Isaiah 33:9
पृथ्वी विलाप करती और मुर्झा गई है; लबानोन कुम्हला गया और उस पर सियाही छा गई है; शारोन मरूभूमि के समान हो गया; बाशान और कर्मेल में पतझड़ हो रहा है॥
Isaiah 33:9 in Other Translations
King James Version (KJV)
The earth mourneth and languisheth: Lebanon is ashamed and hewn down: Sharon is like a wilderness; and Bashan and Carmel shake off their fruits.
American Standard Version (ASV)
The land mourneth and languisheth; Lebanon is confounded and withereth away; Sharon is like a desert; and Bashan and Carmel shake off `their leaves'.
Bible in Basic English (BBE)
The earth is sorrowing and wasting away; Lebanon is put to shame and has become waste; Sharon is like the Arabah; and in Bashan and Carmel the leaves are falling.
Darby English Bible (DBY)
The land mourneth, it languisheth; Lebanon is ashamed, is withered; the Sharon is become as a desert, and Bashan and Carmel are stripped.
World English Bible (WEB)
The land mourns and languishes; Lebanon is confounded and withers away; Sharon is like a desert; and Bashan and Carmel shake off [their leaves].
Young's Literal Translation (YLT)
Mourned, languished hath the land, Confounded hath been Lebanon, Withered hath been Sharon as a wilderness, And shaking are Bashan and Carmel.
| The earth | אָבַ֤ל | ʾābal | ah-VAHL |
| mourneth | אֻמְלְלָה֙ | ʾumlĕlāh | oom-leh-LA |
| and languisheth: | אָ֔רֶץ | ʾāreṣ | AH-rets |
| Lebanon | הֶחְפִּ֥יר | heḥpîr | hek-PEER |
| ashamed is | לְבָנ֖וֹן | lĕbānôn | leh-va-NONE |
| and hewn down: | קָמַ֑ל | qāmal | ka-MAHL |
| Sharon | הָיָ֤ה | hāyâ | ha-YA |
| is | הַשָּׁרוֹן֙ | haššārôn | ha-sha-RONE |
| like a wilderness; | כָּֽעֲרָבָ֔ה | kāʿărābâ | ka-uh-ra-VA |
| and Bashan | וְנֹעֵ֥ר | wĕnōʿēr | veh-noh-ARE |
| Carmel and | בָּשָׁ֖ן | bāšān | ba-SHAHN |
| shake off | וְכַרְמֶֽל׃ | wĕkarmel | veh-hahr-MEL |
Cross Reference
यशायाह 35:2
वह अत्यन्त प्रफुल्लित होगी और आनन्द के साथ जयजयकार करेगी। उसकी शोभा लबानोन की सी होगी और वह कर्मेल और शारोन के तुल्य तेजोमय हो जाएगी। वे यहोवा की शोभा और हमारे परमेश्वर का तेज देखेंगे॥
नहूम 1:4
उसके घुड़कने से महानद सूख जाते हैं, और समुद्र भी निर्जल हो जाता है; बाशान और कर्म्मैल कुम्हलाते और लबानोन की हरियाली जाती रहती है।
यशायाह 65:10
मेरी प्रजा जो मुझे ढूंढ़ती है, उसकी भेंड़-बकरियां तो शारोन में चरेंगी, और उसके गाय-बैल आकोर नाम तराई में विश्राम करेंगे।
जकर्याह 11:1
हे लबानोन, आग को रास्ता दे कि वह आकर तेरे देवदारों को भस्म करे!
मीका 7:14
तू लाठी लिये हुए अपनी प्रजा की चरवाही कर, अर्थात अपने निज भाग की भेड़-बकरियों की, जो कर्म्मेल के वन में अलग बैठती है; वे पूर्वकाल की नाईं बाशान और गिलाद में चरा करें॥
यिर्मयाह 50:19
मैं इस्राएल को उसकी चराई में लौटा लाऊंगा, और वह कर्मेल और बाशान में फिर चरेगा, और एप्रैम के पहाड़ों पर और गिलाद में फिर भर पेट खाने पाएगा।
यिर्मयाह 4:20
नाश पर नाश का समाचार आ रहा है, सारा देश लूट लिया गया है। मेरे डेरे अचानक और मेरे तम्बू एकाएक लूटे गए हैं।
यशायाह 37:24
अपने कर्मचारियों के द्वारा तू ने प्रभु की निन्दा कर के कहा है कि बहुत से रथ ले कर मैं पर्वतों की चोटियों पर वरन लबानोन के बीच तक चढ़ आया हूं; मैं उसके ऊंचे ऊंचे देवदारों और अच्छे अच्छे सनौबरों को काट डालूंगा और उसके दूर दूर के ऊंचे स्थानों में और उसके वन की फलदाई बारियों में प्रवेश करूंगा।
यशायाह 24:19
वह मतवाले की नाईं बहुत डगमगाएगी
यशायाह 24:4
पृथ्वी विलाप करेगी और मुर्झाएगी, जगत कुम्हलाएगा और मुर्झा जाएगा; पृथ्वी के महान लोग भी कुम्हला जाएंगे।
यशायाह 24:1
सुनो, यहोवा पृथ्वी को निर्जन और सुनसान करने पर है, वह उसको उलटकर उसके रहने वालों को तितर बितर करेग।
यशायाह 14:8
सनौवर और लबानोन के देवदार भी तुझ पर आनन्द कर के कहते हैं, जब से तू गिराया गया तब से कोई हमें काटने को नहीं आया।
यशायाह 3:26
और उसके फाटकों में सांस भरना और विलाप करना होगा; और भूमि पर अकेली बैठी रहेगी।
यशायाह 2:13
और लबानोन के सब देवदारों पर जो ऊंचे और बड़ें हैं;
यशायाह 1:7
तुम्हारा देश उजड़ा पड़ा है, तुम्हारे नगर भस्म हो गए हैं; तुम्हारे खेतों को परदेशी लोग तुम्हारे देखते ही निगल रहे हैं; वह परदेशियों से नाश किए हुए देश के समान उजाड़ है।
श्रेष्ठगीत 2:1
मैं शारोन देश का गुलाब और तराइयों में का सोसन फूल हूं॥
व्यवस्थाविवरण 3:4
उसी समय हम ने उनके सारे नगरों को ले लिया, कोई ऐसा नगर न रह गया जिसे हम ने उस से न ले लिया हो, इस रीति अर्गोब का सारा देश, जो बाशान में ओग के राज्य में था और उस में साठ नगर थे, वह हमारे वश में आ गया।