भजन संहिता 71:10
क्योंकि मेरे शत्रु मेरे विषय बातें करते हैं, और जो मेरे प्राण की ताक में हैं, वे आपस में यह सम्मति करते हैं, कि
For | כִּֽי | kî | kee |
mine enemies | אָמְר֣וּ | ʾomrû | ome-ROO |
speak | אוֹיְבַ֣י | ʾôybay | oy-VAI |
for wait lay that they and me; against | לִ֑י | lî | lee |
my soul | וְשֹׁמְרֵ֥י | wĕšōmĕrê | veh-shoh-meh-RAY |
take counsel | נַ֝פְשִׁ֗י | napšî | NAHF-SHEE |
together, | נוֹעֲצ֥וּ | nôʿăṣû | noh-uh-TSOO |
יַחְדָּֽו׃ | yaḥdāw | yahk-DAHV |