Jeremiah 4:19 in Hindi

Hindi Hindi Bible Jeremiah Jeremiah 4 Jeremiah 4:19

Jeremiah 4:19
हाय! हाय! मेरा हृदय भीतर ही भीतर तड़पता है! और मेरा मन घबराता है! मैं चुप नहीं रह सकता; क्योंकि हे मेरे प्राण, नरसिंगे का शब्द और युद्ध की ललकार तुझ तक पहुंची है।

Jeremiah 4:18Jeremiah 4Jeremiah 4:20

Jeremiah 4:19 in Other Translations

King James Version (KJV)
My bowels, my bowels! I am pained at my very heart; my heart maketh a noise in me; I cannot hold my peace, because thou hast heard, O my soul, the sound of the trumpet, the alarm of war.

American Standard Version (ASV)
My anguish, my anguish! I am pained at my very heart; my heart is disquieted in me; I cannot hold my peace; because thou hast heard, O my soul, the sound of the trumpet, the alarm of war.

Bible in Basic English (BBE)
My soul, my soul! I am pained to my inmost heart; my heart is troubled in me; I am not able to be quiet, because the sound of the horn, the note of war, has come to my ears.

Darby English Bible (DBY)
My bowels! my bowels! I am in travail! [Oh,] the walls of my heart! My heart maketh a noise in me; I cannot hold my peace: for thou hearest, my soul, the sound of the trumpet, the clamour of war.

World English Bible (WEB)
My anguish, my anguish! I am pained at my very heart; my heart is disquieted in me; I can't hold my peace; because you have heard, O my soul, the sound of the trumpet, the alarm of war.

Young's Literal Translation (YLT)
My bowels, my bowels! I am pained `at' the walls of my heart, Make a noise for me doth My heart, I am not silent, For the voice of a trumpet I have heard, O my soul -- a shout of battle!

My
bowels,
מֵעַ֣י׀mēʿaymay-AI
my
bowels!
מֵעַ֨י׀mēʿaymay-AI
I
am
pained
אֹחִ֜ולָהʾōḥiwlâoh-HEEV-la
very
my
at
קִיר֥וֹתqîrôtkee-ROTE
heart;
לִבִּ֛יlibbîlee-BEE
my
heart
הֹֽמֶהhōmeHOH-meh
maketh
a
noise
לִּ֥יlee
cannot
I
me;
in
לִבִּ֖יlibbîlee-BEE
hold
my
peace,
לֹ֣אlōʾloh
because
אַחֲרִ֑שׁʾaḥărišah-huh-REESH
thou
hast
heard,
כִּ֣יkee
soul,
my
O
ק֤וֹלqôlkole
the
sound
שׁוֹפָר֙šôpārshoh-FAHR
trumpet,
the
of
שָׁמַ֣עַתְּיšāmaʿattĕysha-MA-ah-teh
the
alarm
נַפְשִׁ֔יnapšînahf-SHEE
of
war.
תְּרוּעַ֖תtĕrûʿatteh-roo-AT
מִלְחָמָֽה׃milḥāmâmeel-ha-MA

Cross Reference

Isaiah 22:4
इस कारण मैं ने कहा, मेरी ओर से मुंह फेर लो कि मैं बिलक बिलककर रोऊं; मेरे नगर सत्यनाश होने के शोक में मुझे शान्ति देने का यत्न मत करो॥

Isaiah 16:11
इसलिये मेरा मन मोआब के कारण और मेरा हृदय कीरहैरेस के कारण वीणा का सा क्रन्दन करता है॥

Habakkuk 3:16
यह सब सुनते ही मेरा कलेजा कांप उठा, मेरे ओंठ थरथराने लगे; मेरी हड्डियां सड़ने लगीं, और मैं खड़े खड़े कांपने लगा। मैं शान्ति से उस दिन की बाट जोहता रहूंगा जब दल बांध कर प्रजा चढ़ाई करे॥

Jeremiah 9:10
मैं पहाड़ों के लिये रो उठूंगा और शोक का गीत गाऊंगा, और जंगल की चराइयों के लिये विलाप का गीत गाऊंगा, क्योंकि वे ऐसे जल गए हैं कि कोई उन में से हो कर नहीं चलता, और उन में ढोर का शब्द भी नहीं सुनाई पड़ता; पशु-पक्षी सब भाग गए हैं।

Jeremiah 9:1
भला होता, कि मेरा सिर जल ही जल, और मेरी आंखें आँसुओं का सोता होतीं, कि मैं रात दिन अपने मारे हुए लोगों के लिये रोता रहता।

Isaiah 15:5
मेरा मन मोआब के लिये दोहाई देता है; उसके रईस सोअर और एग्लतशलीशिय्या तक भागे जाते हैं। देखो, लूहीत की चढ़ाई पर वे रोते हुए चढ़ रहे हैं; सुनो, होरीनैम के मार्ग में वे नाश होने की चिल्लाहट मचा रहे हैं।

Isaiah 21:3
इस कारण मेरी कटि में कठिन पीड़ा है; मुझ को मानो जच्चा पीडें हो रही है; मैं ऐसे संकट में पड़ गया हूं कि कुछ सुनाईं नहीं देता, मैं ऐसा घबरा गया हूं कि कुछ दिखाई नहीं देता।

Lamentations 3:48
मेरी आंखों से मेरी प्रजा की पुत्री के विनाश के कारण जल की धाराएं बह रही है।

Daniel 7:15
और मुझ दानिय्येल का मन विकल हो गया, और जो कुछ मैं ने देखा था उसके कारण मैं घबरा गया।

Daniel 7:28
इस बात का वर्णन मैं अब कर चुका, परन्तु मुझ दानिय्येल के मन में बड़ी घबराहट बनी रही, और मैं भयभीत हो गया; और इस बात को मैं अपने मन में रखे रहा॥

Daniel 8:27
तब मुझ दानिय्येल का बल जाता रहा, और मैं कुछ दिन तक बीमार पड़ा रहा; तब मैं उठ कर राजा का कामकाज फिर करने लगा; परन्तु जो कुछ मैं ने देखा था उस से मैं चकित रहा, क्योंकि उसका कोई समझाने वाला न था॥

Amos 3:6
क्या किसी नगर में नरसिंगा फूंकने पर लोग न थरथराएंगे? क्या यहोवा के बिना भेजे किसी नगर में कोई विपत्ति पड़ेगी?

Zephaniah 1:15
वह रोष का दिन होगा, वह संकट और सकेती का दिन, वह उजाड़ और उधेड़ का दिन, वह अन्धेर और घोर अन्धकार का दिन, वह बादल और काली घटा का दिन होगा।

Luke 19:41
जब वह निकट आया तो नगर को देखकर उस पर रोया।

Romans 9:2
कि मुझे बड़ा शोक है, और मेरा मन सदा दुखता रहता है।

Romans 10:1
हे भाइयो, मेरे मन की अभिलाषा और उन के लिये परमेश्वर से मेरी प्रार्थना है, कि वे उद्धार पाएं।

Galatians 4:19
हे मेरे बालकों, जब तक तुम में मसीह का रूप न बन जाए, तब तक मैं तुम्हारे लिये फिर जच्चा की सी पीड़ाएं सहता हूं।

Lamentations 2:11
मेरी आंखें आंसू बहाते बहाते रह गई हैं; मेरी अन्तडिय़ां ऐंठी जाती हैं; मेरे लोगों की पुत्री के विनाश के कारण मेरा कलेजा फट गया है, क्योंकि बच्चे वरन दूधपिउवे बच्चे भी नगर के चौकों में मूर्च्छित होते हैं।

Lamentations 1:16
इन बातों के कारण मैं रोती हूँ; मेरी आंखों से आंसू की धारा बहती रहती है; क्योंकि जिस शान्तिदाता के कारण मेरा जी हरा भरा हो जाता था, वह मुझ से दूर हो गया; मेरे लड़के-बाले अकेले हो गए, क्योंकि शत्रु प्रबल हुआ है।

Numbers 10:9
और जब तुम अपने देश में किसी सताने वाले बैरी से लड़ने को निकलो, तब तुरहियों को सांस बान्धकर फूंकना, तब तुम्हारे परमेश्वर यहोवा को तुम्हारा स्मरण आएगा, और तुम अपने शत्रुओं से बचाए जाओगे।

Judges 5:21
कीशोन नदी ने उन को बहा दिया, अर्थात वही प्राचीन नदी जो कीशोन नदी है। हे मन, हियाव बान्धे आगे बढ़॥

Psalm 16:2
मैं ने परमेश्वर से कहा है, कि तू ही मेरा प्रभु है; तेरे सिवाए मेरी भलाई कहीं नहीं।

Psalm 42:5
हे मेरे प्राण, तू क्यों गिरा जाता है? और तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है? परमेश्वर पर आशा लगाए रह; क्योंकि मैं उसके दर्शन से उद्धार पाकर फिर उसका धन्यवाद करूंगा॥

Psalm 103:1
हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह; और जो कुछ मुझ में है, वह उसके पवित्र नाम को धन्य कहे!

Psalm 116:7
हे मेरे प्राण तू अपने विश्राम स्थान में लौट आ; क्योंकि यहोवा ने तेरा उपकार किया है॥

Psalm 119:53
जो दुष्ट तेरी व्यवस्था को छोड़े हुए हैं, उनके कारण मैं सन्ताप से जलता हूं।

Psalm 119:136
मेरी आंखों से जल की धारा बहती रहती है, क्योंकि लोग तेरी व्यवस्था को नहीं मानते॥

Psalm 146:1
याह की स्तुति करो। हे मेरे मन यहोवा की स्तुति कर!

Jeremiah 4:5
यहूदा में प्रचार करो और यरूशलेम में यह सुनाओ; पूरे देश में नरसिंगा फूंको; गला खोल कर ललकारो और कहो, आओ, हम इकट्ठे हों ओर गढ़ वाले नगरों में जाएं!

Jeremiah 4:21
और कितने दिन तक मुझे उनका झण्डा देखना और नरसिंगे का शब्द सुनना पड़ेगा?

Jeremiah 13:17
और यदि तुम इसे न सुनो, तो मैं अकेले में तुम्हारे गर्व के कारण रोऊंगा, और मेरी आंखों से आंसुओं की धारा बहती रहेगी, क्योंकि यहोवा की भेड़ें बंधुआ कर ली गई हैं।

Jeremiah 14:17
तू उन से यह बात कह, मेरी आँखों से दिन रात आंसू लगातार बहते रहें, वे न रुकें क्योंकि मेरे लोगों की कुंवारी बेटी बहुत ही कुचली गई और घायल हुई है।

Jeremiah 20:9
यदि मैं कहूं, मैं उसकी चर्चा न करूंगा न उसके नाम से बोलूंगा, तो मेरे हृदय की ऐसी दशा होगी मानो मेरी हड्डियों में धधकती हुई आग हो, और मैं अपने को रोकते रोकते थक गया पर मुझ से रहा नहीं जाता।

Jeremiah 23:9
भविष्यद्वक्ताओं के विषय मेरा हृदय भीतर ही भीतर फटा जाता है, मेरी सब हड्डियां थरथराती है; यहोवा ने जो पवित्र वचन कहे हैं, उन्हें सुन कर, मैं ऐसे मनुष्य के समान हो गया हूँ जो दाखमधु के नशे में चूर हो गया हो,

Jeremiah 48:31
इस कारण मैं मोआबियों के लिये हाय-हाय करूंगा; हां मैं सारे मोआबियों के लिये चिल्लाऊंगा; कीर्हेरेस के लोगों के लिये विलाप किया जाएगा।

Genesis 49:6
हे मेरे जीव, उनके मर्म में न पड़, हे मेरी महिमा, उनकी सभा में मत मिल; क्योंकि उन्होंने कोप से मनुष्यों को घात किया, और अपनी ही इच्छा पर चलकर बैलों की पूंछें काटी हैं॥