James 1:15
फिर अभिलाषा गर्भवती होकर पाप को जनती है और पाप जब बढ़ जाता है तो मृत्यु को उत्पन्न करता है।
James 1:15 in Other Translations
King James Version (KJV)
Then when lust hath conceived, it bringeth forth sin: and sin, when it is finished, bringeth forth death.
American Standard Version (ASV)
Then the lust, when it hath conceived, beareth sin: and the sin, when it is fullgrown, bringeth forth death.
Bible in Basic English (BBE)
Then when its time comes, desire gives birth to sin; and sin, when it is of full growth, gives birth to death.
Darby English Bible (DBY)
then lust, having conceived, gives birth to sin; but sin fully completed brings forth death.
World English Bible (WEB)
Then the lust, when it has conceived, bears sin; and the sin, when it is full grown, brings forth death.
Young's Literal Translation (YLT)
afterward the desire having conceived, doth give birth to sin, and the sin having been perfected, doth bring forth death.
| Then when | εἶτα | eita | EE-ta |
| ἡ | hē | ay | |
| lust | ἐπιθυμία | epithymia | ay-pee-thyoo-MEE-ah |
| conceived, hath | συλλαβοῦσα | syllabousa | syool-la-VOO-sa |
| it bringeth forth | τίκτει | tiktei | TEEK-tee |
| sin: | ἁμαρτίαν | hamartian | a-mahr-TEE-an |
| ἡ | hē | ay | |
| and | δὲ | de | thay |
| sin, | ἁμαρτία | hamartia | a-mahr-TEE-ah |
| when it is finished, | ἀποτελεσθεῖσα | apotelestheisa | ah-poh-tay-lay-STHEE-sa |
| bringeth forth | ἀποκύει | apokyei | ah-poh-KYOO-ee |
| death. | θάνατον | thanaton | THA-na-tone |
Cross Reference
Psalm 7:14
देख दुष्ट को अनर्थ काम की पीड़ाएं हो रही हैं, उसको उत्पात का गर्भ है, और उससे झूठ उत्पन्न हुआ। उसने गड़हा खोदकर उसे गहिरा किया,
Job 15:35
उनके उपद्रव का पेट रहता, और अनर्थ उत्पन्न होता है: और वे अपने अन्त:करण में छल की बातें गढ़ते हैं।
Isaiah 59:4
कोई धर्म के साथ नालिश नहीं करता, न कोई सच्चाई से मुकद्दमा लड़ता है; वे मिथ्या पर भरोसा रखते हैं और झूठ बातें बकते हैं, उसको मानो उत्पात का गर्भ रहता, और वे अनर्थ को जन्म देते हैं।
Genesis 2:17
पर भले या बुरे के ज्ञान का जो वृक्ष है, उसका फल तू कभी न खाना: क्योंकि जिस दिन तू उसका फल खाए उसी दिन अवश्य मर जाएगा॥
Genesis 3:6
सो जब स्त्री ने देखा कि उस वृक्ष का फल खाने में अच्छा, और देखने में मनभाऊ, और बुद्धि देने के लिये चाहने योग्य भी है, तब उसने उस में से तोड़कर खाया; और अपने पति को भी दिया, और उसने भी खाया।
Revelation 20:14
और मृत्यु और अधोलोक भी आग की झील में डाले गए; यह आग की झील तो दूसरी मृत्यु है।
Romans 6:21
सो जिन बातों से अब तुम लज्ज़ित होते हो, उन से उस समय तुम क्या फल पाते थे?
Romans 5:12
इसलिये जैसा एक मनुष्य के द्वारा पाप जगत में आया, और पाप के द्वारा मृत्यु आई, और इस रीति से मृत्यु सब मनुष्यों में फैल गई, इसलिये कि सब ने पाप किया।
Acts 5:1
और हनन्याह नाम एक मनुष्य, और उस की पत्नी सफीरा ने कुछ भूमि बेची।
Matthew 26:48
उसके पकड़वाने वाले ने उन्हें यह पता दिया था कि जिस को मैं चूम लूं वही है; उसे पकड़ लेना।
Matthew 26:14
तब यहूदा इस्करियोती नाम बारह चेलों में से एक ने महायाजकों के पास जाकर कहा।
Micah 2:1
हाय उन पर, जो बिछौनों पर पड़े हुए बुराइयों की कल्पना करते और दुष्ट कर्म की इच्छा करते हैं, और बलवन्त होने के कारण भोर को दिन निकलते ही वे उसको पूरा करते हैं।
Psalm 9:17
दुष्ट अधोलोक में लौट जाएंगे, तथा वे सब जातियां भी जा परमेश्वर को भूल जाती है।
Genesis 4:5
परन्तु कैन और उसकी भेंट को उसने ग्रहण न किया। तब कैन अति क्रोधित हुआ, और उसके मुंह पर उदासी छा गई।
Genesis 3:17
और आदम से उसने कहा, तू ने जो अपनी पत्नी की बात सुनी, और जिस वृक्ष के फल के विषय मैं ने तुझे आज्ञा दी थी कि तू उसे न खाना उसको तू ने खाया है, इसलिये भूमि तेरे कारण शापित है: तू उसकी उपज जीवन भर दु:ख के साथ खाया करेगा: