Luke 6:37 in Hindi

Hindi Hindi Bible Luke Luke 6 Luke 6:37

Luke 6:37
दोष मत लगाओ; तो तुम पर भी दोष नहीं लगाया जाएगा: दोषी न ठहराओ, तो तुम भी दोषी नहीं ठहराए जाओगे: क्षमा करो, तो तुम्हारी भी क्षमा की जाएगी।

Luke 6:36Luke 6Luke 6:38

Luke 6:37 in Other Translations

King James Version (KJV)
Judge not, and ye shall not be judged: condemn not, and ye shall not be condemned: forgive, and ye shall be forgiven:

American Standard Version (ASV)
And judge not, and ye shall not be judged: and condemn not, and ye shall not be condemned: release, and ye shall be released:

Bible in Basic English (BBE)
Be not judges of others, and you will not be judged: do not give punishment to others, and you will not get punishment yourselves: make others free, and you will be made free:

Darby English Bible (DBY)
And judge not, and ye shall not be judged; condemn not, and ye shall not be condemned. Remit, and it shall be remitted to you.

World English Bible (WEB)
Don't judge, And you won't be judged. Don't condemn, And you won't be condemned. Set free, And you will be set free.

Young's Literal Translation (YLT)
`And judge not, and ye may not be judged; condemn not, and ye may not be condemned; release, and ye shall be released.


Καὶkaikay
Judge
μὴmay
not,
κρίνετεkrineteKREE-nay-tay
and
καὶkaikay

be
not
shall
οὐouoo
ye
μὴmay
judged:
κριθῆτε·krithētekree-THAY-tay
condemn
μὴmay
not,
καταδικάζετεkatadikazeteka-ta-thee-KA-zay-tay
and
καὶkaikay

ye
shall
not
οὐouoo
be
μὴmay
condemned:
καταδικασθῆτεkatadikasthēteka-ta-thee-ka-STHAY-tay
forgive,
ἀπολύετεapolyeteah-poh-LYOO-ay-tay
and
ye
shall
be
καὶkaikay
ἀπολυθήσεσθε·apolythēsestheah-poh-lyoo-THAY-say-sthay

Cross Reference

Colossians 3:13
और यदि किसी को किसी पर दोष देने को कोई कारण हो, तो एक दूसरे की सह लो, और एक दूसरे के अपराध क्षमा करो: जैसे प्रभु ने तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी करो।

Romans 14:3
और खानेवाला न-खाने वाले को तुच्छ न जाने, और न-खानेवाला खाने वाले पर दोष न लगाए; क्योंकि परमेश्वर ने उसे ग्रहण किया है।

Mark 11:25
और जब कभी तुम खड़े हुए प्रार्थना करते हो, तो यदि तुम्हारे मन में किसी की ओर से कुछ विरोध, हो तो क्षमा करो: इसलिये कि तुम्हारा स्वर्गीय पिता भी तुम्हारे अपराध क्षमा करे॥

James 5:9
हे भाइयों, एक दूसरे पर दोष न लगाओ ताकि तुम दोषी न ठहरो, देखो, हाकिम द्वार पर खड़ा है।

James 4:11
हे भाइयों, एक दूसरे की बदनामी न करो, जो अपने भाई की बदनामी करता है, या भाई पर दोष लगाता है, वह व्यवस्था की बदनामी करता है, और व्यवस्था पर दोष लगाता है; और यदि तू व्यवस्था पर दोष लगाता है, तो तू व्यवस्था पर चलने वाला नहीं, पर उस पर हाकिम ठहरा।

Ephesians 4:32
और एक दूसरे पर कृपाल, और करूणामय हो, और जैसे परमेश्वर ने मसीह में तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी एक दूसरे के अपराध क्षमा करो॥

1 Corinthians 4:3
परन्तु मेरी दृष्टि में यह बहुत छोटी बात है, कि तुम या मनुष्यों का कोई न्यायी मुझे परखे, वरन मैं आप ही अपने आप को नहीं परखता।

Romans 14:10
तू अपने भाई पर क्यों दोष लगाता है? या तू फिर क्यों अपने भाई को तुच्छ जानता है? हम सब के सब परमेश्वर के न्याय सिंहासन के साम्हने खड़े होंगे।

Romans 2:1
सो हे दोष लगाने वाले, तू कोई क्यों न हो; तू निरुत्तर है! क्योंकि जिस बात में तू दूसरे पर दोष लगाता है, उसी बात में अपने आप को भी दोषी ठहराता है, इसलिये कि तू जो दोष लगाता है, आप ही वही काम करता है।

Luke 17:3
सचेत रहो; यदि तेरा भाई अपराध करे तो उसे समझा, और यदि पछताए तो उसे क्षमा कर।

Matthew 18:34
और उसके स्वामी ने क्रोध में आकर उसे दण्ड देने वालों के हाथ में सौंप दिया, कि जब तक वह सब कर्जा भर न दे, तब तक उन के हाथ में रहे।

Matthew 18:30
उस ने न माना, परन्तु जाकर उसे बन्दीगृह में डाल दिया; कि जब तक कर्ज को भर न दे, तब तक वहीं रहे।

Matthew 7:1
दोष मत लगाओ, कि तुम पर भी दोष न लगाया जाए।

Matthew 6:14
इसलिये यदि तुम मनुष्य के अपराध क्षमा करोगे, तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता भी तुम्हें क्षमा करेगा।

Matthew 5:7
धन्य हैं वे, जो दयावन्त हैं, क्योंकि उन पर दया की जाएगी।

Isaiah 65:5
जो कहते हैं, हट जा, मेरे निकट मत आ, क्योंकि मैं तुझ से पवित्र हूं। ये मेरी नाक में धूंएं व उस आग के समान हैं जो दिन भर जलती रहती है।

1 Corinthians 13:4
प्रेम धीरजवन्त है, और कृपाल है; प्रेम डाह नहीं करता; प्रेम अपनी बड़ाई नहीं करता, और फूलता नहीं।