Isaiah 30:17
एक ही की धमकी से एक हजार भागेंगे, और पांच की धमकी से तुम ऐसा भागोगे कि अन्त में तुम पहाड़ की चोटी के डण्डे वा टीले के ऊपर की ध्वजा के समान रह जाओगे जो चिन्ह के लिये गाड़े जाते हैं।
Isaiah 30:17 in Other Translations
King James Version (KJV)
One thousand shall flee at the rebuke of one; at the rebuke of five shall ye flee: till ye be left as a beacon upon the top of a mountain, and as an ensign on an hill.
American Standard Version (ASV)
One thousand `shall flee' at the threat of one; at the threat of five shall ye flee: till ye be left as a beacon upon the top of a mountain, and as an ensign on a hill.
Bible in Basic English (BBE)
A thousand will go in fear before one; even before five you will go in flight: till you are like a pillar by itself on the top of a mountain, and like a flag on a hill.
Darby English Bible (DBY)
One thousand [shall flee] at the rebuke of one; at the rebuke of five shall ye flee: till ye be left as a beacon upon the top of a mountain, and as a banner on a hill.
World English Bible (WEB)
One thousand [shall flee] at the threat of one; at the threat of five shall you flee: until you be left as a beacon on the top of a mountain, and as an ensign on a hill.
Young's Literal Translation (YLT)
One thousand because of the rebuke of one, Because of the rebuke of five ye flee, Till ye have been surely left as a pole On the top of the mountain, And as an ensign on the height.
| One | אֶ֣לֶף | ʾelep | EH-lef |
| thousand | אֶחָ֗ד | ʾeḥād | eh-HAHD |
| shall flee at | מִפְּנֵי֙ | mippĕnēy | mee-peh-NAY |
| rebuke the | גַּעֲרַ֣ת | gaʿărat | ɡa-uh-RAHT |
| of one; | אֶחָ֔ד | ʾeḥād | eh-HAHD |
| at | מִפְּנֵ֛י | mippĕnê | mee-peh-NAY |
| rebuke the | גַּעֲרַ֥ת | gaʿărat | ɡa-uh-RAHT |
| of five | חֲמִשָּׁ֖ה | ḥămiššâ | huh-mee-SHA |
| shall ye flee: | תָּנֻ֑סוּ | tānusû | ta-NOO-soo |
| till | עַ֣ד | ʿad | ad |
| אִם | ʾim | eem | |
| left be ye | נוֹתַרְתֶּ֗ם | nôtartem | noh-tahr-TEM |
| as a beacon | כַּתֹּ֙רֶן֙ | kattōren | ka-TOH-REN |
| upon | עַל | ʿal | al |
| the top | רֹ֣אשׁ | rōš | rohsh |
| mountain, a of | הָהָ֔ר | hāhār | ha-HAHR |
| and as an ensign | וְכַנֵּ֖ס | wĕkannēs | veh-ha-NASE |
| on | עַל | ʿal | al |
| an hill. | הַגִּבְעָֽה׃ | haggibʿâ | ha-ɡeev-AH |
Cross Reference
Joshua 23:10
तुम में से एक मनुष्य हजार मनुष्यों को भगाएगा, क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा अपने वचन के अनुसार तुम्हारी ओर से लड़ता है।
Deuteronomy 32:30
यदि उनकी चट्टान ही उन को न बेच देती, और यहोवा उन को औरों के हाथ में न कर देता; तो यह क्योंकर हो सकता कि उनके हजार का पीछा एक मनुष्य करता, और उनके दस हजार को दो मनुष्य भगा देते?
Deuteronomy 28:25
यहोवा तुझ को शत्रुओं से हरवाएगा; और तू एक मार्ग से उनका साम्हना करने को जाएगा, परन्तु सात मार्ग से हो कर उनके साम्हने से भाग जाएगा; और पृथ्वी के सब राज्यों में मारा मारा फिरेगा।
Leviticus 26:36
और तुम में से जो बच रहेंगे और अपने शत्रुओं के देश में होंगे उनके हृदय में मैं कायरता उपजाऊंगा; और वे पत्ते के खड़कने से भी भाग जाएंगे, और वे ऐसे भागेंगे जैसे कोई तलवार से भागे, और किसी के बिना पीछा किए भी वे गिर गिर पड़ेंगे।
Leviticus 26:8
और तुम में से पांच मनुष्य सौ को और सौ मनुष्य दस हजार को खदेड़ेंगे; और तुम्हारे शत्रु तलवार से तुम्हारे आगे आगे मारे जाएंगे;
Proverbs 28:1
दुष्ट लोग जब कोई पीछा नहीं करता तब भी भागते हैं, परन्तु धर्मी लोग जवान सिहों के समान निडर रहते हैं।
Romans 11:17
और यदि कई एक डाली तोड़ दी गई, और तू जंगली जलपाई होकर उन में साटा गया, और जलपाई की जड़ की चिकनाई का भागी हुआ है।
John 15:2
जो डाली मुझ में है, और नहीं फलती, उसे वह काट डालता है, और जो फलती है, उसे वह छांटता है ताकि और फले।
Matthew 24:21
क्योंकि उस समय ऐसा भारी क्लेश होगा, जैसा जगत के आरम्भ से न अब तक हुआ, और न कभी होगा।
Zechariah 13:8
यहोवा की यह भी वाणी है, कि इस देश के सारे निवासियों की दो तिहाई मार डाली जाएगी और बची हुई तिहाई उस में बनी रहेगी।
Zephaniah 3:12
क्योंकि मैं तेरे बीच में दीन और कंगाल लोगों का एक दल बचा रखूंगा, और वे यहोवा के नाम की शरण लेंगे।
Jeremiah 37:10
क्योंकि यदि तुम ने कसदियों की सारी सेना को जो तुम से लड़ती है, ऐसा मार भी लिया होता कि उन में से केवल घायल लोग रह जाते, तौभी वे अपने अपने तम्बू में से उठ कर इस नगर को फूंक देते।
Isaiah 37:3
उन्होंने उस से कहा, हिजकिय्याह यों कहता है कि आज का दिन संकट और उलहने और निन्दा का दिन है, बच्चे जन्मने पर हुए पर जच्चा को जनने का बल न रहा।
Isaiah 27:11
जब उसकी शाखाएं सूख जाएं तब तोड़ी जाएंगी; और स्त्रियां आकर उन को तोड़ कर जला देंगी। क्योंकि ये लोग निर्बुद्धि हैं; इसलिये उनका कर्ता उन पर दया न करेगा, और उनका रचने वाला उन पर अनुग्रह न करेगा॥
Isaiah 6:13
चाहे उसके निवासियों का दसवां अंश भी रह जाए, तौभी वह नाश किया जाएगा, परन्तु जैसे छोटे वा बड़े बांजवृझ को काट डालने पर भी उसका ठूंठ बना रहता है, वैसे ही पवित्र वंश उसका ठूंठ ठहरेगा॥
Isaiah 1:7
तुम्हारा देश उजड़ा पड़ा है, तुम्हारे नगर भस्म हो गए हैं; तुम्हारे खेतों को परदेशी लोग तुम्हारे देखते ही निगल रहे हैं; वह परदेशियों से नाश किए हुए देश के समान उजाड़ है।
Nehemiah 1:2
तब हनानी नाम मेरा एक भाई और यहूदा से आए हुए कई एक पुरुष आए; तब मैं ने उन से उन बचे हुए यहूदियों के विषय जो बन्धुआई से छूट गए थे, और यरूशलेम के विष्य में पूछा।