Isaiah 18:1 in Hindi

Hindi Hindi Bible Isaiah Isaiah 18 Isaiah 18:1

Isaiah 18:1
हाय, पंखों की फड़फड़ाहट से भरे हुए देश, तू जो कूश की नदियों के परे है;

Isaiah 18Isaiah 18:2

Isaiah 18:1 in Other Translations

King James Version (KJV)
Woe to the land shadowing with wings, which is beyond the rivers of Ethiopia:

American Standard Version (ASV)
Ah, the land of the rustling of wings, which is beyond the rivers of Ethiopia;

Bible in Basic English (BBE)
Ho! land of the sounding of wings, on the other side of the rivers of Ethiopia:

Darby English Bible (DBY)
Ha! land shadowing with wings, which art beyond the rivers of Cush,

World English Bible (WEB)
Ah, the land of the rustling of wings, which is beyond the rivers of Ethiopia;

Young's Literal Translation (YLT)
Ho, land shadowed `with' wings, That `is' beyond the rivers of Cush,

Woe
ה֥וֹיhôyhoy
to
the
land
אֶ֖רֶץʾereṣEH-rets
shadowing
צִלְצַ֣לṣilṣaltseel-TSAHL
with
wings,
כְּנָפָ֑יִםkĕnāpāyimkeh-na-FA-yeem
which
אֲשֶׁ֥רʾăšeruh-SHER
is
beyond
מֵעֵ֖בֶרmēʿēbermay-A-ver
the
rivers
לְנַֽהֲרֵיlĕnahărêleh-NA-huh-ray
of
Ethiopia:
כֽוּשׁ׃kûšhoosh

Cross Reference

Zephaniah 3:10
मेरी तितर-बितर की हुई प्रजा मुझ से बिनती करती हुई मेरी भेंट बन कर आएगी॥

Zephaniah 2:12
हे कूशियों, तुम भी मेरी तलवार से मारे जाओगे।

Ezekiel 30:4
मिस्र में तलवार चलेगी, और जब मिस्र में लोग मारे जा कर गिरेंगे, तब कूश में भी संकट पड़ेगा, लोग मिस्र को लूट ले लाएंगे, और उसकी नेवें उलट दी जाएंगी।

2 Kings 19:9
और जब उसने कूश के राजा तिर्हाका के विष्य यह सुना, कि वह मुझ से लड़ने को निकला है, तब उसने हिजकिय्याह के पास दूतों को यह कह कर भेजा,

Matthew 23:37
हे यरूशलेम, हे यरूशलेम; तू जो भविष्यद्वक्ताओं को मार डालता है, और जो तेरे पास भेजे गए, उन्हें पत्थरवाह करता है, कितनी ही बार मैं ने चाहा कि जैसे मुर्गी अपने बच्चों को अपने पंखों के नीचे इकट्ठे करती है, वैसे ही मैं भी तेरे बालकों को इकट्ठे कर लूं, परन्तु तुम ने न चाहा।

Ezekiel 30:9
उस समय मेरे साम्हने से दूत जहाज़ों पर चढ़ कर निडर निकलेंगे और कूशियों को डराएंगे; और उन पर ऐसा संकट पड़ेगा जैसा कि मिस्र के दण्ड के समय; क्योंकि देख, वह दिन आता है!

Isaiah 31:1
हाय उन पर जो सहायता पाने के लिये मिस्र को जाते हैं और घोड़ों का आसरा करते हैं; जो रथों पर भरोसा रखते क्योंकि वे बहुत हैं, और सवारों पर, क्योंकि वे अति बलवान हैं, पर इस्राएल के पवित्र की ओर दृष्टि नहीं करते और न यहोवा की खोज करते हैं!

Isaiah 30:2
वे मुझ से बिन पूछे मिस्र को जाते हैं कि फिरौन की रक्षा में रहे और मिस्र की छाया में शरण लें।

Isaiah 20:3
और यहोवा ने कहा, जिस प्रकार मेरा दास यशायाह तीन वर्ष से उघाड़ा और नंगे पांव चलता आया है, कि मिस्र और कूश के लिये चिन्ह और चमत्कार हो,

Psalm 91:4
वह तुझे अपने पंखों की आड़ में ले लेगा, और तू उसके पैरों के नीचे शरण पाएगा; उसकी सच्चाई तेरे लिये ढाल और झिलम ठहरेगी।

Psalm 63:7
क्योंकि तू मेरा सहायक बना है, इसलिये मैं तेरे पंखों की छाया में जयजयकार करूंगा।

Psalm 61:4
मै तेरे तम्बू में युगानुयुग बना रहूंगा। मैं तेरे पंखों की ओट में शरण लिये रहुंगा

Psalm 57:1
हे परमेश्वर, मुझ पर अनुग्रह कर, मुझ पर अनुग्रह कर, क्योंकि मैं तेरा शरणागत हूं; और जब तक ये आपत्तियां निकल न जाएं, तब तक मैं तेरे पंखों के तले शरण लिए रहूंगा।

Psalm 36:7
हे परमेश्वर तेरी करूणा, कैसी अनमोल है! मनुष्य तेरे पंखो के तले शरण लेते हैं।

Psalm 17:8
अपने आंखो की पुतली की नाईं सुरक्षित रख; अपने पंखों के तले मुझे छिपा रख,

Ruth 2:12
यहोवा तेरी करनी का फल दे, और इस्राएल का परमेश्वर यहोवा जिसके पंखों के तले तू शरण लेने आई है तुझे पूरा बदला दे