2 Corinthians 4:8
हम चारों ओर से क्लेश तो भोगते हैं, पर संकट में नहीं पड़ते; निरूपाय तो हैं, पर निराश नहीं होते।
2 Corinthians 4:8 in Other Translations
King James Version (KJV)
We are troubled on every side, yet not distressed; we are perplexed, but not in despair;
American Standard Version (ASV)
`we are' pressed on every side, yet not straitened; perplexed, yet not unto despair;
Bible in Basic English (BBE)
Troubles are round us on every side, but we are not shut in; things are hard for us, but we see a way out of them;
Darby English Bible (DBY)
every way afflicted, but not straitened; seeing no apparent issue, but our way not entirely shut up;
World English Bible (WEB)
We are pressed on every side, yet not crushed; perplexed, yet not to despair;
Young's Literal Translation (YLT)
on every side being in tribulation, but not straitened; perplexed, but not in despair;
| We are troubled | ἐν | en | ane |
| on | παντὶ | panti | pahn-TEE |
| every side, | θλιβόμενοι | thlibomenoi | thlee-VOH-may-noo |
| yet | ἀλλ' | all | al |
| not | οὐ | ou | oo |
| distressed; | στενοχωρούμενοι | stenochōroumenoi | stay-noh-hoh-ROO-may-noo |
| we are perplexed, | ἀπορούμενοι | aporoumenoi | ah-poh-ROO-may-noo |
| but | ἀλλ' | all | al |
| not | οὐκ | ouk | ook |
| in despair; | ἐξαπορούμενοι | exaporoumenoi | ayks-ah-poh-ROO-may-noo |
Cross Reference
2 कुरिन्थियों 7:5
क्योंकि जब हम मकिदुनिया में आए, तब भी हमारे शरीर को चैन नहीं मिला, परन्तु हम चारों ओर से क्लेश पाते थे; बाहर लड़ाइयां थीं, भीतर भयंकर बातें थी।
रोमियो 8:35
कौन हम को मसीह के प्रेम से अलग करेगा? क्या क्लेश, या संकट, या उपद्रव, या अकाल, या नंगाई, या जोखिम, या तलवार?
भजन संहिता 56:2
मेरे द्रोही दिन भर मुझे निगलना चाहते हैं, क्योंकि जो लोग अभिमान करके मुझ से लड़ते हैं वे बहुत हैं।
रोमियो 5:3
केवल यही नहीं, वरन हम क्लेशों में भी घमण्ड करें, यही जानकर कि क्लेश से धीरज।
2 कुरिन्थियों 12:10
इस कारण मैं मसीह के लिये निर्बलताओं, और निन्दाओं में, और दरिद्रता में, और उपद्रवों में, और संकटों में, प्रसन्न हूं; क्योंकि जब मैं निर्बल होता हूं, तभी बलवन्त होता हूं॥
याकूब 1:2
हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो
1 पतरस 1:6
और इस कारण तुम मगन होते हो, यद्यपि अवश्य है कि अब कुछ दिन तक नाना प्रकार की परीक्षाओं के कारण उदास हो।
1 पतरस 4:12
हे प्रियों, जो दुख रूपी अग्नि तुम्हारे परखने के लिये तुम में भड़की है, इस से यह समझ कर अचम्भा न करो कि कोई अनोखी बात तुम पर बीत रही है।
यूहन्ना 14:18
मैं तुम्हें अनाथ न छोडूंगा, मैं तुम्हारे पास आता हूं।
भजन संहिता 37:33
यहोवा उसको उसके हाथ में न छोड़ेगा, और जब उसका विचार किया जाए तब वह उसे दोषी न ठहराएगा॥
अय्यूब 2:9
तब उसकी स्त्री उस से कहने लगी, क्या तू अब भी अपनी खराई पर बना है? परमेश्वर की निन्दा कर, और चाहे मर जाए तो मर जा।
1 शमूएल 30:6
और दाऊद बड़े संकट में पड़ा; क्योंकि लोग अपने बेटे-बेटियों के कारण बहुत शोकित हो कर उस पर पत्थरवाह करने की चर्चा कर रहे थे। परन्तु दाऊद ने अपने परमेश्वर यहोवा को स्मरण करके हियाव बान्धा॥
1 शमूएल 28:15
शमूएल ने शाऊल से पूछा, तू ने मुझे ऊपर बुलवाकर क्यों सताया है? शाऊल ने कहा, मैं बड़े संकट में पड़ा हूं; क्योंकि पलिश्ती मेरे साथ लड़ रहे हैं और परमेश्वर ने मुझे छोड़ दिया, और अब मुझे न तो भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा उत्तर देता है, और न स्वपनों के; इसलिये मैं ने तुझे बुलाया कि तू मुझे जता दे कि मैं क्या करूं।
नीतिवचन 18:10
यहोवा का नाम दृढ़ गढ़ है; धर्मी उस में भाग कर सब दुर्घटनाओं से बचता है।
1 कुरिन्थियों 10:13
तुम किसी ऐसी परीक्षा में नहीं पड़े, जो मनुष्य के सहने से बाहर है: और परमेश्वर सच्चा है: वह तुम्हें सामर्थ से बाहर परीक्षा में न पड़ने देगा, वरन परीक्षा के साथ निकास भी करेगा; कि तुम सह सको॥
2 कुरिन्थियों 1:8
हे भाइयों, हम नहीं चाहते कि तुम हमारे उस क्लेश से अनजान रहो, जो आसिया में हम पर पड़ा, कि ऐसे भारी बोझ से दब गए थे, जो हमारी सामर्थ से बाहर था, यहां तक कि हम जीवन से भी हाथ धो बैठे थे।
2 कुरिन्थियों 4:16
इसलिये हम हियाव नहीं छोड़ते; यद्यपि हमारा बाहरी मनुष्यत्व नाश भी होता जाता है, तौभी हमारा भीतरी मनुष्यत्व दिन प्रतिदिन नया होता जाता है।
2 कुरिन्थियों 6:4
परन्तु हर बात से परमेश्वर के सेवकों की नाईं अपने सद्गुणों को प्रगट करते हैं, बड़े धैर्य से, क्लेशों से, दिरद्रता से, संकटो से।
2 कुरिन्थियों 11:23
(मैं पागल की नाईं कहता हूं) मैं उन से बढ़कर हूं! अधिक परिश्रम करने में; बार बार कैद होने में; कोड़े खाने में; बार बार मृत्यु के जोखिमों में।
नीतिवचन 14:26
यहोवा के भय मानने से दृढ़ भरोसा होता है, और उसके पुत्रों को शरणस्थान मिलता है।