनके देखने के लिये आंखें तो हैं, परन्तु नहीं देखते; और सुनने के लिये कान तो हैं परन्तु नहीं सुनते; क्योंकि वे बलवा करने वाले घराने के हैं।
यिर्मयाह 5:21
हे मूर्ख और निर्बुद्धि लोगो, तुम जो आंखें रहते हुए नहीं देखते, जो कान रहते हुए नहीं सुनते, यह सुनो।
यूहन्ना 9:39
तब यीशु ने कहा, मैं इस जगत में न्याय के लिये आया हूं, ताकि जो नहीं देखते वे देखें, और जो देखते हैं वे अन्धे हो जाएं।
यूहन्ना 9:41
यीशु ने उन से कहा, यदि तुम अन्धे होते तो पापी न ठहरते परन्तु अब कहते हो, कि हम देखते हैं, इसलिये तुम्हारा पाप बना रहता है॥
यूहन्ना 12:40
कि उस ने उन की आंखें अन्धी, और उन का मन कठोर किया है; कहीं ऐसा न हो, कि आंखों से देखें, और मन से समझें, और फिरें, और मैं उन्हें चंगा करूं।
रोमियो 2:17
यदि तू यहूदी कहलाता है, और व्यवस्था पर भरोसा रखता है, और परमेश्वर के विषय में घमण्ड करता है।
रोमियो 11:7
सो परिणाम क्या हुआ यह? कि इस्त्राएली जिस की खोज में हैं, वह उन को नहीं मिला; परन्तु चुने हुओं को मिला और शेष लोग कठोर किए गए हैं।
रोमियो 11:25
हे भाइयों, कहीं ऐसा न हो, कि तुम अपने आप को बुद्धिमान समझ लो; इसलिये मैं नहीं चाहता कि तुम इस भेद से अनजान रहो, कि जब तक अन्यजातियां पूरी रीति से प्रवेश न कर लें, तब तक इस्त्राएल का एक भाग ऐसा ही कठोर रहेगा।
2 कुरिन्थियों 3:14
परन्तु वे मतिमन्द हो गए, क्योंकि आज तक पुराने नियम के पढ़ते समय उन के हृदयों पर वही परदा पड़ा रहता है; पर वह मसीह में उठ जाता है।
यूहन्ना 7:47
फरीसियों ने उन को उत्तर दिया, क्या तुम भी भरमाए गए हो?
मरकुस 8:17
यह जानकर यीशु ने उन से कहा; तुम क्यों आपस में यह विचार कर रहे हो कि हमारे पास रोटी नहीं? क्या अब तक नहीं जानते और नहीं समझते?
यशायाह 26:3
जिसका मन तुझ में धीरज धरे हुए हैं, उसकी तू पूर्ण शान्ति के साथ रक्षा करता है, क्योंकि वह तुझ पर भरोसा रखता है।
यशायाह 29:9
ठहर जाओ और चकित होओ! वे मतवाले तो हैं, परन्तु दाखमधु से नहीं, वे डगमगाते तो हैं, परन्तु मदिरा पीने से नहीं!
यशायाह 41:8
हे मेरे दास इस्राएल, हे मेरे चुने हुए याकूब, हे मेरे प्रेमी इब्राहीम के वंश;
यशायाह 44:26
और अपने दास के वचन को पूरा करता और अपने दूतों की युक्ति को सफल करता हूं; जो यरूशलेम के विषय कहता है, वह फिर बसाई जाएगी और यहूदा के नगरों के विषय, वे फिर बनाए जाएंगे और मैं उनके खण्डहरों को सुधारूंगा;
यशायाह 56:10
उसके पहरूए अन्धे हैं, वे सब के सब अज्ञानी हैं, वे सब के सब गूंगे कुत्ते हैं जो भूंक नहीं सकते; वे स्वप्न देखने वाले और लेटे रहकर सोते रहना चाहते हैं।
यिर्मयाह 4:22
क्योंकि मेरी प्रजा मूढ़ है, वे मुझे नहीं जानते; वे ऐसे मूर्ख लड़के हैं जिन में कुछ भी समझ नहीं। बुराई करने को तो वे बुद्धिमान हैं, परन्तु भलाई करना वे नहीं जानते।
मत्ती 13:14
और उन के विषय में यशायाह की यह भविष्यद्ववाणी पूरी होती है, कि तुम कानों से तो सुनोगे, पर समझोगे नहीं; और आंखों से तो देखोगे, पर तुम्हें न सूझेगा।
मत्ती 15:14
उन को जाने दो; वे अन्धे मार्ग दिखाने वाले हैं: और अन्धा यदि अन्धे को मार्ग दिखाए, तो दोनों गड़हे में गिर पड़ेंगे।
मत्ती 23:16
हे अन्धे अगुवों, तुम पर हाय, जो कहते हो कि यदि कोई मन्दिर की शपथ खाए तो कुछ नहीं, परन्तु यदि कोई मन्दिर के सोने की सौगन्ध खाए तो उस से बन्ध जाएगा।
यशायाह 6:9
उसने कहा, जा, और इन लोगों से कह, सुनते ही रहो, परन्तु न समझो; देखते ही रहो, परन्तु न बूझो।