Psalm 113:5
हमारे परमेश्वर यहोवा के तुल्य कौन है? वह तो ऊंचे पर विराजमान है,
Psalm 113:5 in Other Translations
King James Version (KJV)
Who is like unto the LORD our God, who dwelleth on high,
American Standard Version (ASV)
Who is like unto Jehovah our God, That hath his seat on high,
Bible in Basic English (BBE)
Who is like the Lord our God, who is seated on high,
Darby English Bible (DBY)
Who is like unto Jehovah our God, who hath placed his dwelling on high;
World English Bible (WEB)
Who is like Yahweh, our God, Who has his seat on high,
Young's Literal Translation (YLT)
Who `is' as Jehovah our God, He is exalting `Himself' to sit?
| Who | מִ֭י | mî | mee |
| is like unto the Lord | כַּיהוָ֣ה | kayhwâ | kai-VA |
| God, our | אֱלֹהֵ֑ינוּ | ʾĕlōhênû | ay-loh-HAY-noo |
| who dwelleth | הַֽמַּגְבִּיהִ֥י | hammagbîhî | ha-mahɡ-bee-HEE |
| on high, | לָשָֽׁבֶת׃ | lāšābet | la-SHA-vet |
Cross Reference
Psalm 89:6
क्योंकि आकाश मण्डल में यहोवा के तुल्य कौन ठहरेगा? बलवन्तों के पुत्रों में से कौन है जिसके साथ यहोवा की उपमा दी जाएगी?
Exodus 15:11
हे यहोवा, देवताओं में तेरे तुल्य कौन है? तू तो पवित्रता के कारण महाप्रतापी, और अपनी स्तुति करने वालों के भय के योग्य, और आश्चर्य कर्म का कर्त्ता है॥
Jeremiah 10:6
हे यहोवा, तेरे समान कोई नहीं है; तू महान है, और तेरा नाम पराक्रम में बड़ा है।
Isaiah 40:25
सो तुम मुझे किस के समान बताओगे कि मैं उसके तुल्य ठहरूं? उस पवित्र का यही वचन है।
Deuteronomy 33:26
हे यशूरून, ईश्वर के तुल्य और कोई नहीं है, वह तेरी सहायता करने को आकाश पर, और अपना प्रताप दिखाता हुआ आकाशमण्डल पर सवार हो कर चलता है॥
Isaiah 40:18
तुम ईश्वर को किस के समान बताओगे और उसकी उपमा किस से दोगे?
Isaiah 16:5
तब दया के साथ एक सिंहासन स्थिर किया जाएगा और उस पर दाऊद के तम्बू में सच्चाई के साथ एक विराजमान होगा जो सोच विचार कर सच्चा न्याय करेगा और धर्म के काम पर तत्पर रहेगा॥
Psalm 103:19
यहोवा ने तो अपना सिंहासन स्वर्ग में स्थिर किया है, और उसका राज्य पूरी सृष्टि पर है।
Psalm 89:8
हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, हे याह, तेरे तुल्य कौन सामर्थी है? तेरी सच्चाई तो तेरे चारों ओर है!
Psalm 35:10
मेरी हड्डी हड्डी कहेगी, हे यहोवा तेरे तुल्य कौन है, जो दीन को बड़े बड़े बलवन्तों से बचाता है, और लुटेरों से दीन दरिद्र लोगों की रक्षा करता है?