Romans 12:3
क्योंकि मैं उस अनुग्रह के कारण जो मुझ को मिला है, तुम में से हर एक से कहता हूं, कि जैसा समझना चाहिए, उस से बढ़कर कोई भी अपने आप को न समझे पर जैसा परमेश्वर ने हर एक को परिमाण के अनुसार बांट दिया है, वैसा ही सुबुद्धि के साथ अपने को समझे।
Romans 12:3 in Other Translations
King James Version (KJV)
For I say, through the grace given unto me, to every man that is among you, not to think of himself more highly than he ought to think; but to think soberly, according as God hath dealt to every man the measure of faith.
American Standard Version (ASV)
For I say, through the grace that was given me, to every man that is among you, not to think of himself more highly than he ought to think; but to think as to think soberly, according as God hath dealt to each man a measure of faith.
Bible in Basic English (BBE)
But I say to every one of you, through the grace given to me, not to have an over-high opinion of himself, but to have wise thoughts, as God has given to every one a measure of faith.
Darby English Bible (DBY)
For I say, through the grace which has been given to me, to every one that is among you, not to have high thoughts above what he should think; but to think so as to be wise, as God has dealt to each a measure of faith.
World English Bible (WEB)
For I say, through the grace that was given me, to every man who is among you, not to think of himself more highly than he ought to think; but to think reasonably, as God has apportioned to each person a measure of faith.
Young's Literal Translation (YLT)
For I say, through the grace that was given to me, to every one who is among you, not to think above what it behoveth to think; but to think so as to think wisely, as to each God did deal a measure of faith,
| For | Λέγω | legō | LAY-goh |
| I say, | γὰρ | gar | gahr |
| through | διὰ | dia | thee-AH |
| the | τῆς | tēs | tase |
| grace | χάριτος | charitos | HA-ree-tose |
| τῆς | tēs | tase | |
| given | δοθείσης | dotheisēs | thoh-THEE-sase |
| unto me, | μοι | moi | moo |
| man every to | παντὶ | panti | pahn-TEE |
| τῷ | tō | toh | |
| that is | ὄντι | onti | ONE-tee |
| among | ἐν | en | ane |
| you, | ὑμῖν | hymin | yoo-MEEN |
| not | μὴ | mē | may |
| highly more think to | ὑπερφρονεῖν | hyperphronein | yoo-pare-froh-NEEN |
| of himself than | παρ' | par | pahr |
| ὃ | ho | oh | |
| ought he | δεῖ | dei | thee |
| to think; | φρονεῖν | phronein | froh-NEEN |
| but | ἀλλὰ | alla | al-LA |
| to think | φρονεῖν | phronein | froh-NEEN |
| εἰς | eis | ees | |
| soberly, | τὸ | to | toh |
| according as | σωφρονεῖν | sōphronein | soh-froh-NEEN |
| God | ἑκάστῳ | hekastō | ake-AH-stoh |
| hath dealt | ὡς | hōs | ose |
| man every to | ὁ | ho | oh |
| the measure | θεὸς | theos | thay-OSE |
| of faith. | ἐμέρισεν | emerisen | ay-MAY-ree-sane |
| μέτρον | metron | MAY-trone | |
| πίστεως | pisteōs | PEE-stay-ose |
Cross Reference
Philippians 2:3
विरोध या झूठी बड़ाई के लिये कुछ न करो पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो।
1 Peter 4:11
यदि कोई बोले, तो ऐसा बोले, मानों परमेश्वर का वचन है; यदि कोई सेवा करे; तो उस शक्ति से करे जो परमेश्वर देता है; जिस से सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा, परमेश्वर की महिमा प्रगट हो: महिमा और साम्राज्य युगानुयुग उसी की है। आमीन॥
Galatians 6:3
क्योंकि यदि कोई कुछ न होने पर भी अपने आप को कुछ समझता है, तो अपने आप को धोखा देता है।
1 Peter 5:5
हे नवयुवकों, तुम भी प्राचीनों के आधीन रहो, वरन तुम सब के सब एक दूसरे की सेवा के लिये दीनता से कमर बान्धे रहो, क्योंकि परमेश्वर अभिमानियों का साम्हना करता है, परन्तु दीनों पर अनुग्रह करता है।
1 Peter 4:7
सब बातों का अन्त तुरन्त होने वाला है; इसलिये संयमी होकर प्रार्थना के लिये सचेत रहो।
James 4:6
वह तो और भी अनुग्रह देता है; इस कारण यह लिखा है, कि परमेश्वर अभिमानियों से विरोध करता है, पर दीनों पर अनुग्रह करता है।
Proverbs 26:12
यदि तू ऐसा मनुष्य देखे जो अपनी दृष्टि में बुद्धिमान बनता हो, तो उस से अधिक आशा मूर्ख ही से है।
Proverbs 16:18
विनाश से पहिले गर्व, और ठोकर खाने से पहिले घमण्ड होता है।
Ecclesiastes 7:16
अपने को बहुत धर्मी न बना, और न अपने को अधिक बुद्धिमान बना; तू क्यों अपने ही नाश का कारण हो?
1 Peter 1:13
इस कारण अपनी अपनी बुद्धि की कमर बान्धकर, और सचेत रहकर उस अनुग्रह की पूरी आशा रखो, जो यीशु मसीह के प्रगट होने के समय तुम्हें मिलने वाला है।
1 Peter 5:8
सचेत हो, और जागते रहो, क्योंकि तुम्हारा विरोधी शैतान गर्जने वाले सिंह की नाईं इस खोज में रहता है, कि किस को फाड़ खाए।
Titus 2:12
और हमें चिताता है, कि हम अभक्ति और सांसारिक अभिलाषाओं से मन फेर कर इस युग में संयम और धर्म और भक्ति से जीवन बिताएं।
Ephesians 4:7
पर हम में से हर एक को मसीह के दान के परिमाण से अनुग्रह मिला है।
1 Corinthians 7:17
पर जैसा प्रभु ने हर एक को बांटा है, और परमेश्वर ने हर एक को बुलाया है; वैसा ही वह चले: और मैं सब कलीसियाओं में ऐसा ही ठहराता हूं।
Romans 12:16
आपस में एक सा मन रखो; अभिमानी न हो; परन्तु दीनों के साथ संगति रखो; अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न हो।
Romans 12:6
और जब कि उस अनुग्रह के अनुसार जो हमें दिया गया है, हमें भिन्न भिन्न वरदान मिले हैं, तो जिस को भविष्यद्वाणी का दान मिला हो, वह विश्वास के परिमाण के अनुसार भविष्यद्वाणी करे।
Romans 11:20
भला, वे तो अविश्वास के कारण तोड़ी गई, परन्तु तू विश्वास से बना रहता है इसलिये अभिमानी न हो, परन्तु भय कर।
Romans 1:5
जिस के द्वारा हमें अनुग्रह और प्रेरिताई मिली; कि उसके नाम के कारण सब जातियों के लोग विश्वास करके उस की मानें।
Matthew 18:1
उसी घड़ी चेले यीशु के पास आकर पूछने लगे, कि स्वर्ग के राज्य में बड़ा कौन है?
Micah 6:8
हे मनुष्य, वह तुझे बता चुका है कि अच्छा क्या है; और यहोवा तुझ से इसे छोड़ और क्या चाहता है, कि तू न्याय से काम करे, और कृपा से प्रीति रखे, और अपने परमेश्वर के साथ नम्रता से चले?
Luke 18:11
फरीसी खड़ा होकर अपने मन में यों प्रार्थना करने लगा, कि हे परमेश्वर, मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, कि मैं और मनुष्यों की नाईं अन्धेर करने वाला, अन्यायी और व्यभिचारी नहीं, और न इस चुंगी लेने वाले के समान हूं।
Romans 11:25
हे भाइयों, कहीं ऐसा न हो, कि तुम अपने आप को बुद्धिमान समझ लो; इसलिये मैं नहीं चाहता कि तुम इस भेद से अनजान रहो, कि जब तक अन्यजातियां पूरी रीति से प्रवेश न कर लें, तब तक इस्त्राएल का एक भाग ऐसा ही कठोर रहेगा।
1 Corinthians 4:7
क्योंकि तुझ में और दूसरे में कौन भेद करता है? और तेरे पास क्या है जो तू ने (दूसरे से) नहीं पाया: और जब कि तु ने (दूसरे से) पाया है, तो ऐसा घमण्ड क्यों करता है, कि मानों नही पाया?
1 Corinthians 12:7
किन्तु सब के लाभ पहुंचाने के लिये हर एक को आत्मा का प्रकाश दिया जाता है।
1 Corinthians 15:10
परन्तु मैं जो कुछ भी हूं, परमेश्वर के अनुग्रह से हूं: और उसका अनुग्रह जो मुझ पर हुआ, वह व्यर्थ नहीं हुआ परन्तु मैं ने उन सब से बढ़कर परिश्रम भी किया: तौभी यह मेरी ओर से नहीं हुआ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह से जो मुझ पर था।
2 Corinthians 12:7
और इसलिये कि मैं प्रकाशों की बहुतायत से फूल न जाऊं, मेरे शरीर में एक कांटा चुभाया गया अर्थात शैतान का एक दूत कि मुझे घूँसे मारे ताकि मैं फूल न जाऊं।
John 3:34
क्योंकि जिसे परमेश्वर ने भेजा है, वह परमेश्वर की बातें कहता है: क्योंकि वह आत्मा नाप नापकर नहीं देता।
Ephesians 3:7
और मैं परमेश्वर के अनुग्रह के उस दान के अनुसार, जो उसकी सामर्थ के प्रभाव के अनुसार मुझे दिया गया, उस सुसमाचार का सेवक बना।
Ephesians 4:16
जिस से सारी देह हर एक जोड़ की सहायता से एक साथ मिलकर, और एक साथ गठकर उस प्रभाव के अनुसार जो हर एक भाग के परिमाण से उस में होता है, अपने आप को बढ़ाती है, कि वह प्रेम में उन्नति करती जाए॥
1 Timothy 2:9
वैसे ही स्त्रियां भी संकोच और संयम के साथ सुहावने वस्त्रों से अपने आप को संवारे; न कि बाल गूंथने, और सोने, और मोतियों, और बहुमोल कपड़ों से, पर भले कामों से।
1 Timothy 2:15
तौभी बच्चे जनने के द्वारा उद्धार पाएंगी, यदि वे संयम सहित विश्वास, प्रेम, और पवित्रता में स्थिर रहें॥
Titus 2:2
अर्थात बूढ़े पुरूष, सचेत और गम्भीर और संयमी हों, और उन का विश्वास और प्रेम और धीरज पक्का हो।
Titus 2:4
ताकि वे जवान स्त्रियों को चितौनी देती रहें, कि अपने पतियों और बच्चों से प्रीति रखें।
Proverbs 25:27
बहुत मधु खाना अच्छा नहीं, परन्तु कठिन बातों की पूछताछ महिमा का कारण होता है।