Hosea 13:2
और अब वे लोग पाप पर पाप बढ़ाते जाते हैं, और अपनी बुद्धि से चान्दी ढालकर ऐसी मूरतें बनाईं हैं जो कारीगरों ही से बनीं। उन्हीं के विषय लोग कहते हैं, जो नरमेध करें, वे बछड़ों को चूमें!
Hosea 13:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
And now they sin more and more, and have made them molten images of their silver, and idols according to their own understanding, all of it the work of the craftsmen: they say of them, Let the men that sacrifice kiss the calves.
American Standard Version (ASV)
And now they sin more and more, and have made them molten images of their silver, even idols according to their own understanding, all of them the work of the craftsmen: they say of them, Let the men that sacrifice kiss the calves.
Bible in Basic English (BBE)
And now their sins are increased; they have made themselves a metal image, false gods from their silver, after their designs, all of them the work of the metal-workers; they say of them, Let them give offerings, let men give kisses to the oxen.
Darby English Bible (DBY)
And now they sin more and more, and have made them molten images of their silver, idols according to their own understanding, all of it the work of the craftsmen: they say of them, Let the men that sacrifice kiss the calves.
World English Bible (WEB)
Now they sin more and more, And have made themselves molten images of their silver, Even idols according to their own understanding, All of them the work of the craftsmen. They say of them, "They offer human sacrifice and kiss the calves."
Young's Literal Translation (YLT)
And now do they add to sin, And make to them a molten image of their silver, By their own understanding -- idols, A work of artizans -- all of it, Of them they say, who `are' sacrificers among men, `The calves let them kiss.'
| And now | וְעַתָּ֣ה׀ | wĕʿattâ | veh-ah-TA |
| they sin | יוֹסִ֣פוּ | yôsipû | yoh-SEE-foo |
| more, and more | לַחֲטֹ֗א | laḥăṭōʾ | la-huh-TOH |
| and have made | וַיַּעְשׂ֣וּ | wayyaʿśû | va-ya-SOO |
| images molten them | לָהֶם֩ | lāhem | la-HEM |
| of their silver, | מַסֵּכָ֨ה | massēkâ | ma-say-HA |
| and idols | מִכַּסְפָּ֤ם | mikkaspām | mee-kahs-PAHM |
| understanding, own their to according | כִּתְבוּנָם֙ | kitbûnām | keet-voo-NAHM |
| all | עֲצַבִּ֔ים | ʿăṣabbîm | uh-tsa-BEEM |
| work the it of | מַעֲשֵׂ֥ה | maʿăśē | ma-uh-SAY |
| of the craftsmen: | חָרָשִׁ֖ים | ḥārāšîm | ha-ra-SHEEM |
| they | כֻּלֹּ֑ה | kullō | koo-LOH |
| say | לָהֶם֙ | lāhem | la-HEM |
| of them, Let the men | הֵ֣ם | hēm | hame |
| sacrifice that | אֹמְרִ֔ים | ʾōmĕrîm | oh-meh-REEM |
| kiss | זֹבְחֵ֣י | zōbĕḥê | zoh-veh-HAY |
| the calves. | אָדָ֔ם | ʾādām | ah-DAHM |
| עֲגָלִ֖ים | ʿăgālîm | uh-ɡa-LEEM | |
| יִשָּׁקֽוּן׃ | yiššāqûn | yee-sha-KOON |
Cross Reference
होशे 2:8
वह यह नहीं जानती थी, कि अन्न, नया दाखमधु और तेल मैं ही उसे देता था, और उसके लिये वह चान्दी सोना जिस को वे बाल देवता के काम में ले आते हैं, मैं ही बढ़ाता था।
यिर्मयाह 10:4
लोग उसको सोने-चान्दी से सजाते और हयैड़े से कील ठोंक ठोंककर दृढ़ करते हैं कि वह हिल-डुल न सके।
यशायाह 46:6
जो थैली से सोना उण्डेलते वा कांटे में चान्दी तौलते हैं, जो सुनार को मजदुरी देकर उस से देवता बनवाते हैं, तब वे उसे प्रणाम करते वरन दण्डवत भी करते हैं!
यशायाह 44:17
उसके बचे हुए भाग को लेकर वह एक देवता अर्थात एक मूरत खोदकर बनाता है; तब वह उसके साम्हने प्रणाम और दण्डवत करता और उस से प्रार्थना कर के कहता है, मुझे बचा ले, क्योंकि तू मेरा देवता है। वे कुछ नहीं जानते, न कुछ समझ रखते हैं;
1 राजा 19:18
तौभी मैं सात हजार इस्राएलियों को बचा रखूंगा। ये तो वे सब हैं, जिन्होंने न तो बाल के आगे घुटने टेके, और न मुंह से उसे चूमा है।
हबक्कूक 2:18
खुदी हुई मूरत में क्या लाभ देख कर बनाने वाले ने उसे खोदा है? फिर झूठ सिखाने वाली और ढली हुई मूरत में क्या लाभ देख कर ढालने वाले ने उस पर इतना भरोसा रखा है कि न बोलने वाली और निकम्मी मूरत बनाए?
रोमियो 1:22
वे अपने आप को बुद्धिमान जताकर मूर्ख बन गए।
2 तीमुथियुस 3:13
और दुष्ट, और बहकाने वाले धोखा देते हुए, और धोखा खाते हुए, बिगड़ते चले जाएंगे।
रोमियो 11:4
परन्तु परमेश्वर से उसे क्या उत्तर मिला? कि मैं ने अपने लिये सात हजार पुरूषों को रख छोड़ा है जिन्हों ने बाल के आग घुटने नहीं टेके हैं।
रोमियो 2:5
पर अपनी कठोरता और हठीले मन के अनुसार उसके क्रोध के दिन के लिये, जिस में परमेश्वर का सच्चा न्याय प्रगट होगा, अपने निमित क्रोध कमा रहा है।
होशे 11:6
तलवार उनके नगरों में चलेगी, और उनके बेड़ों को पूरा नाश करेगी; और यह उनकी युक्तियों के कारण होगा।
होशे 10:1
इस्राएल एक लहलहाती हुई दाखलता सी है, जिस में बहुत से फल भी लगे, परन्तु ज्यों ज्यों उस के फल बढ़े, त्यों त्यों उसने अधिक वेदियां बनाईं जैसे जैसे उसकी भूमि सुधरी, वैसे ही वे सुन्दर लाटें बनाते गए।
होशे 8:6
यह इस्राएल से हुआ है॥ एक कारीगर ने उसे बनाया; वह परमेश्वर नहीं है। इस कारण शोमरोन का वह बछड़ा टुकड़े टुकड़े हो जाएगा॥
होशे 8:4
वे राजाओं को ठहराते रहे, परन्तु मेरी इच्छा से नहीं। वे हाकिमों को भी ठहराते रहे, परन्तु मेरे अनजाने में। उन्होंने अपना सोना-चान्दी ले कर मूरतें बना लीं जिस से वे ही नाश हो जाएं।
1 शमूएल 10:1
तब शमूएल ने एक कुप्पी तेल ले कर उसके सिर पर उंडेला, और उसे चूमकर कहा, क्या इसका कारण यह नहीं कि यहोवा ने अपने निज भाग के ऊपर प्रधान होने को तेरा अभिषेक किया है?
2 इतिहास 28:13
तुम इन बन्धुओं को यहां मत लाओ; क्योंकि तुम ने वह बात ठानी है जिसके कारण हम यहोवा के यहां दोषी हो जाएंगे, और उस से हमारा पाप और दोष बढ़ जाएगा, हमारा दोष तो बड़ा है और इस्राएल पर बहुत क्रोध भड़का है।
2 इतिहास 33:23
और जैसे उसका पिता मनश्शे यहोवा के साम्हने दीन हुआ, वैसे वह दीन न हुआ, वरन आमोन अधिक दोषी होता गया।
भजन संहिता 2:12
पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ; क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है॥ धन्य हैं वे जिनका भरोसा उस पर है॥
भजन संहिता 115:4
उन लोगों की मूरतें सोने चान्दी ही की तो हैं, वे मनुष्यों के हाथ की बनाईं हुई हैं।
भजन संहिता 135:17
उनके कान तो रहते हैं, परन्तु वे सुन नहीं सकतीं, न उनके कुछ भी सांस चलती है।
यशायाह 1:5
तुम बलवा कर कर के क्यों अधिक मार खाना चाहते हो? तुम्हारा सिर घावों से भर गया, और तुम्हारा हृदय दु:ख से भरा है।
यशायाह 30:1
यहोवा की यह वाणी है, हाय उन बलवा करने वाले लड़कों पर जो युक्ति तो करते परन्तु मेरी ओर से नहीं; वाचा तो बान्धते परन्तु मेरे आत्मा के सिखाये नहीं; और इस प्रकार पाप पर पाप बढ़ाते हैं।
यशायाह 45:20
हे अन्यजातियों में से बचे हुए लोगो, इकट्ठे हो कर आओ, एक संग मिलकर निकट आओ! वह जो अपनी लकड़ी की खोदी हुई मूरतें लिए फिरते हैं और ऐसे देवता से जिस से उद्धार नहीं हो सकता, प्रार्थना करते हैं, वे अज्ञान हैं।
यशायाह 46:8
हे अपराधियों, इस बात को स्मरण करो और ध्यान दो, इस पर फिर मन लगाओ।
यिर्मयाह 10:8
परन्तु वे पशु सरीखे निरे मूर्ख हैं; मूर्त्तियों से क्या शिक्षा? वे तो काठ ही हैं!
गिनती 32:14
और सुनो, तुम लोग उन पापियों के बच्चे हो कर इसी लिये अपने बाप-दादों के स्थान पर प्रकट हुए हो, कि इस्त्राएल के विरुद्ध यहोवा से भड़के हुए कोप को और भड़काओ!